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अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को दो किस्तों में मिलेगी छात्रवृत्ति

उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति को लेकर नई व्यवस्था शुरू की गई है. कक्षा 10 से ऊपर की कक्षाओं और अन्य व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में पढ़ने वाले अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की राशि दो किस्तों में मिलेगी.

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Published : Feb 27, 2021, 9:47 PM IST

लखनऊ
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लखनऊः उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति को लेकर नई व्यवस्था शुरू की गई है. कक्षा 10 से ऊपर की कक्षाओं और अन्य व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में पढ़ने वाले अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की राशि दो किस्तों में मिलेगी. छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति और फीस भरपाई वितरण पर आने वाले व्यापार का, केंद्र और राज्य सरकार के बीच 40% और 60% के अनुपात में बंटवारा किया गया है. इसी वजह से नई व्यवस्था लागू की जा रही है. प्रशासन का कहना है कि इससे छात्र-छात्राओं को काफी राहत मिलेगी.

40% राज्यांश प्रदेश सरकार और 60% केंद्रांश केंद्र सरकार देगी
समाज कल्याण विभाग के अधिकारी के मुताबिक इस छात्रवृत्ति योजना पर आने वाले कुल व्यय भार का 40% राज्यांश प्रदेश सरकार देगी और 60% केंद्रांश केंद्र सरकार देगी. उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति के कक्षा 10 से ऊपर की कक्षाओं और एमबीए, इंजीनियरिंग, नर्सिंग, मेडिकल आदि व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में पढ़ रहे गरीब और जरूरतमंद छात्र-छात्राएं, जिन्होंने छात्रवृत्ति और फीस भरपाई के लिए आवेदन किया है, जिला स्तरीय कमेटी से उनके आवेदन के सभी ब्योरे का सत्यापन के बाद प्रत्येक छात्र-छात्रा की छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की जो कुल राशि होगी, उसका 40% हिस्सा प्रदेश के समाज कल्याण विभाग की ओर से उनके बैंक खातों में भेज दिया जाएगा.

ऑनलाइन केंद्र सरकार को भेजा जाएगा ब्योरा
इसके बाद सारे ब्योरे को एनआईसी, एपीआई के जरिए केंद्र सरकार को ऑनलाइन माध्यम से भेजा जाएगा. केंद्र सरकार इस ब्योरे के आधार पर जो राशि हस्तांतरित करेगी उसे फिर इन छात्र-छात्राओं के खातों में भेजा जाएगा. यह व्यवस्था सिर्फ इस साल लागू रहेगी. अगले साल से केंद्र सरकार द्वारा खुद इन छात्र-छात्राओं के बैंक खातों में अपने 60% केंद्रांश की छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की राशि भेज दी जाएगी. चालू शैक्षिक सत्र में ऐसे कुल 9,82,056 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है. जिनमें से अब तक 3.5 लाख छात्र-छात्राओं के ब्योरे का जिला कमेटी से सत्यापन हो चुका है.

लखनऊः उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति को लेकर नई व्यवस्था शुरू की गई है. कक्षा 10 से ऊपर की कक्षाओं और अन्य व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में पढ़ने वाले अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की राशि दो किस्तों में मिलेगी. छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति और फीस भरपाई वितरण पर आने वाले व्यापार का, केंद्र और राज्य सरकार के बीच 40% और 60% के अनुपात में बंटवारा किया गया है. इसी वजह से नई व्यवस्था लागू की जा रही है. प्रशासन का कहना है कि इससे छात्र-छात्राओं को काफी राहत मिलेगी.

40% राज्यांश प्रदेश सरकार और 60% केंद्रांश केंद्र सरकार देगी
समाज कल्याण विभाग के अधिकारी के मुताबिक इस छात्रवृत्ति योजना पर आने वाले कुल व्यय भार का 40% राज्यांश प्रदेश सरकार देगी और 60% केंद्रांश केंद्र सरकार देगी. उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति के कक्षा 10 से ऊपर की कक्षाओं और एमबीए, इंजीनियरिंग, नर्सिंग, मेडिकल आदि व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में पढ़ रहे गरीब और जरूरतमंद छात्र-छात्राएं, जिन्होंने छात्रवृत्ति और फीस भरपाई के लिए आवेदन किया है, जिला स्तरीय कमेटी से उनके आवेदन के सभी ब्योरे का सत्यापन के बाद प्रत्येक छात्र-छात्रा की छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की जो कुल राशि होगी, उसका 40% हिस्सा प्रदेश के समाज कल्याण विभाग की ओर से उनके बैंक खातों में भेज दिया जाएगा.

ऑनलाइन केंद्र सरकार को भेजा जाएगा ब्योरा
इसके बाद सारे ब्योरे को एनआईसी, एपीआई के जरिए केंद्र सरकार को ऑनलाइन माध्यम से भेजा जाएगा. केंद्र सरकार इस ब्योरे के आधार पर जो राशि हस्तांतरित करेगी उसे फिर इन छात्र-छात्राओं के खातों में भेजा जाएगा. यह व्यवस्था सिर्फ इस साल लागू रहेगी. अगले साल से केंद्र सरकार द्वारा खुद इन छात्र-छात्राओं के बैंक खातों में अपने 60% केंद्रांश की छात्रवृत्ति और फीस भरपाई की राशि भेज दी जाएगी. चालू शैक्षिक सत्र में ऐसे कुल 9,82,056 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है. जिनमें से अब तक 3.5 लाख छात्र-छात्राओं के ब्योरे का जिला कमेटी से सत्यापन हो चुका है.

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