लखनऊ: राजधानी के बालू अड्डा इलाके में दूषित पानी पीने से कथित रूप से 2 बच्चों की मौत हो गई और मंगलवार को 50 से ज्यादा लोग बीमार हो गए थे. दस्त और पेट दर्द से परेशान इन सभी लोगों को राजधानी के श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल (Shyama Prasad Mukherjee Civil Hospital) में भर्ती कराया गया था. प्रारंभिक जांच में पता चला कि ये लोग गंदे पानी के कारण बीमार हुए थे. इस घटमना से भड़के समाजवादी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को लखनऊ नगर निगम के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि दूषित पानी की आपूर्ति के लिए सीधे तौर पर नगर निगम और नगर आयुक्त जिम्मेदार हैं. सपाइयों ने आपूर्ति व्यवस्था को ठीक करने और इसके लिए जिम्मेदार नगर आयुक्त को पद से हटाए जाने की मांग की है. साथ ही मृतकों को 20-20 लाख रुपए और दूषित पानी की आपूर्ति से बीमार पड़े लोगों को 5-5 लाख रुपए की सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है.
बता दें, राजधानी के बालू अड्डा इलाके में दूषित पानी की आपूर्ति के चलते कई बच्चों के बीमार होने की शिकायत सामने आई है. मंगलवार को यहां 50 से ज्यादा लोग दूषित पानी की आपूर्ति के चलते बीमार हो गए थे. साथ ही इसकी वजह से दो लोगों की मौत भी हुई है.इस घटना के सामने आने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया था. मामला सामने आने के बाद बुधवार को नगर निगम के अधिकारियों से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारी तक यहां मुआयना करने पहुंचे थे.
सपा कार्यकर्ताओं ने किया नगर निगम मुख्यालय का घेराव
इस घटना के बाद भड़के समाजवादी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार दोपहर नगर निगम मुख्यालय का घेराव किया. सपाई बड़ी संख्या में नगर निगम मुख्यालय पहुंचे और नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. भड़के कार्यकर्ताओं ने नगर निगम के गेट को बंद कर दिया और लोगों को बाहर ही रोक दिया गया. उनकी ओर से नगर निगम पर ताला डालने जैसे नारे लगाए गए. सपा के नगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित और रविदास मेहरोत्रा के नेतृत्व में पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इसके लिए सीधे तौर पर नगर निगम प्रशासन जिम्मेदार है. सपा नगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित ने कहा कि अधिकारी दावे करते हैं कि स्वच्छ पानी की आपूर्ति हो रही है, लेकिन बालू अड्डा पर हुए हादसे ने साफ कर दिया कि उनके दावे खोखले हैं. उनकी ओर से नगर आयुक्त अजय द्विवेदी को बर्खास्त करने की मांग की गई.
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नगर विकास मंत्री पर साधा निशाना
इस दौरान समाजवादी कार्यकर्ताओं की ओर से नगर विकास मंत्री पर भी निशाना साधा गया. सपा नगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित ने कहा कि प्रदेश की राजधानी में इतनी बड़ी घटना हो गई. नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन लखनऊ से हैं. उनकी मौजूदगी में इतनी बड़ी घटना होना शर्मनाक है. उनका कहना है कि लखनऊ की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. घरों में दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है. सड़कों पर गड्ढे हैं.
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जल जीवन मिशन
जल जीवन मिशन स्कीम की शुरुआत प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में 15 अगस्त 2019 को की गयी थी. देश के लगभग 50% ऐसे ग्रामीण क्षेत्र हैं, जहां अभी भी लोगों को पानी की समस्या होती है. उन क्षेत्रों में पीने के पानी को पहुंचाने के लिए मोदी की ने इस स्कीम का शुभारम्भ किया था.
आज मिले 36 नए मरीज
बालू अड्डा क्षेत्र में सोमवार से डायरिया का प्रकोप छाया हुआ है.इसमें मासूम समेत दो मरीजों की मौत हो चुकी है. गुरुवार को भी यहां 36 नए मरीज मिले. इसमें 6 की हालत गंभीर होने पर उनको सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब तक कुल 236 लोग बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. इनमें से 38 मरीज सिविल अस्पताल में भर्ती कराए जा चुके हैं. नए मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है. इस दौरान समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि बालू अड्डा, प्रयाग नारायण रोड में बीमारी फैलने का कारण अफसरों की लापरवाही है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार मृतकों के परिवारजनों को 20 लाख रुपये और अस्पताल में भर्ती बच्चों के परिवारजनों को 10 लाख रुपये दे.