लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भले ही अभी तक त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हो सका है, लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने अपने स्तर पर चुनावी तैयारियां शुरू करने का काम तेज कर दिया है. राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिला अधिकारियों को पत्र भेजकर मतदाता सूची पुनरीक्षण के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही यह निर्देश भी दे दिए गए हैं कि जिन बूथों पर आठ सौ से अधिक मतदाता होंगे, वहां पर सहायक बूथ बनाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए.
राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव में एक बूथ पर ज्यादा वोटर होने से मतदान के दौरान होने वाली समस्याओं से बचने के लिए सहायक बूथ बनाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. आयोग ने अपने निर्देश में कहा है कि जिन बूथों पर 800 से अधिक मतदाता होंगे, वहां पर एक सहायक बूथ बनाने की व्यवस्था कराई जाए, जिससे मतदान के दौरान मतदान केंद्र में अव्यवस्था से बचा जा सके. मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान बूथ स्तर पर होने वाली मतदाताओं की संख्या के आधार पर किया जाएगा.
राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है, जिससे एक अक्टूबर से शुरू होने वाले मतदाता सूची पुनरीक्षण काम के दौरान यह काम भी कराया जा सके. इसके साथ ही अगर किसी मतदान केंद्र की स्थिति ठीक नहीं है तो मतदान केंद्र बदलने को लेकर भी जिलाधिकारी अपने अधीन अधिकारियों से रिपोर्ट लेकर इस काम को भी मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान ही कराना सुनिश्चित करें.
अक्टूबर से शुरू होने वाले मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान मतदाता सूची में छूटे हुए या नए नाम जोड़ने का काम किया जाएगा. वहीं जो लोग गांव छोड़कर कहीं बाहर जा चुके हैं और अन्यत्र कहीं अपना वोटर लिस्ट में नाम जुड़वा चुके हैं, उन लोगों का नाम भी मतदाता सूची से हटाने का काम किया जाएगा. इसके साथ ही बूथ में 800 से अधिक लोगों के होने पर सहायक बूथ बनाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराई जाएगी.
राज्य निर्वाचन आयोग के अपर निर्वाचन आयुक्त वेद प्रकाश वर्मा कहते हैं कि जिलों में मतदाता सूची पुनरीक्षण के साथ ही बूथों में वोटरों की संख्या का आकलन करते हुए व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिए गए हैं.