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मैनपुरी, खतौली जीत के बाद शिवपाल के साथ सपा बनाएगी नई रणनीति, संगठन पर फोकस - राजनीतिक विश्लेषक विजय शंकर पंकज

मैनपुरी खतौली में जीत और रामपुर में हार के बाद अब समाजवादी पार्टी अपनी आगामी रणनीति (Samajwadi Party make a new strategy with Shivpal) तय करने का काम करेगी. खतौली सीट को समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी की झोली से खींचकर अपनी जीत के रूप में तब्दील किया है और मैनपुरी में ऐतिहासिक जीत हुई है.

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Published : Dec 8, 2022, 9:04 PM IST

लखनऊ : मैनपुरी खतौली में जीत और रामपुर में हार के बाद अब समाजवादी पार्टी अपनी आगामी रणनीति तय करने का काम करेगी. खतौली सीट को समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी की झोली से खींचकर अपनी जीत के रूप में तब्दील किया है और मैनपुरी में ऐतिहासिक जीत हुई है. करीब पौने तीन लाख से अधिक वोटों से जीत हुई है, जबकि रामपुर में प्रशासन की गुंडई के दम पर बीजेपी की जीत का समाजवादी पार्टी आरोप लगा रही है. ऐसे में अब भविष्य में नगर निकाय चुनाव हो या फिर लोकसभा चुनाव उसको लेकर समाजवादी पार्टी अपनी रणनीति बेहतरीन ढंग से बनाने का काम करेगी. इसके अलावा शिवपाल सिंह यादव के आने के बाद अब समाजवादी पार्टी अपनी भविष्य की चुनावी रणनीति (Samajwadi Party make a new strategy with Shivpal) को तय करने का काम करेगी.


सबसे खास बात यह है कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले 2016 में शिवपाल सिंह यादव और समाजवादी पार्टी का सियासी सफर समाप्त हो गया था. अब जब मैनपुरी उप चुनाव हुए तो अखिलेश यादव ने उन्हें सम्मान देने का काम किया है. मैनपुरी सीट पर जीत दिलाने में शिवपाल सिंह यादव की अहम भूमिका रही है. यही कारण है कि अखिलेश यादव ने उनकी पार्टी का समाजवादी पार्टी में विलय कराया, अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव एक साथ समाजवादी पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे. शिवपाल सिंह यादव एक अच्छे संगठन कर्ता के रूप में जाने जाते हैं और मुलायम सिंह यादव के सियासी सफर को आगे बढ़ाने में शिवपाल सिंह यादव की भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. उपचुनाव के परिणाम सामने आने के बाद शिवपाल सिंह यादव, अखिलेश यादव के साथ पूरी तरह से एकजुट हुए हैं. ऐसे में अब भविष्य में समाजवादी पार्टी और शिवपाल सिंह यादव के करीबी लोग एक साथ नजर आएंगे, जिसका फायदा समाजवादी पार्टी को सियासत में मिलता हुआ नजर आएगा.

जानकारी देते सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि शिवपाल सिंह यादव के आने से स्वाभाविक रूप से समाजवादी पार्टी मजबूत हुई है. आने वाले नगर निकाय के चुनाव व लोकसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी को इसका फायदा जरूर मिलेगा.

वहीं सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि मैनपुरी में हमारी ऐतिहासिक जीत हुई है. खतौली सीट हम भारतीय जनता पार्टी की झोली से खींचकर जीतने में सफल हुए हैं. रामपुर में भारतीय जनता पार्टी की सरकार की गुंडई के दम पर हम आ रहे हैं. शिवपाल सिंह यादव हमारे साथ आ चुके हैं और इससे समाजवादी पार्टी काफी मजबूत हुई है. हम सब लोग शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव के नेतृत्व में काम करेंगे और समाजवादी पार्टी को मजबूती प्रदान करेंगे, स्वभाविक सी बात है कि शिवपाल सिंह यादव के आने के बाद से समाजवादी पार्टी का सियासी सफर और मजबूती के साथ आगे बढ़ेगा. शिवपाल सिंह यादव एक अच्छे संगठनकर्ता है. नगर निकाय के चुनाव और लोकसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी अब और भी बेहतर प्रदर्शन करेगी. उसी के अनुरूप हम अपनी आगामी रणनीति तय करेंगे. संगठन में अच्छे नेताओं कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देते हुए हम अपना संगठन निर्माण करेंगे.


'राजनीतिक विश्लेषक मनमोहन कहते हैं कि मैनपुरी और खतौली में जो जीत हुई है यह काफी संघर्ष के बाद जीत हुई है. मैनपुरी मुलायम सिंह यादव की परंपरागत सीट रही है, उनके निधन के बाद सहानुभूति पूर्वक यह जीत काफी वोट के अंतर से हुई है, जबकि खतौली सीट भारतीय जनता पार्टी के कब्जे से जीतने में समाजवादी पार्टी सफल हुई है. रामपुर हारने से समाजवादी पार्टी जरूर निराश होगी, लेकिन समाजवादी पार्टी प्रशासन पर धांधली के आरोप लगा रही है. खास बात यह है कि शिवपाल सिंह यादव के आने के बाद अब समाजवादी पार्टी नेतृत्व काफी मजबूत हो गया है. शिवपाल यादव एक अच्छे संगठनकर्ता हैं, उनके आने से समाजवादी पार्टी को नगर निकाय चुनाव और लोकसभा चुनाव में फायदा मिलेगा. अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह यादव मिलकर समाजवादी पार्टी को मजबूत करेंगे. उसी के अनुरूप यह लोग अब अपनी नई रणनीति बनाते हुए नजर आएंगे. सपा के बनने वाले प्रदेश संगठन और राष्ट्रीय संगठन में अच्छे और क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखने वाले नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी.


वरिष्ठ पत्रकार राजनीतिक विश्लेषक विजय शंकर पंकज कहते हैं कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने अपनी परंपरागत सीट के अलावा रालोद के गठबंधन वाली खतौली सीट पर जीत दर्ज की है. महत्वपूर्ण यह है कि शिवपाल सिंह यादव ने अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का विलय समाजवादी पार्टी में कर दिया है. यह उत्तर प्रदेश की राजनीति के लिए बहुत बड़ी खबर है. इसके अपने मायने भी हैं. अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के एक साथ होने से समाजवादी पार्टी को काफी सफलता मिलेगी. शिवपाल सिंह यादव को सुरक्षा कम करने के बाद अखिलेश ने उन्हें सम्मान दिया है. अब एक होने से उनकी सियासत काफी मजबूती से होगी. उपचुनाव में शिवपाल सिंह यादव के आने से समाजवादी पार्टी को फायदा हुआ है, यह बात अखिलेश यादव को समझ आ चुकी है. उन्हें यह बात भी समझ आ गई है कि परिवार पूरी तरह से एक साथ रहेगा. तभी समाजवादी पार्टी का भविष्य बेहतर हो सकता है. संगठन पर फोकस करते हुए समाजवादी पार्टी आने वाले दिनों में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है.

यह भी पढ़ें : जानिए प्रदेश में क्यों हुई सत्ताधारी दल की हार, सपा-भाजपा के लिए क्या हैं इस चुनाव के सबक

लखनऊ : मैनपुरी खतौली में जीत और रामपुर में हार के बाद अब समाजवादी पार्टी अपनी आगामी रणनीति तय करने का काम करेगी. खतौली सीट को समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी की झोली से खींचकर अपनी जीत के रूप में तब्दील किया है और मैनपुरी में ऐतिहासिक जीत हुई है. करीब पौने तीन लाख से अधिक वोटों से जीत हुई है, जबकि रामपुर में प्रशासन की गुंडई के दम पर बीजेपी की जीत का समाजवादी पार्टी आरोप लगा रही है. ऐसे में अब भविष्य में नगर निकाय चुनाव हो या फिर लोकसभा चुनाव उसको लेकर समाजवादी पार्टी अपनी रणनीति बेहतरीन ढंग से बनाने का काम करेगी. इसके अलावा शिवपाल सिंह यादव के आने के बाद अब समाजवादी पार्टी अपनी भविष्य की चुनावी रणनीति (Samajwadi Party make a new strategy with Shivpal) को तय करने का काम करेगी.


सबसे खास बात यह है कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले 2016 में शिवपाल सिंह यादव और समाजवादी पार्टी का सियासी सफर समाप्त हो गया था. अब जब मैनपुरी उप चुनाव हुए तो अखिलेश यादव ने उन्हें सम्मान देने का काम किया है. मैनपुरी सीट पर जीत दिलाने में शिवपाल सिंह यादव की अहम भूमिका रही है. यही कारण है कि अखिलेश यादव ने उनकी पार्टी का समाजवादी पार्टी में विलय कराया, अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव एक साथ समाजवादी पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे. शिवपाल सिंह यादव एक अच्छे संगठन कर्ता के रूप में जाने जाते हैं और मुलायम सिंह यादव के सियासी सफर को आगे बढ़ाने में शिवपाल सिंह यादव की भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. उपचुनाव के परिणाम सामने आने के बाद शिवपाल सिंह यादव, अखिलेश यादव के साथ पूरी तरह से एकजुट हुए हैं. ऐसे में अब भविष्य में समाजवादी पार्टी और शिवपाल सिंह यादव के करीबी लोग एक साथ नजर आएंगे, जिसका फायदा समाजवादी पार्टी को सियासत में मिलता हुआ नजर आएगा.

जानकारी देते सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि शिवपाल सिंह यादव के आने से स्वाभाविक रूप से समाजवादी पार्टी मजबूत हुई है. आने वाले नगर निकाय के चुनाव व लोकसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी को इसका फायदा जरूर मिलेगा.

वहीं सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि मैनपुरी में हमारी ऐतिहासिक जीत हुई है. खतौली सीट हम भारतीय जनता पार्टी की झोली से खींचकर जीतने में सफल हुए हैं. रामपुर में भारतीय जनता पार्टी की सरकार की गुंडई के दम पर हम आ रहे हैं. शिवपाल सिंह यादव हमारे साथ आ चुके हैं और इससे समाजवादी पार्टी काफी मजबूत हुई है. हम सब लोग शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव के नेतृत्व में काम करेंगे और समाजवादी पार्टी को मजबूती प्रदान करेंगे, स्वभाविक सी बात है कि शिवपाल सिंह यादव के आने के बाद से समाजवादी पार्टी का सियासी सफर और मजबूती के साथ आगे बढ़ेगा. शिवपाल सिंह यादव एक अच्छे संगठनकर्ता है. नगर निकाय के चुनाव और लोकसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी अब और भी बेहतर प्रदर्शन करेगी. उसी के अनुरूप हम अपनी आगामी रणनीति तय करेंगे. संगठन में अच्छे नेताओं कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देते हुए हम अपना संगठन निर्माण करेंगे.


'राजनीतिक विश्लेषक मनमोहन कहते हैं कि मैनपुरी और खतौली में जो जीत हुई है यह काफी संघर्ष के बाद जीत हुई है. मैनपुरी मुलायम सिंह यादव की परंपरागत सीट रही है, उनके निधन के बाद सहानुभूति पूर्वक यह जीत काफी वोट के अंतर से हुई है, जबकि खतौली सीट भारतीय जनता पार्टी के कब्जे से जीतने में समाजवादी पार्टी सफल हुई है. रामपुर हारने से समाजवादी पार्टी जरूर निराश होगी, लेकिन समाजवादी पार्टी प्रशासन पर धांधली के आरोप लगा रही है. खास बात यह है कि शिवपाल सिंह यादव के आने के बाद अब समाजवादी पार्टी नेतृत्व काफी मजबूत हो गया है. शिवपाल यादव एक अच्छे संगठनकर्ता हैं, उनके आने से समाजवादी पार्टी को नगर निकाय चुनाव और लोकसभा चुनाव में फायदा मिलेगा. अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह यादव मिलकर समाजवादी पार्टी को मजबूत करेंगे. उसी के अनुरूप यह लोग अब अपनी नई रणनीति बनाते हुए नजर आएंगे. सपा के बनने वाले प्रदेश संगठन और राष्ट्रीय संगठन में अच्छे और क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखने वाले नेताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी.


वरिष्ठ पत्रकार राजनीतिक विश्लेषक विजय शंकर पंकज कहते हैं कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने अपनी परंपरागत सीट के अलावा रालोद के गठबंधन वाली खतौली सीट पर जीत दर्ज की है. महत्वपूर्ण यह है कि शिवपाल सिंह यादव ने अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का विलय समाजवादी पार्टी में कर दिया है. यह उत्तर प्रदेश की राजनीति के लिए बहुत बड़ी खबर है. इसके अपने मायने भी हैं. अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के एक साथ होने से समाजवादी पार्टी को काफी सफलता मिलेगी. शिवपाल सिंह यादव को सुरक्षा कम करने के बाद अखिलेश ने उन्हें सम्मान दिया है. अब एक होने से उनकी सियासत काफी मजबूती से होगी. उपचुनाव में शिवपाल सिंह यादव के आने से समाजवादी पार्टी को फायदा हुआ है, यह बात अखिलेश यादव को समझ आ चुकी है. उन्हें यह बात भी समझ आ गई है कि परिवार पूरी तरह से एक साथ रहेगा. तभी समाजवादी पार्टी का भविष्य बेहतर हो सकता है. संगठन पर फोकस करते हुए समाजवादी पार्टी आने वाले दिनों में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है.

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