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बड़े मंदिरों के साथ आरएसएस(RSS) कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी

लखनऊ में एक बार फिर नानक शाही मठ को मुजाहिदों को छोड़ने और ऐसा न करने पर बड़े मंदिरों और आरएसएस कार्यालयों को 15 अगस्त के दिन बम से उठाने की धमकी भरा पत्र मिला है.

धमकी के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा
धमकी के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा
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Published : Aug 9, 2021, 4:38 PM IST

लखनऊः अलीगंज नया हनुमान मंदिर, हसनगंज मनकामेश्वर मंदिर और आरएसएस (RSS) कार्यालय को बम से उड़ाने के लिए धमकी भरा एक पत्र खदरा स्थित नानक शाही मठ पहुंचा है. सोमवार को डाक द्वारा मिले पत्र को देखते ही मठ के मंहत धर्मेंद्र दास ने पुलिस को इस बात से जानकारी दी है.

राजधानी में एक बार फिर नानक शाही मठ को मुजाहिदों को छोड़ने और ऐसा न करने पर बड़े मंदिरों के साथ आरएसएस कार्यालयों को 15 अगस्त के दिन बम से उड़ाने की धमकी भरा एक पत्र मिला है. ये पत्र पहले अलीगंज के हनुमान मंदिर और हसनगंज के मनकामेश्वर मंदिर को उड़ाने की धमकी की ही तरह है. उसी नाम और पते से भेजा गया है. पत्र मिलते ही मठ के महंत धर्मेंद्र दास ने इसकी जानकारी पुलिस को दी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए मठ और बड़े मंदिरों के आस-पास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है.

आपको बता दें कि मठ अखिल भारतीय उदासीन संप्रदाय संगत से संबद्ध है. फिलहाल पुलिस इस मामले पर जांच करने में जुटी हुई है. बताया ये भी जा रहा है कि इससे पहले मिले पत्र और इस पत्र में एक ही बात लिखी गई है.

हसनगंज कोतवाल यशकांत सिंह के मुताबिक नानक शाही मठ के महंत धर्मेंद्र दास ने उनको फोन पर बताया कि उनके मठ पर एक धमकी भरा पत्र मिला है. ये पत्र मठ के गो-सेवक विपिन को डाक के द्वारा मिला था. उनको इस बात की जानकारी सोमवार की दोपहर को हुई है. क्यों कि वो और मठ के महंत मनीषा नंद कई दिनों से बाहर गए हुए थे. उन्होंने कहा कि ये पत्र मठ को डाक के द्वारा पांच दिन पहले ही भेजा गया है. इस पत्र में लिखा गया है कि जिन मुजाहिदों को आपकी हुकूमत की इन्तहाई फिरकापरस्त सोच की वजह से गिरफ्तार किया गया है, उन्हें फौरन रिहा कर दिया जाए. हमारी कौम से सब्र का इम्तहान न लिया जाए. इसके अलावा लिखा है कि अगर 15 अगस्त से एक दिन पहले पकड़े गए लोगों की रिहाई नहीं की गई तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. इंस्पेक्टर की मानें तो पत्र के लिफाफे में भेजने वाले का नाम जोगिन्दर सिंह और पता खदरा दिया गया है.

आपको बताते चलें की अलीगंज के हनुमान मंदिर को धमकी भरा पत्र भेजने वाला शफीक अभी हाल ही के दिनों में बीकेटी इलाके से गिरफ्तार किया गया है. जिसके पास से पुलिस ने लेटर की फोटो कॉपी, डाक रशीद जैसा अन्य सामान भी बरामद किया था. शफीक के मोबाइल को फोरेंसिक लैब भेजा गया था. जिसके माध्यम से उसके अन्य साथियों की जानकारी हासिल हो सके. फिलहाल शफीक से एटीएस के साथ ही खुफिया एजेंसी भी पूछताछ करने में जुटी हुई है. शफीक का धर्मांतरण मामले से भी कनेक्शन सामने आया है.

इसे भी पढ़ें- यूपी, बिहार के हवाला कारोबारी एजेंसियों के राडार पर, विदेशों से लेन-देन के मिले सुबूत

वहीं हसनगंज कोतवाल का कहना है नानक शाही मठ एक बहुत ही संवेदनशील स्थान है. इस मठ की जमीन पर कब्जेदारी को लेकर कई बार पहले भी दो संप्रदायों में विवाद हो चुका है. लेकिन इस बीच धमकी भरा पत्र मिलने से मामले की गंभीरता को देखते हुए मठ की सुरक्षा में उच्चाधिकारियों के आदेश पर एक कंपनी पीएसी पहले से ही लगी है. पीएसी के जवान 24 घंटे यहां ड्यूटी पर तैनात रहेंगे. इसके अलावा उस मठ के आस-पास अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति पाया जाता है, तो उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी.

लखनऊः अलीगंज नया हनुमान मंदिर, हसनगंज मनकामेश्वर मंदिर और आरएसएस (RSS) कार्यालय को बम से उड़ाने के लिए धमकी भरा एक पत्र खदरा स्थित नानक शाही मठ पहुंचा है. सोमवार को डाक द्वारा मिले पत्र को देखते ही मठ के मंहत धर्मेंद्र दास ने पुलिस को इस बात से जानकारी दी है.

राजधानी में एक बार फिर नानक शाही मठ को मुजाहिदों को छोड़ने और ऐसा न करने पर बड़े मंदिरों के साथ आरएसएस कार्यालयों को 15 अगस्त के दिन बम से उड़ाने की धमकी भरा एक पत्र मिला है. ये पत्र पहले अलीगंज के हनुमान मंदिर और हसनगंज के मनकामेश्वर मंदिर को उड़ाने की धमकी की ही तरह है. उसी नाम और पते से भेजा गया है. पत्र मिलते ही मठ के महंत धर्मेंद्र दास ने इसकी जानकारी पुलिस को दी है. मामले की गंभीरता को देखते हुए मठ और बड़े मंदिरों के आस-पास सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है.

आपको बता दें कि मठ अखिल भारतीय उदासीन संप्रदाय संगत से संबद्ध है. फिलहाल पुलिस इस मामले पर जांच करने में जुटी हुई है. बताया ये भी जा रहा है कि इससे पहले मिले पत्र और इस पत्र में एक ही बात लिखी गई है.

हसनगंज कोतवाल यशकांत सिंह के मुताबिक नानक शाही मठ के महंत धर्मेंद्र दास ने उनको फोन पर बताया कि उनके मठ पर एक धमकी भरा पत्र मिला है. ये पत्र मठ के गो-सेवक विपिन को डाक के द्वारा मिला था. उनको इस बात की जानकारी सोमवार की दोपहर को हुई है. क्यों कि वो और मठ के महंत मनीषा नंद कई दिनों से बाहर गए हुए थे. उन्होंने कहा कि ये पत्र मठ को डाक के द्वारा पांच दिन पहले ही भेजा गया है. इस पत्र में लिखा गया है कि जिन मुजाहिदों को आपकी हुकूमत की इन्तहाई फिरकापरस्त सोच की वजह से गिरफ्तार किया गया है, उन्हें फौरन रिहा कर दिया जाए. हमारी कौम से सब्र का इम्तहान न लिया जाए. इसके अलावा लिखा है कि अगर 15 अगस्त से एक दिन पहले पकड़े गए लोगों की रिहाई नहीं की गई तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. इंस्पेक्टर की मानें तो पत्र के लिफाफे में भेजने वाले का नाम जोगिन्दर सिंह और पता खदरा दिया गया है.

आपको बताते चलें की अलीगंज के हनुमान मंदिर को धमकी भरा पत्र भेजने वाला शफीक अभी हाल ही के दिनों में बीकेटी इलाके से गिरफ्तार किया गया है. जिसके पास से पुलिस ने लेटर की फोटो कॉपी, डाक रशीद जैसा अन्य सामान भी बरामद किया था. शफीक के मोबाइल को फोरेंसिक लैब भेजा गया था. जिसके माध्यम से उसके अन्य साथियों की जानकारी हासिल हो सके. फिलहाल शफीक से एटीएस के साथ ही खुफिया एजेंसी भी पूछताछ करने में जुटी हुई है. शफीक का धर्मांतरण मामले से भी कनेक्शन सामने आया है.

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वहीं हसनगंज कोतवाल का कहना है नानक शाही मठ एक बहुत ही संवेदनशील स्थान है. इस मठ की जमीन पर कब्जेदारी को लेकर कई बार पहले भी दो संप्रदायों में विवाद हो चुका है. लेकिन इस बीच धमकी भरा पत्र मिलने से मामले की गंभीरता को देखते हुए मठ की सुरक्षा में उच्चाधिकारियों के आदेश पर एक कंपनी पीएसी पहले से ही लगी है. पीएसी के जवान 24 घंटे यहां ड्यूटी पर तैनात रहेंगे. इसके अलावा उस मठ के आस-पास अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति पाया जाता है, तो उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी.

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