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राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में सर्वर ठप, मरीज परेशान - सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़

यूपी की राजधानी लखनऊ के कई सरकारी अस्पतालों में बारिश के बाद मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी. वहीं इस दौरान बलरामपुर और डफरिन अस्पताल में सर्वर ठप होने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

राजधानी लखनऊ के अस्पतालों में सर्वर ठप,
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Published : Sep 26, 2019, 12:40 PM IST

लखनऊ: राजधानी में बारिश के बाद अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी. बलरामपुर, सिविल और लोहिया समेत सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ देखने को मिली. बलरामपुर और डफरिन अस्पतालों में सर्वर ठप हो गया, जिसके चलते मरीज पर्चे बनवाने के लिए कतार में खड़े रहे. काफी देर तक जब मैनुअल पर्चे नहीं बने तो मरीजों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. तकरीबन आधे घंटे तक दोनों अस्पतालों में पर्चा बनाने व शुल्क जमा करने का कार्य प्रभावित रहा.

हंगामा करते मरीज.
बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन छह से सात हजार मरीज उपचार के लिए आते हैं. दो दिन बाद ओपीडी खुलने पर सभी विभागों में मरीजों की भीड़ रही. निदेशक डॉ. राजीव लोचन के मुताबिक आम दिनों से ज्यादा मरीजों की तादाद रही. वहीं सिविल अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन ढाई से तीन हजार मरीज आते हैं. यहां पर मरीजों का आंकड़ा बढ़कर करीब पांच हजार पहुंच गया है.

यह भी पढ़ें: पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी, जानिए अपने शहर में रेट

सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आशुतोष दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि सामान्य दिनों की अपेक्षा में मरीजों की भीड़ करीब डेढ़ गुना से अधिक रही. यही हाल लोहिया-डफरिन, झलकारी बाई समेत अन्य अस्पतालों का भी रहा.

लखनऊ: राजधानी में बारिश के बाद अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी. बलरामपुर, सिविल और लोहिया समेत सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ देखने को मिली. बलरामपुर और डफरिन अस्पतालों में सर्वर ठप हो गया, जिसके चलते मरीज पर्चे बनवाने के लिए कतार में खड़े रहे. काफी देर तक जब मैनुअल पर्चे नहीं बने तो मरीजों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. तकरीबन आधे घंटे तक दोनों अस्पतालों में पर्चा बनाने व शुल्क जमा करने का कार्य प्रभावित रहा.

हंगामा करते मरीज.
बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन छह से सात हजार मरीज उपचार के लिए आते हैं. दो दिन बाद ओपीडी खुलने पर सभी विभागों में मरीजों की भीड़ रही. निदेशक डॉ. राजीव लोचन के मुताबिक आम दिनों से ज्यादा मरीजों की तादाद रही. वहीं सिविल अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन ढाई से तीन हजार मरीज आते हैं. यहां पर मरीजों का आंकड़ा बढ़कर करीब पांच हजार पहुंच गया है.

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सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आशुतोष दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि सामान्य दिनों की अपेक्षा में मरीजों की भीड़ करीब डेढ़ गुना से अधिक रही. यही हाल लोहिया-डफरिन, झलकारी बाई समेत अन्य अस्पतालों का भी रहा.

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राजधानी बारिश के बाद अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ पड़ी। बलरामपुर, सिविल और लोहिया समेत सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों का भीड़ दिखी। बलरामपुर ,डफरिन समेत सरकारी अस्पतालों में सर्वर ठप हो गया। मरीज पर्चे बनवाने के लिए कतार में खड़े रहे। काफी देर तक जब मैनुअल पर्चे नहीं बने तो मरीजों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। तकरीबन आधे घंटे तक दोनों अस्पतालों में पर्चा बनाने व शुल्क जमा करने का कार्य प्रभावित रहा। 

Body:बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन छह से सात हजार मरीज उपचार के लिए आते हैं। दो दिन बाद ओपीडी खुलने पर सभी विभागों में मरीजों की भीड़ रही। निदेशक डॉ. राजीव लोचन के मुताबिक, आम दिनों से ज्यादा मरीजों की तादाद रही। वहीं सिविल अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन ढाई से तीन हजार मरीज आते हैं। यहां पर मरीजों का आंकड़ा बढ़कर करीब पांच हजार पहुंच गया। सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आशुतोष दुबे ने बताया कि सामान्य दिनों की अपेक्षा में मरीजों की भीड़ करीब डेढ़ गुना से अधिक रही। यही हाल लोहिया-डफरिन, झलकारीबाई समेत अन्य अस्पतालों का रहा। 

 
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