लखनऊः कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति का अतिरिक्त कार्यभार सौपा है. कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने अपने आदेश में कहा है कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में नए कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया लंबित है. उनके चयन में अभी समय लग सकता है.
ऐसे में प्रोफेसर जेपी पांडेय यहां अगले कुलपति के नियुक्ति होने अथवा 6 महीने के लिए उन्हें यह अतिरिक्त कार्यभार सौपा गया है. इन दोनों में से जो भी प्रक्रिया पहले पूरी होगी, वह तब तक विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यभार देखेंगे. इसके पहले ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र बहादुर सिंह ने 11 जनवरी को अलीगढ़ में बने राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय का कुलपति का कार्यभार ग्रहण कर लिया था.
प्रोफेसर नरेंद्र बहादुर सिंह के जाने के बाद से भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति के तौर पर लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय और प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति जेपी पांडे को चार्ज मिलने की चर्चा चल रही थी. इससे पहले भी कुलाधिपति ने प्रोफेसर एनबी सिंह की नियुक्ति होने से पहले वहां पर कुछ कुछ समय के लिए प्राविधिक विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति विनय पाठक को और लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति आलोक कुमार राय को चार्ज दिया था.
झांसी विश्वविद्यालय के कुलपति का दोबारा दिया चार्ज: वहीं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी झांसी के तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे को सेवा विस्तार दिया है. उन्हें विश्वविद्यालय के नए कुलपति के तौर पर दोबारा से नियुक्त किया गया. प्रोफेसर मुकेश पांडे से पहले लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति आलोक कुमार राय को लखनऊ विश्वविद्यालय में दोबारा सेवा विस्तार दिया गया था.
इससे पहले प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति रहे प्रोफेसर विनय पाठक को प्राविधिक विश्वविद्यालय के अलावा कानपुर विश्वविद्यालय में भी सेवा विस्तार दिया जा चुका है. प्रयास लगाया जा रहे थे की भाषा विश्वविद्यालय के कुलपति रहे नरेंद्र बहादुर सिंह को भी दोबारा से यहां पर कार्य विस्तार मिल सकता है पर उन्हें में विश्वविद्यालय भेज दिया गया है.
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