लखनऊ: विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान कोरोना महामारी के दौरान उपकरणों की खरीद में हुई धांधली का मुद्दा चर्चा में रहा. इसके साथ ही किसानों की आय दोगुनी करने, गन्ना किसानों के बकाया भुगतान, लखनऊ में बस स्टेशन के निकट डॉ. अम्बेडकर व सुपच सुदर्शन की प्रतिमा को हटाये जाने का मुद्दा भी गरम रहा. वहीं गन्ना किसानों सहित अन्य मुद्दे को लेकर सदन से विपक्षी सदस्यों ने वॉकआउट भी किया.
रिकॉर्ड धान खरीद की गई
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सपा सदस्य परवेज अली और राजेश यादव के सवाल पर कहा कि सरकार ने 55 लाख टन लक्ष्य के सापेक्ष 67 लाख टन धान की खरीद की है. पिछली सरकारों के मुकाबले हमारी सरकार किसानों से अधिक धान की खरीद कर रही है. उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून से किसानों का कोई अहित नहीं होगा. किसान अपनी उपज को राज्य के अलावा और कहीं भी बेंच सकेंगे. ई-ट्रेडिंग के जरिये किसानों को अपनी उपज को बेंचने की सुविधा होगी. केन्द्र सरकार की नीति के मुताबित ही राज्य सरकार किसानों से एमएसपी पर खरीद करती रहेगी.
स्वास्थ्य सेवाओं में हुई लापरवाही व धांधली का मुद्दा उठाया
शून्य काल में सपा सदस्य सुनील साजन, शतरूद्र प्रकाश, राम सुन्दर दास निषाद ने कोरोना महामारी में योगी सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं में खामियों के साथ ही पीपीई किट, थर्मोमीटर और ऑक्सीमीटर की खरीद में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया. नेता विपक्ष अहमद हसन ने भी इनका समर्थन किया. शतरूद्र प्रकाश ने ऑनलाइन कार्यवाही में हिस्सा लिया.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, जहां गड़बड़ी हुई कार्रवाई की गई
स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि विपक्ष के आरोप पूरी तरह से सही नहीं हैं. कुछ मामलों में गडबड़ी पाई गई थी, जिसकी जांच के लिए सरकार ने एसआईटी गठित की है. रिपोर्ट आनी अभी बाकी है. उन्होंने कहा कि राज्य में 44 आरटीपीसीआर लैब हैं. 39 मशीनें ट्रू-नेट व अन्य जांच उपकरण हैं. कोरोना काल में प्रतिदिन दो लाख टेस्ट किए जा रहे थे. नेता सदन डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि पूरी दुनिया में हमारे कोरोना मैनेजमेंट को सराहा गया. हमारे मैनेजमेंट का ही नतीजा रहा कि उत्तर प्रदेश में मृत्युदर काफी कम रही. इस दौरान सरकार के जवाब से असन्तुष्ट सपा सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया.
अम्बेडकर प्रतिमा हटाने का मुद्दा उठा
बसपा के दिनेश चन्द्रा, अतर सिंह राव, सुरेश कुमार कश्यप, महमूद अली एवं भीमराव अम्बेडकर ने राजधानी लखनऊ के आलमबाग बस स्टेशन पर स्थित बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर और महर्षि सुपच सुदर्शन की प्रतिमा को अपने मूल स्थान से हटाकर नाले के निकट चबूतरा बनकार स्थापित किये जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया. परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर का सरकार पूरा सम्मान करती है. वे महापुरुष हैं. मोदी सरकार ने पंचतीर्थ स्थापित किये हैं. बस स्टेशन पर निमार्ण कार्य में आ रही दिक्कतों के कारण मूर्तियों को मंदिर से जुड़ी समिति के सदस्यों से बातचीत करने के बाद दूसरे स्थान पर लगाया गया है. ऐसा पहले भी होता रहा है.
कांग्रेस ने उठाया पत्रकारों के उत्पीड़न के मामले
कांग्रेस के दीपक सिंह ने प्रदेश के पत्रकारों का उत्पीड़न किये जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया. नेता सदन ने कहा कि पत्रकारों और मीडियाकर्मियों की सुरक्षा हमारी नैतिक जिम्मेदारी है. उन्होंने कई घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने मामलों में कार्रवाई भी की है. शिक्षक दल के सुरेश कुमार त्रिपाठी एवं ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने प्रदेश के शिक्षकों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा अनुमन्य कराये जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया. शिक्षक दल के अलावा निर्दलीय समूह के राज बहादुर सिंह चन्देल ने भी अपने विचार व्यक्त किये.
चर्चा में रहा गन्ना किसानों का मुद्दा, सदन से किया वॉकआउट
सपा के नरेश चन्द्र उत्तम, आनंद भदौरिया, राजेश यादव, डॉ. संजय लाठर, राम अवध यादव, जितेन्द्र यादव एवं अन्य सदस्यों ने प्रदेश के गन्ना किसानों के गन्ना मूल्य में वृद्धि और बकाया भुगतान कराये जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया. ग्राहय्ता पर सपा के डॉ. संजय लाठर, जितेन्द्र यादव, आनंद भदौरिया एवं शशांक यादव ने कहा कि सरकार किसानों का बकाया गन्ना मूल्य नहीं दे रही है. गन्ना मूल्य तीन वर्षों से बढ़ाया नहीं गया है. सरकार उद्योगपतियों का साथ दे रही है. गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि गन्ना किसानों को भाजपा सरकार में रिकार्ड भुगतान किया गया है. हम किसानों की आय दोगुनी करेंगे. गन्ना उत्पादन बढ़ा है और हम तकनीक के साथ किसानों को जोड़ने का काम कर रहे हैं. इस दौरान सरकार के जवाब से असंतुष्ट सपा सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया.