लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 30 जनवरी तक के लिए बंद (School College Closed in UP) कर दिए गए हैं. अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी (Awanish Kumar Awasthi) ने यह आदेश दिए हैं. कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह आदेश जारी किए गए हैं. आदेश में साफ किया गया है कि ऑनलाइन क्लासेस पहले की तरह ही संचालित की जाएगी.
बता दें कि कोरोना संक्रमण और सर्दी को देखते हुए प्रदेश सरकार की तरफ से पहली बार बेसिक शिक्षा परिषद के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में विंटर वेकेशन (winter vacation in up primary school) की व्यवस्था की गई थी. आठवीं तक के इन स्कूलों को पहले 14 जनवरी तक के लिए बंद किया गया. उसके बाद 16 जनवरी तक के लिए छुट्टी घोषित कर दी गई थी. उसके बाद 23 जनवरी तक के लिए अवकाश को बढ़ाया गया.
सरकार के इस आदेश को लेकर स्कूल संचालकों में काफी नाराजगी है. उनका कहना है कि कक्षा 9 से 12 में पढ़ने वाले लगभग सभी छात्र छात्राओं का वैक्सीनेशन भी हो गया है और कोरोना संक्रमण से इस बार किसी प्रकार की बहुत कोई क्षति भी नहीं हो रही है. लोग संक्रमित हो रहे हैं. लेकिन रिकवरी रेट बहुत अच्छा है और यह अच्छी बात है. इस बार संक्रमण नियंत्रण में है. केवल विद्यालयों को बंद रखने का कोई औचित्य नहीं है, क्योंकि बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है.
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निजी स्कूल संगठन की तरफ से फीस न बढ़ाने को लेकर भी नाराजगी जताई गई है. संगठन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि कोरोना काल में विगत 3 सालों से निजी विद्यालयों की फीस नहीं बढ़ाई जा रही है. विगत 2 सालों में समस्त विद्यालयों द्वारा इस बात को स्वीकार भी किया गया कि कोविड-19 में कई लोगों का रोजगार प्रभावित हुआ है, लॉकडाउन के कारण समस्याएं उत्पन्न हुई हैं.