लखनऊः शहर में मंगलवार को दस वर्षीय छात्रा को मां ने ऑनलाइन गेम खेलने से मना किया तो वह इससे नाराज हो गई. गुस्से में उसने मोबाइल छोड़कर कमरा बंद कर लिया. थोड़ी देर बाद मां काम करने के लिए घर से बाहर चली गई. जब वह लौटीं तो उनके होश उड़ गए. उन्होंने देखा कि बेटी ने अपनी जान दे दी है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
मां नीतू ने बताया कि बेटी हर्षिता बाजपेई का पढ़ाई में मन नहीं लगता था. वह छठवीं की छात्रा थी. पढ़ाई की वजह से वह अक्सर डांट देती थी. मंगलवार को बेटी ऑनलाइन गेम खेल रही थी. इसे लेकर उसने बेटी को फटकार लगाई थी. इससे गुस्से में उसने मोबाइल छोड़कर खुद को कमरे में बंद कर लिया था. इसके बाद वह काम पर चली गई थी. जब वह काम से लौटी तो देखा कि बेटी का शव कमरे में पड़ा था. यह देखकर उसके होश उड़ गए. उसने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे की छानबीन की. इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
वहीं, थाना प्रभारी पारा तेज बहादुर सिंह ने बताया कि 10 वर्षीय हर्षिता बाजपेई बलदेव खेड़ा में मां नीतू के साथ रहती थी. मां ने बेटी को ऑनलाइन गेम छोड़कर पढ़ाई करने के लिए फटकार लगाई थी. इससे वह काफी नाराज हो गई थी. गुस्से में आकर उसने अपनी जान दे दी थी. हर्षिता के पिता मनीष की कई साल पहले मौत हो चुकी थी. मां लोगो के घरों में काम करके परिवार का खर्च चलाती है. सूचना पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. उन्होंने बताया कि पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. घटनास्थल की भी जांच की गई है. शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
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