लखनऊ: राजधानी में अब एक पाली में स्कूलों का संचालन किया जाएगा. ये आदेश विशेष सचिव आर्यका अखौरी की ओर से जारी किए गए हैं. बीते दिनों शिक्षा विभाग की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक के बाद इस मामले में सहमति बन गई है.
माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से अधिकारियों से इस संबंध में सुझाव भी मांगे गए थे. दो दिन पहले हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में एक पाली में स्कूल संचालित करने की सहमति बन गई, जिसके बाद विशेष सचिव आर्यका अखौरी की ओर से कक्षा 9 से 12 तक के विद्यालयों को सुबह 10 बजे से दोपहर तीन बजे तक एक ही पाली में खोलने का आदेश जारी किया गया है.
कई दिनों से समय बढ़ाने की उठ रही थी मांग
स्कूलों का संचालन अभी तक दो पालियों में किया जा रहा है. पहली पाली में सुबह 10 से 12 बजे और दूसरी पाली में 12 से 2 बजे तक कक्षाएं संचालित होती हैं. पहली पाली में कक्षा 9 व 10 और दूसरी पाली में कक्षा 11 और 12 की पढ़ाई होती है. इसके चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी. ऐसे में स्कूलों में स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल तक नहीं हो पाए हैं. इसके मद्देनजर पिछले कई दिनों से लगातार समय बढ़ाने की मांग की जा रही है.
एक शिफ्ट में होगा अब लखनऊ के स्कूलों का संचालन
राजधानी लखनऊ में अब एक पाली में स्कूलों का संचालन किया जाएगा. बीते दिनों शिक्षा विभाग की वीडियो क्रॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में सहमति बन गई है.
लखनऊ: राजधानी में अब एक पाली में स्कूलों का संचालन किया जाएगा. ये आदेश विशेष सचिव आर्यका अखौरी की ओर से जारी किए गए हैं. बीते दिनों शिक्षा विभाग की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक के बाद इस मामले में सहमति बन गई है.
माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से अधिकारियों से इस संबंध में सुझाव भी मांगे गए थे. दो दिन पहले हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में एक पाली में स्कूल संचालित करने की सहमति बन गई, जिसके बाद विशेष सचिव आर्यका अखौरी की ओर से कक्षा 9 से 12 तक के विद्यालयों को सुबह 10 बजे से दोपहर तीन बजे तक एक ही पाली में खोलने का आदेश जारी किया गया है.
कई दिनों से समय बढ़ाने की उठ रही थी मांग
स्कूलों का संचालन अभी तक दो पालियों में किया जा रहा है. पहली पाली में सुबह 10 से 12 बजे और दूसरी पाली में 12 से 2 बजे तक कक्षाएं संचालित होती हैं. पहली पाली में कक्षा 9 व 10 और दूसरी पाली में कक्षा 11 और 12 की पढ़ाई होती है. इसके चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी. ऐसे में स्कूलों में स्टूडेंट्स के प्रैक्टिकल तक नहीं हो पाए हैं. इसके मद्देनजर पिछले कई दिनों से लगातार समय बढ़ाने की मांग की जा रही है.