लखनऊ : संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के कर्मचारी अपने साथी रंजनीश श्रीवास्तव की पत्नी की मौत से काफी आक्रोशित है. कर्मचारी एवं संस्थान के कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के लिए बेड आरक्षित किए जाने की मांग कर रहे हैं. एसजीपीजीआई कर्मचारी महासंघ ने बेड आरक्षित ना किए जाने की स्थिति में 27 अप्रैल से कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है.
कर्मचारियों के लिए बेड आरक्षित किए जाने की मांग
एसजीपीजीआई कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार यादव व महामंत्री धर्मेश कुमार ने शनिवार को संस्थान के निदेशक को ज्ञापन देकर उनसे संस्थान के कर्मचारियों के लिए बेड आरक्षित किए जाने के लिखित आदेश किए जाने की मांग की. कर्मचारियों ने संस्थान के तीसरी मंजिल के वार्ड को भी कर्मचारियों के लिए आरक्षित करने को कहा.
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अलग वार्ड बनाए जाने की मांग
कर्मचारी नेताओं ने निदेशक से अनुरोध किया कि कर्मचारियों के लिए एक ऐसा वार्ड बनाया जाना चाहिए जिसमें कम से कम 50 बेड हों. यहां दवाओं के साथ डॉक्टर व अन्य स्टाफ की उपलब्धता हो ताकि कर्मचारियों अथवा उनके आश्रितों के संक्रमित होने की दशा में उनका तुरंत इलाज सुनिश्चित किया जा सके. उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि संक्रमित कर्मचारियों को दवाओं के साथ-साथ 11 पल्समीटर दिया जाना चाहिए जिससे जो कर्मचारी संक्रमित हैं, वे अपने परिवार की देखभाल कर सकें.
कोविड-19 स्टाफ काउंटर बनाने की मांग
कर्मचारी नेताओं ने निदेशक से मांग की कि एसजीपीजीआई में एक ऐसा कोविड-19 डेडिकेटेड स्टाफ काउंटर बनाया जाना चाहिए जहां संक्रमित कर्मचारियों को तुरंत इलाज की सुविधा मिल सके. कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि संस्थान में कार्यरत कर्मचारियों को एसजीपीजीआई में इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है.