लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रवेश फीस जमा करने के बाद भी छात्रों को भटकना पड़ रहा है. यही नहीं पुराने स्टूडेंट भी फीस जमा करने के बाद आज तक क्लासेस नहीं कर पा रहे हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि विभागों को स्टूडेंट्स की तरफ से यूडीआरसी पोर्टल पर जमा की हुई फीस का स्टेटस नहीं दिखाई दे रहा. इसके कारण छात्रों को क्लासेस करने की अनुमति नहीं मिल पा रही है.
कुशीनगर से आए मनीष गहलोत ने बताया कि 11 दिसंबर को एमएससी प्रथम सेमेस्टर में एडमिशन के लिए 9,220 रुपये फीस जमा की. जब केमिस्ट्री विभाग गए तो वहां उनकी फीस नहीं जमा होने की बात कही गई. इसके बाद प्रवेश समन्वयक प्रो.अनिल मिश्रा के पास भेज दिया गया, जबकि प्रोफेसर अनिल मिश्रा ने फीस जमा होने की बात कहते हुए दोबारा उनको उन्हीं के विभाग में भेज दिया. रोजाना छात्रों के साथ यही हो रहा है. ऐसे में प्रतिदिन कई छात्र कैंपस में चक्कर लगाते रहते हैं.
रोजाना आ रहे हैं 4 से 5 स्टूडेंट
प्रोफेसर अनिल मिश्रा ने बताया कि ऐसी समस्याएं लेकर प्रतिदिन 4 से 5 स्टूडेंट्स आते हैं. उनकी समस्या का समाधान विभागीय या डीन के स्तर से हो सकता है.जिन छात्रों के साथ फीस न जमा हो पाने की समस्या है, उनमें से यूजी के स्टूडेंट्स अपने पाठ्यक्रम से संबंधित डीन से मिलें और पीजी के स्टूडेंट संबंधित विभागाध्यक्ष से मिलें. उन्होंने स्टूडेंट्स को दौड़ाने की बात पर कहा कि विभागों की ओर से यह गलत किया जाता है. ऐसी समस्या के लिए विभाग मुझे फोन कर तत्काल समस्या बताकर समाधान करा सकते हैं. इसके अलावा छात्र यूडीआरसी पोर्टल पर 'स्टूडेंट वन व्यू' के ऑप्शन में जाकर फीस से संबंधित व अन्य सभी स्टेटस देख सकते हैं.
लखनऊ विवि में प्रवेश फीस जमा करने के बाद भी भटक रहे छात्र
लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रवेश फीस जमा करने के बाद छात्र भटक रहे हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि विभागों को स्टूडेंट्स की तरफ से यूडीआरसी पोर्टल पर जमा की हुई फीस का स्टेटस नहीं दिखाई दे रहा है. ऐसे में प्रतिदिन छात्र कैंपस में चक्कर लगाते नजर आते हैं.
लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रवेश फीस जमा करने के बाद भी छात्रों को भटकना पड़ रहा है. यही नहीं पुराने स्टूडेंट भी फीस जमा करने के बाद आज तक क्लासेस नहीं कर पा रहे हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि विभागों को स्टूडेंट्स की तरफ से यूडीआरसी पोर्टल पर जमा की हुई फीस का स्टेटस नहीं दिखाई दे रहा. इसके कारण छात्रों को क्लासेस करने की अनुमति नहीं मिल पा रही है.
कुशीनगर से आए मनीष गहलोत ने बताया कि 11 दिसंबर को एमएससी प्रथम सेमेस्टर में एडमिशन के लिए 9,220 रुपये फीस जमा की. जब केमिस्ट्री विभाग गए तो वहां उनकी फीस नहीं जमा होने की बात कही गई. इसके बाद प्रवेश समन्वयक प्रो.अनिल मिश्रा के पास भेज दिया गया, जबकि प्रोफेसर अनिल मिश्रा ने फीस जमा होने की बात कहते हुए दोबारा उनको उन्हीं के विभाग में भेज दिया. रोजाना छात्रों के साथ यही हो रहा है. ऐसे में प्रतिदिन कई छात्र कैंपस में चक्कर लगाते रहते हैं.
रोजाना आ रहे हैं 4 से 5 स्टूडेंट
प्रोफेसर अनिल मिश्रा ने बताया कि ऐसी समस्याएं लेकर प्रतिदिन 4 से 5 स्टूडेंट्स आते हैं. उनकी समस्या का समाधान विभागीय या डीन के स्तर से हो सकता है.जिन छात्रों के साथ फीस न जमा हो पाने की समस्या है, उनमें से यूजी के स्टूडेंट्स अपने पाठ्यक्रम से संबंधित डीन से मिलें और पीजी के स्टूडेंट संबंधित विभागाध्यक्ष से मिलें. उन्होंने स्टूडेंट्स को दौड़ाने की बात पर कहा कि विभागों की ओर से यह गलत किया जाता है. ऐसी समस्या के लिए विभाग मुझे फोन कर तत्काल समस्या बताकर समाधान करा सकते हैं. इसके अलावा छात्र यूडीआरसी पोर्टल पर 'स्टूडेंट वन व्यू' के ऑप्शन में जाकर फीस से संबंधित व अन्य सभी स्टेटस देख सकते हैं.