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वसंत पंचमी के मौके पर विधि विधान से संपन्न हुई सरस्वती पूजा

पूरे उत्तर प्रदेश में आज वसंत पंचमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस अवसर पर सभी जगह सरस्वती पूजा संपन्न हुई और हवन पूजन भी किया गया. ज्ञान की देवी सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए छात्रों ने भी पूजन-अर्चन किया.

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Published : Feb 16, 2021, 3:33 PM IST

Updated : Feb 16, 2021, 7:49 PM IST

संपन्न हुई सरस्वती पूजा
संपन्न हुई सरस्वती पूजा

लखनऊ: राजधानी के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज ए ब्लॉक इंदिरा नगर में सरस्वती पूजन एवं वसंतोत्सव कार्यक्रम हुआ. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के कोषाध्यक्ष जंग बहादुर सिंह ने की. इस अवसर पर सरस्वती वंदना हवन पूजन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के प्रधानाचार्य, आचार्य, अभिभावक सहित सभी छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.

बलरामपुर के देवीपाटन मंदिर में सुबह से ही लगा श्रद्धालुओं का तांता
मंगलवार को बसंत पंचमी के मौके पर मुंडन, कर्ण छेदन और विद्यारंभ, अन्य मांगलिक संस्कार कराने के लिए श्रद्धालु अपने परिजनों के साथ सुबह से ही देवीपाटन मंदिर पहुंच रहे हैं. श्रद्धालु पवित्र सरोवर सूर्य कुंड में स्नान करके, कतारबद्ध होकर मां पाटेश्वरी का दर्शन पूजन कर मंदिर परिसर में ही मांगलिक संस्कार करा रहे हैं. सुबह से ही शक्तिपीठ पर भारी भीड़ जुटी हुई है. भारी भीड़ के चलते शक्तिपीठ से जुड़ी सड़क और सम्पर्क मार्गों पर जाम की स्थिति बनी है.

देवीपाटन मंदिर में सुबह से ही लगा श्रद्धालुओं का तांता
देवीपाटन मंदिर में सुबह से ही लगा श्रद्धालुओं का तांता

शिव योगी मौनी बाबा से जानिए सरस्वती पूजन का तरीका
संगम नगरी में वसंत पंचमी का पावन पर्व पूरी आस्था के साथ मनाया जा रहा है. महीने भर से चल रहे माघ मेला में श्रद्धालु गंगा, यमुना, सरस्वती की पावन त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रयागराज के स्कूल कॉलेजों में ज्ञान रूपी मां सरस्वती की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की जा रही है. एक तरफ जहां स्कूलों में सरस्वती पूजा करके छात्र आशीष मांग रहे हैं तो वहीं माघ मेला में श्रद्धालु साधु-संतों के मुख से निकलने वाली ज्ञान रुपी सरस्वती से सराबोर हो रहे हैं.

प्रयागराज में हुई सरस्वती पूजा.
प्रयागराज में हुई सरस्वती पूजा.

प्रयागराज में अमेठी से आकर माघ मेले में एक महीने तक जप तप करने वाले शिव योगी मौनी बाबा का कहना है कि वसन्त पंचमी के दिन संगम में स्नान करने के बाद पीले वस्त्रों को धारण करने के साथ पीले पुष्प मां को अर्पित करते हुए उनकी उपासना करें. जो व्यक्ति माता की विशेष कृपा पाना चाहते हैं वह इन मंत्रों का जप करके मां को प्रसन्न करते हुए उनसे मनोवांछित फल की प्राप्ति कर सकते हैं. इसके लिए ॐ सरस्वत्यै नमः, श्रीं सरस्वत्यै नमः, ह्रीं सरस्वत्यै नमः मंत्रों का जप पूरी आस्था और निष्ठा के साथ करें. इसके साथ ही किसी विशेष लक्ष्य को हासिल करने के लिए पीले पुष्पों का कमल दल बनाकर सरस्वती देवी की उपासना करते हुए "सरस्वत्यै महादेवी भगवती रक्षमे सदा सिद्धिप्रदा महादेवी रक्ष रक्ष परमेश्वरी" मंत्र का जाप करते हुए माँ की कृपा प्राप्त की जा सकती है.

साधु-संत भी कर रहे हैं मां सरस्वती की उपासना
वसंत पंचमी के दिन ज्ञान प्राप्ति के लिए छात्र ही नहीं बल्कि संगम नगरी प्रयागराज में लगे माघ मेले में पहुंचे साधु संत भी मां सरस्वती की उपासना कर रहे हैं. मेले में रहने वाले साधु संत अलग-अलग तरीकों से मंत्रोच्चार करके वीणावादिनी देवी मां सरस्वती की उपासना करते हुए उन्हें प्रसन्न कर रहे हैं. शिव योगी मौनी बाबा अपने आश्रम में मां सरस्वती की चित्र के सामने उन्हें प्रणाम करके अपने अंदाज में अलग अलग मुद्राओं के साथ मां की उपासना कर रहे हैं. ज्ञान की देवी को प्रसन्न करने के लिए गीत के जरिए मंत्रोच्चार कर रहे हैं.

साधु-संत भी कर रहे हैं मां सरस्वती की उपासना
साधु-संत भी कर रहे हैं मां सरस्वती की उपासना

आज होगा बाबा विश्वनाथ का तिलकोत्सव
आज बसंत पंचमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. पूरे देश में माता सरस्वती की आराधना करने के साथ ही सुबह से ही स्नान दान का क्रम भी जारी है. इन सबके बीच आज काशी में उन परंपराओं का निर्माण भी किया जा रहा है जो सदियों पुरानी मानी जाती हैं. ऐसी मान्यता है कि आज बसंत पंचमी से देश के अलग-अलग हिस्सों में होलिका लगाए जाने के साथ ही होली की भी शुरुआत हो जाती है. आज बाबा विश्वनाथ का तिलक उत्सव भी किया जाएगा. वाराणसी में भगवान विश्वनाथ के तिलक चढ़ाए जाने की परंपरा का निर्वहन महंत आवास पर किया जाता है, जो शाम को पूर्णं होगा. वहीं आज बाबा विश्वनाथ के तिलक उत्सव के बाद शिवरात्रि पर बाबा की बारात का आयोजन होता है और फिर होली से पहले रंगभरी एकादशी पर बाबा विश्वनाथ और माता पार्वती का गाना गाकर श्रद्धालु रवाना होते हैं.

मनाया गया काशी हिंदू विश्वविद्यालय का आज 105वां स्थापना दिवस
मनाया गया काशी हिंदू विश्वविद्यालय का आज 105वां स्थापना दिवस

मनाया गया काशी हिंदू विश्वविद्यालय का आज 105वां स्थापना दिवस
काशी हिंदू विश्वविद्यालय का आज 105वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. वसंत पंचमी के दिन भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय के द्वारा स्थापित काशी हिंदू विश्वविद्यालय के 105 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय परिसर में धार्मिक अनुष्ठान के साथ स्थापना दिवस मनाया गया. स्थापना दिवस के अवसर पर बीएचयू के कुलपति ने पूजन अर्चन के बाद ट्रामा सेंटर में स्थित नर्सेज फ्लैट और एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक का उद्घाटन किया.

सरस्वती पूजा के अवसर पर लगाई गई घरेलू उत्पाद की प्रदर्शनी
वाराणसी कबीर नगर स्थित पार्क में सरस्वती पूजा के पावन अवसर पर महिलाओं द्वारा बाजार लगाया गया, जिसमें महिलाओं द्वारा बनाए गए घरेलू उत्पाद की प्रदर्शनी लगाई गई. महिलाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार की वस्तुएं लगाई गई, जो इनके हाथों से निर्मित थीं. कबाड़ से विभिन्न प्रकार के सजावट वाले सामान, कपड़ों पर महिलाओं द्वारा विभिन्न प्रकार की कढ़ाई आकर्षण का केंद्र है. यहां लगभग 15 स्टॉल लगाए गए हैं. इसमें विभिन्न प्रकार के घर के सजावट का सामान ,साड़ी, सूट, कुर्ती, आयुर्वेदिक दवाएं, मेहंदी इत्यादि के स्टॉल लगाए गए.

सरस्वती पूजा के अवसर पर लगाई गई घरेलू उत्पाद की प्रदर्शनी
सरस्वती पूजा के अवसर पर लगाई गई घरेलू उत्पाद की प्रदर्शनी
सरस्वती पूजा के अवसर पर लगाई गई घरेलू उत्पाद की प्रदर्शनी
सरस्वती पूजा के अवसर पर लगाई गई घरेलू उत्पाद की प्रदर्शनी

सरस्वती पूजन कार्यक्रम का हुआ आयोजन
अयोध्या में वसन्तोसव के मौके पर डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग के सभागार कक्ष में फाईन आर्ट्स की शिक्षिकाओं और छात्र-छात्राओं द्वारा 'मां सरस्वती पूजन कार्यक्रम' का आयोजन किया गया. पूजन की शुरूआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ हुई. इसमें फाईन आर्ट्स विभाग को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रायोजित फाईन आर्ट्स समिति के अन्तर्गत चल रही 'सात दिवसीय मूर्तिकला कार्यशाला' में छात्र-छात्राओं द्वारा स्वनिर्मित मां सरस्वती की प्रतिमा को मूर्तरूप देने के उपरान्त पूजन कार्यक्रम किया गया.

सरस्वती पूजन कार्यक्रम का हुआ आयोजन
सरस्वती पूजन कार्यक्रम का हुआ आयोजन

हनुमान सेतु मंदिर के बटुकों को दी गई शिक्षण सामग्री
लखनऊ के हनुमान सेतु मंदिर पर बसंत पंचमी के अवसर पर सनातन रक्षा दल की ओर से सनातन शिक्षा के प्रचार-प्रसार हेतु 46 बटुकों को शैक्षिक सामग्री दी गई. सनातन रक्षा दल ने सनातन शिक्षा के प्रचार प्रसार को लेकर संदेश भी दिया. मंदिर के सचिव दिवाकर त्रिपाठी के मार्गदर्शन में संचालित वेद कर्मकांड शिक्षण संस्थान के प्राचार्य चन्द्रकांत द्विवेदी ने बताया कि सनातन पाठ्यक्रम की दीक्षा प्राप्त कर चुके कई प्रतिभावान छात्र देश-विदेश के विद्यालयों में प्रशिक्षण कार्य कर रहे हैं.

हनुमान सेतु मंदिर के बटुकों को दी गई शिक्षण सामग्री
हनुमान सेतु मंदिर के बटुकों को दी गई शिक्षण सामग्री

अष्टम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया
लखनऊ के इस्कॉन राधा रमण बिहारी मंदिर सेक्टर एफ सुशांत गोल्फ सिटी में बसंत पंचमी के दिन भगवान श्री राधा रमण बिहारी जी की अष्टम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया. भगवान का प्रथम पूजन और अभिषेक लखनऊ इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष अपरिमेय श्यामदास द्वारा किया गया. क्रमानुसार श्रीमद्भागवत कथा, संस्कृतम् भजन, नृत्य और भगवान का राजभोग, आरती और सभी लोगों के लिए भंडारे का आयोजन हुआ.

इस्कॉन मंदिर में अष्टम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया.
इस्कॉन मंदिर में अष्टम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया.

लखनऊ में स्थापित किया गया होलिका दहन का खम्भ
बसंत पंचमी के दिन राजधानी लखनऊ में प्रतिष्ठित मनकामेश्वर मंदिर में मां सरस्वती की वंदना के बाद मनकामेश्वर उपवन घाट पर वेद मंत्रों और शंखनाद के साथ होलिका दहन का खम्भ स्थापित किया गया. महंत देव्यागिरी महाराज की अगुवाई में इस अवसर पर पौधरोपण, भजन कीर्तन, वीणा पूजन आदि कार्यक्रम किए गए. इस अवसर पर महंत देव्या गिरी की अगुवाई में देवताओं को गुलाल अर्पित करने के बाद अबीर गुलाल खेल कर फागुनोत्सव की औपचारिक घोषणा भी कर दी गई है.

लखनऊ में स्थापित किया गया होलिका दहन का खम्भ
लखनऊ में स्थापित किया गया होलिका दहन का खम्भ

महिलाबाद में विधि विधान मनाया गया वसंत पंचमी का उत्सव
लखनऊ के महिलाबाद में सिद्धपीठ बाराही देवी रहीमाबाद, गोपेश्वर गौशाला परिवार सहित मचौरा देवी मंदिर पर बड़े ही हर्षोल्लास और विधि विधान के साथ वसंत पंचमी उत्सव मनाया गया. गौशाला द्वारा संचालित गुरुकुल में अध्ययनरत बच्चों द्वारा विद्या की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती का पूजन-हवन कर देवी की आराधना की गई. इसके बाद गौशाला परिवार द्वारा जीव भंडारा किया गया और गोवंशों का पूजन कर उन्हें हरे चारे और गुड़ का भोग लगाया गया.

महिलाबाद में विधि विधान मनाया गया वसंत पंचमी का उत्सव
महिलाबाद में विधि विधान मनाया गया वसंत पंचमी का उत्सव

लखनऊ: राजधानी के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज ए ब्लॉक इंदिरा नगर में सरस्वती पूजन एवं वसंतोत्सव कार्यक्रम हुआ. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के कोषाध्यक्ष जंग बहादुर सिंह ने की. इस अवसर पर सरस्वती वंदना हवन पूजन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के प्रधानाचार्य, आचार्य, अभिभावक सहित सभी छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.

बलरामपुर के देवीपाटन मंदिर में सुबह से ही लगा श्रद्धालुओं का तांता
मंगलवार को बसंत पंचमी के मौके पर मुंडन, कर्ण छेदन और विद्यारंभ, अन्य मांगलिक संस्कार कराने के लिए श्रद्धालु अपने परिजनों के साथ सुबह से ही देवीपाटन मंदिर पहुंच रहे हैं. श्रद्धालु पवित्र सरोवर सूर्य कुंड में स्नान करके, कतारबद्ध होकर मां पाटेश्वरी का दर्शन पूजन कर मंदिर परिसर में ही मांगलिक संस्कार करा रहे हैं. सुबह से ही शक्तिपीठ पर भारी भीड़ जुटी हुई है. भारी भीड़ के चलते शक्तिपीठ से जुड़ी सड़क और सम्पर्क मार्गों पर जाम की स्थिति बनी है.

देवीपाटन मंदिर में सुबह से ही लगा श्रद्धालुओं का तांता
देवीपाटन मंदिर में सुबह से ही लगा श्रद्धालुओं का तांता

शिव योगी मौनी बाबा से जानिए सरस्वती पूजन का तरीका
संगम नगरी में वसंत पंचमी का पावन पर्व पूरी आस्था के साथ मनाया जा रहा है. महीने भर से चल रहे माघ मेला में श्रद्धालु गंगा, यमुना, सरस्वती की पावन त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रयागराज के स्कूल कॉलेजों में ज्ञान रूपी मां सरस्वती की विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की जा रही है. एक तरफ जहां स्कूलों में सरस्वती पूजा करके छात्र आशीष मांग रहे हैं तो वहीं माघ मेला में श्रद्धालु साधु-संतों के मुख से निकलने वाली ज्ञान रुपी सरस्वती से सराबोर हो रहे हैं.

प्रयागराज में हुई सरस्वती पूजा.
प्रयागराज में हुई सरस्वती पूजा.

प्रयागराज में अमेठी से आकर माघ मेले में एक महीने तक जप तप करने वाले शिव योगी मौनी बाबा का कहना है कि वसन्त पंचमी के दिन संगम में स्नान करने के बाद पीले वस्त्रों को धारण करने के साथ पीले पुष्प मां को अर्पित करते हुए उनकी उपासना करें. जो व्यक्ति माता की विशेष कृपा पाना चाहते हैं वह इन मंत्रों का जप करके मां को प्रसन्न करते हुए उनसे मनोवांछित फल की प्राप्ति कर सकते हैं. इसके लिए ॐ सरस्वत्यै नमः, श्रीं सरस्वत्यै नमः, ह्रीं सरस्वत्यै नमः मंत्रों का जप पूरी आस्था और निष्ठा के साथ करें. इसके साथ ही किसी विशेष लक्ष्य को हासिल करने के लिए पीले पुष्पों का कमल दल बनाकर सरस्वती देवी की उपासना करते हुए "सरस्वत्यै महादेवी भगवती रक्षमे सदा सिद्धिप्रदा महादेवी रक्ष रक्ष परमेश्वरी" मंत्र का जाप करते हुए माँ की कृपा प्राप्त की जा सकती है.

साधु-संत भी कर रहे हैं मां सरस्वती की उपासना
वसंत पंचमी के दिन ज्ञान प्राप्ति के लिए छात्र ही नहीं बल्कि संगम नगरी प्रयागराज में लगे माघ मेले में पहुंचे साधु संत भी मां सरस्वती की उपासना कर रहे हैं. मेले में रहने वाले साधु संत अलग-अलग तरीकों से मंत्रोच्चार करके वीणावादिनी देवी मां सरस्वती की उपासना करते हुए उन्हें प्रसन्न कर रहे हैं. शिव योगी मौनी बाबा अपने आश्रम में मां सरस्वती की चित्र के सामने उन्हें प्रणाम करके अपने अंदाज में अलग अलग मुद्राओं के साथ मां की उपासना कर रहे हैं. ज्ञान की देवी को प्रसन्न करने के लिए गीत के जरिए मंत्रोच्चार कर रहे हैं.

साधु-संत भी कर रहे हैं मां सरस्वती की उपासना
साधु-संत भी कर रहे हैं मां सरस्वती की उपासना

आज होगा बाबा विश्वनाथ का तिलकोत्सव
आज बसंत पंचमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. पूरे देश में माता सरस्वती की आराधना करने के साथ ही सुबह से ही स्नान दान का क्रम भी जारी है. इन सबके बीच आज काशी में उन परंपराओं का निर्माण भी किया जा रहा है जो सदियों पुरानी मानी जाती हैं. ऐसी मान्यता है कि आज बसंत पंचमी से देश के अलग-अलग हिस्सों में होलिका लगाए जाने के साथ ही होली की भी शुरुआत हो जाती है. आज बाबा विश्वनाथ का तिलक उत्सव भी किया जाएगा. वाराणसी में भगवान विश्वनाथ के तिलक चढ़ाए जाने की परंपरा का निर्वहन महंत आवास पर किया जाता है, जो शाम को पूर्णं होगा. वहीं आज बाबा विश्वनाथ के तिलक उत्सव के बाद शिवरात्रि पर बाबा की बारात का आयोजन होता है और फिर होली से पहले रंगभरी एकादशी पर बाबा विश्वनाथ और माता पार्वती का गाना गाकर श्रद्धालु रवाना होते हैं.

मनाया गया काशी हिंदू विश्वविद्यालय का आज 105वां स्थापना दिवस
मनाया गया काशी हिंदू विश्वविद्यालय का आज 105वां स्थापना दिवस

मनाया गया काशी हिंदू विश्वविद्यालय का आज 105वां स्थापना दिवस
काशी हिंदू विश्वविद्यालय का आज 105वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. वसंत पंचमी के दिन भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय के द्वारा स्थापित काशी हिंदू विश्वविद्यालय के 105 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय परिसर में धार्मिक अनुष्ठान के साथ स्थापना दिवस मनाया गया. स्थापना दिवस के अवसर पर बीएचयू के कुलपति ने पूजन अर्चन के बाद ट्रामा सेंटर में स्थित नर्सेज फ्लैट और एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक का उद्घाटन किया.

सरस्वती पूजा के अवसर पर लगाई गई घरेलू उत्पाद की प्रदर्शनी
वाराणसी कबीर नगर स्थित पार्क में सरस्वती पूजा के पावन अवसर पर महिलाओं द्वारा बाजार लगाया गया, जिसमें महिलाओं द्वारा बनाए गए घरेलू उत्पाद की प्रदर्शनी लगाई गई. महिलाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार की वस्तुएं लगाई गई, जो इनके हाथों से निर्मित थीं. कबाड़ से विभिन्न प्रकार के सजावट वाले सामान, कपड़ों पर महिलाओं द्वारा विभिन्न प्रकार की कढ़ाई आकर्षण का केंद्र है. यहां लगभग 15 स्टॉल लगाए गए हैं. इसमें विभिन्न प्रकार के घर के सजावट का सामान ,साड़ी, सूट, कुर्ती, आयुर्वेदिक दवाएं, मेहंदी इत्यादि के स्टॉल लगाए गए.

सरस्वती पूजा के अवसर पर लगाई गई घरेलू उत्पाद की प्रदर्शनी
सरस्वती पूजा के अवसर पर लगाई गई घरेलू उत्पाद की प्रदर्शनी
सरस्वती पूजा के अवसर पर लगाई गई घरेलू उत्पाद की प्रदर्शनी
सरस्वती पूजा के अवसर पर लगाई गई घरेलू उत्पाद की प्रदर्शनी

सरस्वती पूजन कार्यक्रम का हुआ आयोजन
अयोध्या में वसन्तोसव के मौके पर डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग के सभागार कक्ष में फाईन आर्ट्स की शिक्षिकाओं और छात्र-छात्राओं द्वारा 'मां सरस्वती पूजन कार्यक्रम' का आयोजन किया गया. पूजन की शुरूआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ हुई. इसमें फाईन आर्ट्स विभाग को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रायोजित फाईन आर्ट्स समिति के अन्तर्गत चल रही 'सात दिवसीय मूर्तिकला कार्यशाला' में छात्र-छात्राओं द्वारा स्वनिर्मित मां सरस्वती की प्रतिमा को मूर्तरूप देने के उपरान्त पूजन कार्यक्रम किया गया.

सरस्वती पूजन कार्यक्रम का हुआ आयोजन
सरस्वती पूजन कार्यक्रम का हुआ आयोजन

हनुमान सेतु मंदिर के बटुकों को दी गई शिक्षण सामग्री
लखनऊ के हनुमान सेतु मंदिर पर बसंत पंचमी के अवसर पर सनातन रक्षा दल की ओर से सनातन शिक्षा के प्रचार-प्रसार हेतु 46 बटुकों को शैक्षिक सामग्री दी गई. सनातन रक्षा दल ने सनातन शिक्षा के प्रचार प्रसार को लेकर संदेश भी दिया. मंदिर के सचिव दिवाकर त्रिपाठी के मार्गदर्शन में संचालित वेद कर्मकांड शिक्षण संस्थान के प्राचार्य चन्द्रकांत द्विवेदी ने बताया कि सनातन पाठ्यक्रम की दीक्षा प्राप्त कर चुके कई प्रतिभावान छात्र देश-विदेश के विद्यालयों में प्रशिक्षण कार्य कर रहे हैं.

हनुमान सेतु मंदिर के बटुकों को दी गई शिक्षण सामग्री
हनुमान सेतु मंदिर के बटुकों को दी गई शिक्षण सामग्री

अष्टम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया
लखनऊ के इस्कॉन राधा रमण बिहारी मंदिर सेक्टर एफ सुशांत गोल्फ सिटी में बसंत पंचमी के दिन भगवान श्री राधा रमण बिहारी जी की अष्टम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया. भगवान का प्रथम पूजन और अभिषेक लखनऊ इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष अपरिमेय श्यामदास द्वारा किया गया. क्रमानुसार श्रीमद्भागवत कथा, संस्कृतम् भजन, नृत्य और भगवान का राजभोग, आरती और सभी लोगों के लिए भंडारे का आयोजन हुआ.

इस्कॉन मंदिर में अष्टम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया.
इस्कॉन मंदिर में अष्टम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया.

लखनऊ में स्थापित किया गया होलिका दहन का खम्भ
बसंत पंचमी के दिन राजधानी लखनऊ में प्रतिष्ठित मनकामेश्वर मंदिर में मां सरस्वती की वंदना के बाद मनकामेश्वर उपवन घाट पर वेद मंत्रों और शंखनाद के साथ होलिका दहन का खम्भ स्थापित किया गया. महंत देव्यागिरी महाराज की अगुवाई में इस अवसर पर पौधरोपण, भजन कीर्तन, वीणा पूजन आदि कार्यक्रम किए गए. इस अवसर पर महंत देव्या गिरी की अगुवाई में देवताओं को गुलाल अर्पित करने के बाद अबीर गुलाल खेल कर फागुनोत्सव की औपचारिक घोषणा भी कर दी गई है.

लखनऊ में स्थापित किया गया होलिका दहन का खम्भ
लखनऊ में स्थापित किया गया होलिका दहन का खम्भ

महिलाबाद में विधि विधान मनाया गया वसंत पंचमी का उत्सव
लखनऊ के महिलाबाद में सिद्धपीठ बाराही देवी रहीमाबाद, गोपेश्वर गौशाला परिवार सहित मचौरा देवी मंदिर पर बड़े ही हर्षोल्लास और विधि विधान के साथ वसंत पंचमी उत्सव मनाया गया. गौशाला द्वारा संचालित गुरुकुल में अध्ययनरत बच्चों द्वारा विद्या की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती का पूजन-हवन कर देवी की आराधना की गई. इसके बाद गौशाला परिवार द्वारा जीव भंडारा किया गया और गोवंशों का पूजन कर उन्हें हरे चारे और गुड़ का भोग लगाया गया.

महिलाबाद में विधि विधान मनाया गया वसंत पंचमी का उत्सव
महिलाबाद में विधि विधान मनाया गया वसंत पंचमी का उत्सव
Last Updated : Feb 16, 2021, 7:49 PM IST
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