लखनऊ : राजधानी के चिनहट इलाके में स्थित एक विद्यालय में बुधवार को प्रिंसिपल की अनुपस्थिति में काम देख रही शिक्षिका ने छुट्टी के बाद गेट पर ताला डाल दिया और घर चली गईं. विद्यालय में पढ़ने वाली दिव्यांग समेत दो छात्राएं जब गेट पर पहुंची तो ताला लगा देखकर घबरा गईं. यह देख छात्राएं काफी डर गईं. इसके बाद स्कूल पहुंचे अभिभावकों ने फोन कर ताला खुलवाया और छात्राओं को लेकर घर रवाना हुए. मामले में डीआईओएस राकेश कुमार ने जांच कराने के लिए कहा है. वहीं, शिक्षिका के खिलाफ भी उन्होंने दंडात्मक कार्रवाई करने की बात कही है.
अभिभावक पहुंचे स्कूल, खुलवाया ताला : मामला चिनहट के एक इंटर कॉलेज का है. बुधवार दोपहर करीब 2.50 बजे छुट्टी के बाद प्रधानाचार्य का काम देख रहीं शिक्षिका ममता वर्मा विद्यालय के चैनल गेट पर ताला लगाकर घर रवाना हो गईं. विद्यालय में कक्षा 9 की दो छात्राएं देरी से निकलने के चलते अंदर ही छूट गई थीं. इसमें एक छात्रा दिव्यांग थी, जिसे दूसरी छात्रा बाहर लेकर आई थी. गेट पर पहुंचने पर उन्होंने गेट पर ताला देखा तो वह घबरा गईं. छात्राओं ने चिल्लाया, लेकिन उनकी मदद के लिए कोई नहीं आया. छुट्टी के काफी देर बाद जब छात्राएं घर नहीं पहुंचीं तो उनके अभिभावक ढूंढ़ने निकले और स्कूल पहुंचे. वहां पहुंचकर अभिभावक दंग रह गए. दोनों बालिकाएं तकरीबन एक घंटे तक निराश और हताश विद्यालय की बिल्डिंग में चैनल गेट के अंदर खड़ी थीं. उन्होंने घबराते हुए डीआईओएस राकेश कुमार को फोन किया. राकेश कुमार ने बिना देरी के मैटरनिटी लीव पर चल रहीं प्रिंसिपल प्रिंसिपल रितु शुक्ला को फोन कर प्रकरण की जानकारी दी और विद्यालय खुलवाने की बात कही. इसके बाद मौके पर शिक्षिका ममता वर्मा ने पहुंचकर विद्यालय खोला, जिसके बाद छात्राएं बाहर निकलीं. तब जाकर अभिभावक और छात्राओं ने राहत की सांस ली.
'प्रिंसिपल को फोन कर गेट खुलवाया गया' : डीआईओएस राकेश कुमार ने बताया कि 'अभिभावक के फोन से सूचना मिली थी. जिसके बाद प्रिंसिपल को फोन कर गेट खुलवाया गया और छात्राओं को बाहर निकाला गया है. प्रकरण में आगे की कार्रवाई के लिए डीआईओएस दो को बोला जाएगा.'