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देखिए, मिड नाइट ऑपरेशन से कितना सुरक्षित है राजधानी लखनऊ - राजेश कुमार श्रीवास्तव एसपी ट्रांस

राजधानी लखनऊ में एसएसपी कलानिधि नैथानी ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई अहम अभियान चलाए है. जिसमें से प्रमुख  मिड नाइट ऑपरेशन, 420, पैदल गस्त है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था का रियल्टी चेक किया.

राजेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी ट्रांस
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Published : Nov 22, 2019, 3:12 PM IST

Updated : Nov 22, 2019, 4:56 PM IST

लखनऊ: एसएसपी कलानिधि नैथानी के निर्देशन में राजधानी की शांति और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस तमाम दावे कर रही है. इस पर काम करने के लिए प्रयास भी कर रही हैं, जिसके लिए तमाम अभियान चलाए जा रहे हैं. सुरक्षा की दृष्टि से मिड नाइट ऑपरेशन, 420 ,पैदल गस्त कार्य योजना प्रमुख हैं.

ईटीवी भारत ने पुलिस सुरक्षा का किया रियल्टी चेक.

इसके जरिए पुलिस राजधानी में सुरक्षा, शांति होने के दावे कर रही है. आइए देखते हैं कि राजधानी लखनऊ में पुलिस किस तरह से रात में काम करती है और लोगों को शांति सुरक्षा सुदृढ़ता मुहैया कराने के लिए रात में क्या प्रबंध हैं.

ईटीवी भारत ने किया पुलिस सुरक्षा का रियलिटी चेक
सबसे पहले ईटीवी भारत संवाददाता मड़ियाओं थाना अंतर्गत सीतापुर रोड से होते हुए टेढ़ी पुलिया पुलिस चौकी के पास पहुंचे, जहां पुलिस जरूर देखने को मिली. वहीं रास्ते व चौराहों पर पुलिस हमारे कैमरे को नजर नहीं आई. वहीं फिर ईटीवी भारत संवाददाता राम राम बैंक पुलिस चौकी पहुंचे तो वहां चौकी इंचार्ज संदिग्धों वाहनों की चेकिंग करते हुए नजर आए.

पढ़ें: बन रहा स्पोर्ट्स यार्ड- खेलेंगे, कूदेंगे फिट रहेंगे पुलिस वाले
निशातगंज पुल चौकी पर नहीं दिखे सुरक्षाकर्मी

वहां से निकलते हुए कपूरथला चौराहे से होते हुए महानगर चौराहा की तरफ पहुंचे, तो वहां पुलिस का एक बड़ा दस्ता सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद मिला और संदिग्ध गाड़ियों की चेकिंग करते हुए दिखाई दिया. फिर वहां से निकलते हुए महानगर थाने से होते हुए निशातगंज पुल के नीचे बनी चौकी पर कोई पुलिसकर्मी नहीं मिला और न ही चौराहे पर कोई पुलिस की सुरक्षा दिखी.

राजधानी में जिस हिसाब से रात में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था है, उस हिसाब से आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि लखनऊ के लोग कितने सुरक्षित हैं, हालांकि कई जगहों पर पुलिस मौजूद नहीं मिली, लेकिन बहुत सी जगहों पर पुलिस बड़े दस्तों के साथ लखनऊ के लोगों की सुरक्षा करते हुए मौजूद भी मिली.

रात को पुलिसकर्मी गश्त लगाते हैं. वहीं साथ ही डायल-100 और डायल-112 की जो गाड़ियां है वो धूमती रहती हैं. साथ ही साथ हमारा यह भी प्रयास रहता है कि एक जगह लगातार खड़े न हो क्योंकि हमार मकसद रहता है ज्यादा से ज्यादा एरिये को कवर करना.
राजेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी ट्रान्स

लखनऊ: एसएसपी कलानिधि नैथानी के निर्देशन में राजधानी की शांति और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस तमाम दावे कर रही है. इस पर काम करने के लिए प्रयास भी कर रही हैं, जिसके लिए तमाम अभियान चलाए जा रहे हैं. सुरक्षा की दृष्टि से मिड नाइट ऑपरेशन, 420 ,पैदल गस्त कार्य योजना प्रमुख हैं.

ईटीवी भारत ने पुलिस सुरक्षा का किया रियल्टी चेक.

इसके जरिए पुलिस राजधानी में सुरक्षा, शांति होने के दावे कर रही है. आइए देखते हैं कि राजधानी लखनऊ में पुलिस किस तरह से रात में काम करती है और लोगों को शांति सुरक्षा सुदृढ़ता मुहैया कराने के लिए रात में क्या प्रबंध हैं.

ईटीवी भारत ने किया पुलिस सुरक्षा का रियलिटी चेक
सबसे पहले ईटीवी भारत संवाददाता मड़ियाओं थाना अंतर्गत सीतापुर रोड से होते हुए टेढ़ी पुलिया पुलिस चौकी के पास पहुंचे, जहां पुलिस जरूर देखने को मिली. वहीं रास्ते व चौराहों पर पुलिस हमारे कैमरे को नजर नहीं आई. वहीं फिर ईटीवी भारत संवाददाता राम राम बैंक पुलिस चौकी पहुंचे तो वहां चौकी इंचार्ज संदिग्धों वाहनों की चेकिंग करते हुए नजर आए.

पढ़ें: बन रहा स्पोर्ट्स यार्ड- खेलेंगे, कूदेंगे फिट रहेंगे पुलिस वाले
निशातगंज पुल चौकी पर नहीं दिखे सुरक्षाकर्मी

वहां से निकलते हुए कपूरथला चौराहे से होते हुए महानगर चौराहा की तरफ पहुंचे, तो वहां पुलिस का एक बड़ा दस्ता सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद मिला और संदिग्ध गाड़ियों की चेकिंग करते हुए दिखाई दिया. फिर वहां से निकलते हुए महानगर थाने से होते हुए निशातगंज पुल के नीचे बनी चौकी पर कोई पुलिसकर्मी नहीं मिला और न ही चौराहे पर कोई पुलिस की सुरक्षा दिखी.

राजधानी में जिस हिसाब से रात में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था है, उस हिसाब से आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि लखनऊ के लोग कितने सुरक्षित हैं, हालांकि कई जगहों पर पुलिस मौजूद नहीं मिली, लेकिन बहुत सी जगहों पर पुलिस बड़े दस्तों के साथ लखनऊ के लोगों की सुरक्षा करते हुए मौजूद भी मिली.

रात को पुलिसकर्मी गश्त लगाते हैं. वहीं साथ ही डायल-100 और डायल-112 की जो गाड़ियां है वो धूमती रहती हैं. साथ ही साथ हमारा यह भी प्रयास रहता है कि एक जगह लगातार खड़े न हो क्योंकि हमार मकसद रहता है ज्यादा से ज्यादा एरिये को कवर करना.
राजेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी ट्रान्स

Intro:स्पेशल

राजधानी लखनऊ में एसएसपी कलानिधि नैथानी के निर्देशन में लखनऊ की शांति व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस तमाम दावे कर रही है। और उन पर काम करने के लिए प्रयास भी कर रहे हैं। जिसके तहत तमाम अभियान चलाए जा रहे हैं। मिडनाइट ऑपरेशन, 420 ,पैदल गस्त कार्य योजना लखनऊ के पुलिस अपना रही है। और यह दावा कर रही है। लखनऊ में लोगों की सुरक्षा शांति सुदृढ़ता को बनाए रखने के लिए दावे करती है। आइए देखते हैं। राजधानी लखनऊ में लखनऊ पुलिस रात में किस तरह से काम करती है ।और लोगों को शांति सुरक्षा सुदृढ़ता मुहैया कराने के लिए रात में क्या प्रबंध है ।आइए जानते हैं ।लखनऊ की सुरक्षा व्यवस्था।


Body:लखनऊ की शांति व्यवस्था सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ता बनाए रखने के लिए लखनऊ पुलिस तरह तरह के अभियान चला रही है। हर तरह के आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए पूरी कोशिश कर रही है ।वही रात में भी पुलिस पैदल गस्त और मिडनाइट ऑपरेशन चला रही है। इसका रियलिटी टेस्ट करने के लिए ईटीवी भारत के संवाददाता ने कुछ जगह को चुना और उनका जायजा लिया सबसे पहले मड़ियाओं थाना अंतर्गत सीतापुर रोड से होते हुए अजीजगंज बाईपास चौकी से होते हुए इंजीनियरिंग चौराहा की तरफ टेढ़ी पुलिया पुलिस चौकी निकले चौकियों पर जरूर पुलिस देखने को मिली लेकिन रास्ते व चौराहों पर पुलिस हमारे कैमरे को नजर नहीं आई ।वहां से मोड़ते हुए राम राम बैंक पुलिस चौकी पहुंचे तो वहां राम राम बैंक की चौकी इंचार्ज संदिग्धों वाहनों चेकिंग करते हुए नजर आए ,वहीं से पीछे मुड़ते हुए इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा पर पहुंचकर बाए मुड़े और ओवरब्रिज से चलते हुए मड़ियाओं थाना पहुंचे जहां पुलिस मौजूद मिली वहां से निकलते हुए केशव नगर पुलिस चौकी से वापस आते समय पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पर मौजूद मिली ।वहीं से पुरनिया ओवर ब्रिज पर चढ़ते हुए ,अलीगंज चौराहा पहुंचे वहां से हंड्रेड डायल गुजरती दिखी वहां से निकलते हुए हम कपूरथला पहुंचे तो कपूरथला पर भी 100 नंबर की गाड़ियां देखी गई ,वहां से मुड़कर अलीगंज थाना पहुंचे तब अलीगंज थाने के पास अलीगंज की पीआरबी गाड़ी व कुछ पुलिस के जवान मौजूद मिले फिर वहां से निकलते हुए कपूरथला चौराहे से निकल कर महानगर चौराहा की तरफ पहुंचे तो वहां पुलिस का एक बड़ा दस्ता सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद मिला और संदिग्ध गाड़ियों की चेकिंग करते हुए दिखाई दिया ।फिर वहां से निकलते हुए महानगर थाने से निशातगंज पुल के नीचे बनी चौकी पर कोई नहीं मिला और ना ही चौराहे पर कोई मिला वहां से आगे निकलकर बादशाह नगर स्टेशन से पॉलिटेक्निक की तरफ जाते हुये लेखराज पुलिस चौकी और चौराहा पर ना ही कोई पुलिसकर्मी मिला नहीं चौकी पर कोई मौजूद था ।वहां से निकलते हुए सीधा एच एल पुलिस चौकी गाजीपुर देखी गई , वहां भी कोई नहीं मिला वहां से आगे बढ़कर गाजीपुर थाना पहुंचे तो वहां दो पुलिसकर्मी नजर आए फिर वहां से आगे निकलते हुए पॉलिटेक्निक चौराहा पर पहुंचे जो हमारी रिपोर्ट का अंतिम पड़ाव था ।वहां पॉलिटेक्निक चौराहा पर कोई पुलिसकर्मी नहीं मिला और ना ही चौकी पर कोई मौजूद मिला लेकिन हां बीच-बीच कई जगह हंड्रेड डायल की और पी आर वी की गाड़ियां गश्त करती जरूर मिली।


Conclusion:फिलहाल जिस हिसाब से रात में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था है ।उस हिसाब से आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं। कि लखनऊ के लोग कितने सुरक्षित हैं ।हालांकि कई जगहों पर पुलिस मौजूद नहीं मिली लेकिन बहुत सी जगहों पर पुलिस बड़े दस्तों के साथ लखनऊ के लोगों की सुरक्षा करते हुए मौजूद मिली। फिलहाल इस पूरे मुद्दे पर गोमती से बात की तो उन्होंने कहा अधिकतर चौकी चौराहा से पुलिस मूवमेंट पर निकल जाती है। जिसकी वजह से कभी-कभी चौरहो और पुलिस चौकी पर पुलिस मौजूद नहीं होती क्योंकि पुलिस के मूवमेंट से अपराधियों को आसानी से पकड़ लिया जाता है ।

सम्बददाता सतेंद्र शर्मा8193864012

बाइट एस पी ट्रान्स गोमती, राजेश कुमार श्री वास्तव

संवाददाता सत्येंद्र शर्मा 8193 86412
Last Updated : Nov 22, 2019, 4:56 PM IST
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