लखनऊ: उत्तर प्रदेश के व्यापारियों में जीएसटी निरीक्षकों के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है. व्यापारियों का कहना है कि पहले जीएसटी इंस्पेक्टर्स की तरफ से सामान की जांच के लिए सैंपल लिया जाता है. फिर यही लोग व्यापारियों का शोषण करते हैं. व्यापारियों ने इसको लेकर नाराजगी जतायी और कहा कि इंस्पेक्टर राज के खिलाफ पूरे प्रदेश में व्यापारी संगठन पंचायत लगाकर इनका विरोध करेंगे.
जांच सैम्पल के नाम पर इंस्पेक्टर कर रहे व्यापारियों का शोषण-
बुधवार को उत्तर प्रदेश के व्यापारियों ने जीएसटी विभाग के अधिकारियों पर गम्भीर आरोप लगाए. वहीं इस संबंध में अखिल भारतीय उघोग व्यापार मण्डल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल ने कहा कि जीएसटी विभाग के इंस्पेक्टर व्यापारियों के सामान की जांच करने के नाम पर सैम्पल लेते हैं. उसके बाद सही सैम्पल को भी गलत बताकर दबाव बनाया जाता है. उन्होंने कहा कि हम जो भी सामान खरीदते या बेचते हैं. उस सामान के सभी रिकॉर्ड हमारे पास होते हैं. इसके बावजूद जांच करने वाले जीएसटी इंस्पेक्टर की तरफ से सैम्पल को गलत बताया जाता है.
प्रदेशभर में पंचायत लगाने के साथ व्यापारी करेंगे विरोध-
संदीप बंसल ने कहा कि पहले जीएसटी लागू किया गया. उसके बाद समय-समय पर इस कानून मे सैकड़ों संशोधन किए गए. वहीं देश भर के व्यापारी जीएसटी की कमियों से जूझ रहे हैं. व्यापार में भी काफी घाटा हो रहा है. उसके बाद अब जीएसटी विभाग के अधिकारियों की तरफ से सैम्पल के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि व्यापार से जुड़ी तमाम ऐसी गम्भीर समास्याएं हैं, जिनका आज तक समाधान ही नहीं हो सका है. इसको लेकर व्यापारियों में काफी आक्रोश है. अब हमने निर्णय लिया है कि प्रदेश के सभी शहरों में पंचायते शुरू की जाएंगी. इन पंचायतों का प्रमुख उद्देश्य व्यापारियों की समस्याओं का समाधान करना होगा. इसके जरिए हम अपनी आवाज बुलंद करेंगे और उसे सरकार तक पहुंचाने का काम करेंगें.
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