लखनऊ : विदेश से एमबीबीएस करने वाले विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी है. इंटर्नशिप के दौरान अन्य एमबीबीएस विद्यार्थियों की भांति इन्हें भी भत्ता दिया जाएगा. इसका आदेश चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय की तरफ से जारी कर दिया गया है. लखनऊ में लोहिया संस्थान में एमबीबीएस की 200 सीटें हैं. केजीएमयू में एमबीबीएस की 250 सीटें हैं. चार साल की पढ़ाई पूरी करने के बाद एमबीबीएस विद्यार्थियों को एक साल की इंटर्नशिप करनी होती है. इस दौरान विद्यार्थियों को भत्ता दिया जाता है. विदेश से एमबीबीएस करने वाले छात्र भारत में इंटर्नशिप कर सकते हैं, लेकिन पहले इन छात्रों को इंटर्नशिप भत्ता नहीं दिया जाता था. विद्यार्थियों की मांग को देखते हुए चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय ने विदेश से एमबीबीएस करने वाले विद्यार्थियों को इंटर्नशिप भत्ता देने का फैसला किया है. यह व्यवस्था इसी साल से लागू की गई है. लोहिया संस्थान में विदेश से एमबीबीएस करने वाले विद्यार्थियों का अलग बैच शुरू हो गया है. इन विद्यार्थियों को भी अब हर माह 12 हजार रुपये इंटर्नशिप भत्ता प्रदान किया जाएगा.
संस्थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद का कहना है कि 'विदेश से एमबीबीएस करने वाले विद्यार्थियों के लिए इंटर्नशिप की नई व्यवस्था लागू कर दी गई है. केजीएमयू में भी इंटर्नशिप की नई व्यवस्था लागू करने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिया गया है.'
उत्तर प्रदेश ने यूपी नीट पीजी-2023 के तहत पहली ऑनलाइन कांउसिलिंग की समय सारणी बुधवार को जारी कर दी है. नीट काउंसलिंग को लेकर चिकित्सा शिक्षा विभाग ने कुछ अहम कदम भी उठाए हैं, जिसमें यह बात भी शामिल है कि तीनों काउंसलिंग कराने के बाद कोई भी स्टूडेंट्स ड्रॉपआउट नहीं करेगा. ड्रॉप आउट करने वाले स्टूडेंट्स के ऊपर कड़ी कार्रवाई होगी. इसके अलावा उन्हें जुर्माना भी भरना पड़ेगा. बुधवार से यूपी नीट की पहली काउंसिलिंग शुरू हो गई है. काउंसलिंग की प्रक्रिया ऑनलाइन ही चल रही है. स्टूडेंट्स को ऑनलाइन ही काउंसलिंग करानी होगी.
शिक्षाविद् शाहनवाज खान ने कहा कि 'ऑल इंडिया लेवल पर नीट की काउंसलिंग पहले से ही शुरू है, वहीं स्टेट के मेडिकल कॉलेजों की पहली काउंसलिंग की प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है. पहले रजिस्ट्रेशन होगा, फिर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होगा, फिर उसके बाद एडमिशन होगा. ऑल ओवर इंडिया में मेडिकल कॉलेजों की संख्या कुल 702 है. इसमें से उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय में कुल 44 मेडिकल कॉलेज हैं. यूपी में 13 नए मेडिकल कॉलेजों के भी प्रपोजल हैं जोकि अभी पेंडिंग हैं.'