लखनऊ: समय के साथ-साथ डाक विभाग भी अपने आप को बदल रहा है. पहले जहां यह चिठ्ठी-पत्री तक ही सीमित था. वहीं अब बैंकिंग सेवाएं और पार्सल समेत कई सरकारी योजनाओं की जिम्मेदारी उठा रहा है.विश्व डाक दिवस के मौके पर ईटीवी भारत ने लखनऊ के चीफ पोस्ट मॉस्टर जनरल कौशलेंद्र कुमार सिंह से खास बातचीत की तो उन्होंने तमाम पहलुओं के बारे में बताया.
पढ़ें: टीबी से बचाव के लिए घर-घर पहुंचेगी स्वास्थ्य विभाग की टीम
आज से शुरू हुआ डाक सप्ताह
चीफ पोस्ट मॉस्टर जनरल कौशलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आज से 15 अक्टूबर तक डाक सप्ताह मनाया जाएगा. इसके लिए विभाग ने खास तैयारी की है.
मूल काम के संग यह काम भी किया शुरू
उन्होंने बताया कि डाक विभाग आज अपने मूल काम के साथ-साथ आधार नामांकन व अपडेशन सेवा, एलईडी बल्बों और गंगाजल की बिक्री भी कर रहा है.
विश्व एक है डाक एक है
कौशलेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि आज विभाग का स्वरूप भले ही बदल गया हो लेकिन विश्व एक है डाक एक है. डाक पहले भी था और डाक आज भी है. उन्होंने कहा कि डाक का इतिहास बहुत पुराना है. भले ही आज के दौर में पत्र कम लिखे जाते हैं लेकिन डाक का अस्तित्व हमेशा रहेगा.
जितना ज्यादा इंटरनेट उतना ज्यादा डाक विभाग
चीफ पोस्टमास्टर जनरल ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि आज के समय में लोग जितना ज्यादा इंटरनेट का प्रयोग करेंगे, उतना ज्यादा ही डाक विभाग की जरूरत होगी. लोग इंटरनेट के माध्यम से सामान आर्डर कर देते हैं लेकिन सामान मंगाने के लिए पार्सल की जरूरत होगी.
काफी किया गया है बदलाव
कौशलेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि पहले की तुलना में आज डाक विभाग ने काफ़ी बदलाव किया है. पूरी तरह से डिजिटल हो रहा है. सारे पोस्टऑफिस इंटरनेट से जुड़ गए हैं. आने वाले समय में और बदलाव देखने को मिलेंगे.
पूरे देश में 9 अक्टूबर को डाक दिवस मनाया जाता है. आज के परिवेश में डाक विभाग अपने को बदल रहा है. पोस्ट पेमेंट बैंक की भी शुरुआत हो चुकी है.