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अखिलेश पर राजभर ने बनाया पॉलिटिकल प्रेसर, ठोका राज्यसभा सीट पर दावा

यूपी में आगामी राज्यसभा की 11 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में भाजपा 8 व सपा गठबंधन 3 सीटों पर जीत दर्ज करने की स्थिति में है. सुभासपा चीफ ओम प्रकाश राजभर ने भी अपने एक प्रत्याशी को राज्यसभा भेजने के लिए दावेदारी ठोक दी है.

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Published : May 21, 2022, 6:33 PM IST

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ओम प्रकाश राजभर

लखनऊ: यूपी में आगामी राज्यसभा की 11 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में भाजपा 8 व सपा गठबंधन 3 सीटों पर जीत दर्ज करने की स्थिति में है. ऐसे में सपा की सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी चीफ ओम प्रकाश राजभर ने भी अपने एक प्रत्याशी को राज्यसभा भेजने के लिए दावेदारी ठोक दी है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए राजभर ने कहा है कि उनके पास 6 विधायक हैं. इसलिए उन्होंने अखिलेश यादव से कहा है कि एक प्रत्याशी उनके कोटे से भी राज्यसभा भेजा जाए.

सवाल: 27 महीने जेल में रहने के बाद आजम खान जमानत पर रिहा हुए, लेकिन उन्हें रिसीव करने कोई भी सपा नेता जेल के बाहर मौजूद नहीं था. क्या मान सकते हैं कि सपा और आजम खान के बीच दूरी आ गयी है?

ओम प्रकाश राजभर: सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद देते हैं कि आजम खान को उन्होंने जमानत दी है. जेल से बाहर आने के बाद आजम खान ने कोई भी ऐसा बयान नहीं दिया है. जिससे लगे कि समाजवादी पार्टी से उनकी नाराजगी दिखी. हालांकि सरकार से जरूर उनकी नाराजगी दिखी थी.

ओम प्रकाश राजभर

सवाल: आजम खान सपा के वरिष्ठ नेता हैं, आपको नहीं लगता है कि अखिलेश यादव को आजम खान के रिहा होने पर उन्हें जाना चाहिए था. वो ट्विटर पर शुभकामनाएं देते रह गए और शिवपाल आजम को लेने जेल पहुंच गए थे?

ओम प्रकाश राजभर: ये समाजवादी पार्टी का अंदरूनी मामला है. पार्टी के अंदर क्या चल रहा है इससे क्या मतलब है. वैसे भी कल लोकसभा स्पीकर विधानसभा आए हुए थे और कई विधान का कार्यक्रम था, जिसके चलते प्रतिपक्ष नेता के तौर पर अखिलेश यादव को विधानसभा में ही मौजूद रहना था. अब जब नेता विधानसभा में होगा तो उनके लोग भी मौजूद ही होंगे.

पढ़ेंः रामपुर: 2 पासपोर्ट और 2 जन्मप्रमाण पत्र के मामले में कोर्ट में पेश हुए आजम खां-अब्दुल्ला आजम

सवाल: आपकी आज़म खान से बात हुई थी?

ओम प्रकाश राजभर: रिहाई के बाद अभी तक बात नहीं हो सकी है. जब आजम जेल में बंद थे, इस दौरान जरूर मैंने आजम से मिलने की इच्छा जाहिर की थी, जिस पर उन्होंने सहमति भी दी. लेकिन गाजीपुर में दुर्घटना के कारण और बाद में पार्टी का प्रशिक्षण कार्यक्रम के चलते मुलाकात करने नहीं जा पाया.

सवाल: विधानसभा सत्र शुरू होने जा रहा है, सुभासपा की रणनीति क्या होगी ? क्या सपा और सुभासपा के मुद्दे एक होंगे?

ओम प्रकाश राजभर: कुछ मुद्दे अलग-अलग हो सकते हैं. हमारी जो लड़ाई है वह हर राजनीति दल की लड़ाई है. फर्क है कि हम खुल कर बोलते हैं. लेकिन कुछ लोग नहीं बोल पाते हैं. आज कानून व्यवस्था नाम की चीज बची नहीं है. तो पहला मुद्दा कानून व्यवस्था होगा. दूसरा मुद्दा देश-प्रदेश में महंगाई का मुद्दा है. तीसरा मुद्दा सामाजिक न्यायिक समिति की रिपोर्ट को लागू करवाने का मुद्दा सदन में पार्टी उठाएगी. वहीं गरीब को इलाज मिले, बिजली का बिल माफी के लिए पार्टी सदन में संघर्ष करेगी.

सवाल: बिजली की बात हुई तो आपको क्या लगता है बिजली विभाग को कौन सही चला रहा था, श्रीकांत शर्मा या ऐके शर्मा?

ओम प्रकाश राजभर: कोई भी मंत्री जब जिम्मेदारी मिलती है तो अच्छा करने की कोशिश करता है. वर्तमान ऊर्जा मंत्री कहते हैं कि पिछली सरकार की नाकामी के चलते बिजली व्यवस्था खराब थी. वो खुद अपनी ही सरकार को घेर रहे हैं. एके शर्मा अनुभवी हैं, दिल्ली से अटैच हैं तो उन्हें काम करना चाहिए टिका टिप्पणी नहीं. हालांकि मेरे हिसाब से तो श्रीकांत शर्मा अच्छे ऊर्जा मंत्री थे. वो नायक फिल्म की तरह फैसला ऑन द स्पॉट करते थे.

सवाल: यूपी में राज्यसभा की 11 सीटों के लिए चुनाव होना है. तो क्या आपने अपने किसी प्रत्यासी को राज्यसभा भेजने के लिए सपा का सहयोग मांगा है?

ओम प्रकाश राजभर: हम सपा के साथ ही हैं, हमारे पास 6 वोट हैं. राज्यसभा व एमएलसी के चुनावों में हमारे ये विधायक वोट सपा को ही देंगे तो क्यों न इस बार हमारे एक प्रत्याशी को राज्यसभा भेज दिया जाए. इसलिए हमने अखिलेश यादव से कहा है कि एक मेरा भी प्रत्याशी राज्यसभा भेजा जाए.

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लखनऊ: यूपी में आगामी राज्यसभा की 11 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में भाजपा 8 व सपा गठबंधन 3 सीटों पर जीत दर्ज करने की स्थिति में है. ऐसे में सपा की सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी चीफ ओम प्रकाश राजभर ने भी अपने एक प्रत्याशी को राज्यसभा भेजने के लिए दावेदारी ठोक दी है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए राजभर ने कहा है कि उनके पास 6 विधायक हैं. इसलिए उन्होंने अखिलेश यादव से कहा है कि एक प्रत्याशी उनके कोटे से भी राज्यसभा भेजा जाए.

सवाल: 27 महीने जेल में रहने के बाद आजम खान जमानत पर रिहा हुए, लेकिन उन्हें रिसीव करने कोई भी सपा नेता जेल के बाहर मौजूद नहीं था. क्या मान सकते हैं कि सपा और आजम खान के बीच दूरी आ गयी है?

ओम प्रकाश राजभर: सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद देते हैं कि आजम खान को उन्होंने जमानत दी है. जेल से बाहर आने के बाद आजम खान ने कोई भी ऐसा बयान नहीं दिया है. जिससे लगे कि समाजवादी पार्टी से उनकी नाराजगी दिखी. हालांकि सरकार से जरूर उनकी नाराजगी दिखी थी.

ओम प्रकाश राजभर

सवाल: आजम खान सपा के वरिष्ठ नेता हैं, आपको नहीं लगता है कि अखिलेश यादव को आजम खान के रिहा होने पर उन्हें जाना चाहिए था. वो ट्विटर पर शुभकामनाएं देते रह गए और शिवपाल आजम को लेने जेल पहुंच गए थे?

ओम प्रकाश राजभर: ये समाजवादी पार्टी का अंदरूनी मामला है. पार्टी के अंदर क्या चल रहा है इससे क्या मतलब है. वैसे भी कल लोकसभा स्पीकर विधानसभा आए हुए थे और कई विधान का कार्यक्रम था, जिसके चलते प्रतिपक्ष नेता के तौर पर अखिलेश यादव को विधानसभा में ही मौजूद रहना था. अब जब नेता विधानसभा में होगा तो उनके लोग भी मौजूद ही होंगे.

पढ़ेंः रामपुर: 2 पासपोर्ट और 2 जन्मप्रमाण पत्र के मामले में कोर्ट में पेश हुए आजम खां-अब्दुल्ला आजम

सवाल: आपकी आज़म खान से बात हुई थी?

ओम प्रकाश राजभर: रिहाई के बाद अभी तक बात नहीं हो सकी है. जब आजम जेल में बंद थे, इस दौरान जरूर मैंने आजम से मिलने की इच्छा जाहिर की थी, जिस पर उन्होंने सहमति भी दी. लेकिन गाजीपुर में दुर्घटना के कारण और बाद में पार्टी का प्रशिक्षण कार्यक्रम के चलते मुलाकात करने नहीं जा पाया.

सवाल: विधानसभा सत्र शुरू होने जा रहा है, सुभासपा की रणनीति क्या होगी ? क्या सपा और सुभासपा के मुद्दे एक होंगे?

ओम प्रकाश राजभर: कुछ मुद्दे अलग-अलग हो सकते हैं. हमारी जो लड़ाई है वह हर राजनीति दल की लड़ाई है. फर्क है कि हम खुल कर बोलते हैं. लेकिन कुछ लोग नहीं बोल पाते हैं. आज कानून व्यवस्था नाम की चीज बची नहीं है. तो पहला मुद्दा कानून व्यवस्था होगा. दूसरा मुद्दा देश-प्रदेश में महंगाई का मुद्दा है. तीसरा मुद्दा सामाजिक न्यायिक समिति की रिपोर्ट को लागू करवाने का मुद्दा सदन में पार्टी उठाएगी. वहीं गरीब को इलाज मिले, बिजली का बिल माफी के लिए पार्टी सदन में संघर्ष करेगी.

सवाल: बिजली की बात हुई तो आपको क्या लगता है बिजली विभाग को कौन सही चला रहा था, श्रीकांत शर्मा या ऐके शर्मा?

ओम प्रकाश राजभर: कोई भी मंत्री जब जिम्मेदारी मिलती है तो अच्छा करने की कोशिश करता है. वर्तमान ऊर्जा मंत्री कहते हैं कि पिछली सरकार की नाकामी के चलते बिजली व्यवस्था खराब थी. वो खुद अपनी ही सरकार को घेर रहे हैं. एके शर्मा अनुभवी हैं, दिल्ली से अटैच हैं तो उन्हें काम करना चाहिए टिका टिप्पणी नहीं. हालांकि मेरे हिसाब से तो श्रीकांत शर्मा अच्छे ऊर्जा मंत्री थे. वो नायक फिल्म की तरह फैसला ऑन द स्पॉट करते थे.

सवाल: यूपी में राज्यसभा की 11 सीटों के लिए चुनाव होना है. तो क्या आपने अपने किसी प्रत्यासी को राज्यसभा भेजने के लिए सपा का सहयोग मांगा है?

ओम प्रकाश राजभर: हम सपा के साथ ही हैं, हमारे पास 6 वोट हैं. राज्यसभा व एमएलसी के चुनावों में हमारे ये विधायक वोट सपा को ही देंगे तो क्यों न इस बार हमारे एक प्रत्याशी को राज्यसभा भेज दिया जाए. इसलिए हमने अखिलेश यादव से कहा है कि एक मेरा भी प्रत्याशी राज्यसभा भेजा जाए.

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