लखनऊ: कोविड-19 संक्रमण के चलते उत्तर प्रदेश के समस्त स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए थे. प्रदेश सरकार ने इन्हें फिर से खोलने की अनुमति दे दी है. अब 9 फरवरी से सभी शिक्षा बोर्डों के संस्थानों में पढ़ाई शुरू हो जाएगी. हालांकि, बंद पड़े इन स्कूलों को रिओपन करने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से नियम और शर्तें भी लागू की गई हैं.
उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के चलते माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा का कार्य प्रभावित हुआ है. लॉकडाउन के चलते इन शैक्षिक संस्थानों में पढ़ाई न होने से छात्र-छात्राओं पर भी काफी असर पड़ा है. परीक्षाओं का समय नजदीक आ गया है, जिसको देखते हुए प्रदेश सरकार की तरफ से स्कूलों को खोलने का फैसला लिया गया है. 9 फरवरी से इन संस्थानों में बच्चे फिर से पढ़ाई कर सकेंगे.
प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने बताया कि इन संस्थानों को खोलने से पहले उन्हें पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाए. विद्यालयों में सैनिटाइजर, हैंडवाॅस, थर्मल स्क्रीनिंग और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था भी की जाए. साथ ही इन संस्थानों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि यदि स्कूली छात्र और संस्थान के किसी कर्मचारी को कोविड-19 जैसे लक्षणों की पहचान होती है, तो आइसोलेट करते हुए उनके उपचार की व्यवस्था की जाए. हॉस्टल्स को लेकर भी उन्होंने कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं.