लखनऊ: एसएसपी कलानिधि नैथानी के निर्देशन में राजधानी की शांति और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस तमाम दावे कर रही है. इस पर काम करने के लिए प्रयास भी कर रही हैं, जिसके लिए तमाम अभियान चलाए जा रहे हैं. सुरक्षा की दृष्टि से मिड नाइट ऑपरेशन, 420 ,पैदल गस्त कार्य योजना प्रमुख हैं.
इसके जरिए पुलिस राजधानी में सुरक्षा, शांति होने के दावे कर रही है. आइए देखते हैं कि राजधानी लखनऊ में पुलिस किस तरह से रात में काम करती है और लोगों को शांति सुरक्षा सुदृढ़ता मुहैया कराने के लिए रात में क्या प्रबंध हैं.
ईटीवी भारत ने किया पुलिस सुरक्षा का रियलिटी चेक
सबसे पहले ईटीवी भारत संवाददाता मड़ियाओं थाना अंतर्गत सीतापुर रोड से होते हुए टेढ़ी पुलिया पुलिस चौकी के पास पहुंचे, जहां पुलिस जरूर देखने को मिली. वहीं रास्ते व चौराहों पर पुलिस हमारे कैमरे को नजर नहीं आई. वहीं फिर ईटीवी भारत संवाददाता राम राम बैंक पुलिस चौकी पहुंचे तो वहां चौकी इंचार्ज संदिग्धों वाहनों की चेकिंग करते हुए नजर आए.
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निशातगंज पुल चौकी पर नहीं दिखे सुरक्षाकर्मी
वहां से निकलते हुए कपूरथला चौराहे से होते हुए महानगर चौराहा की तरफ पहुंचे, तो वहां पुलिस का एक बड़ा दस्ता सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद मिला और संदिग्ध गाड़ियों की चेकिंग करते हुए दिखाई दिया. फिर वहां से निकलते हुए महानगर थाने से होते हुए निशातगंज पुल के नीचे बनी चौकी पर कोई पुलिसकर्मी नहीं मिला और न ही चौराहे पर कोई पुलिस की सुरक्षा दिखी.
राजधानी में जिस हिसाब से रात में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था है, उस हिसाब से आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि लखनऊ के लोग कितने सुरक्षित हैं, हालांकि कई जगहों पर पुलिस मौजूद नहीं मिली, लेकिन बहुत सी जगहों पर पुलिस बड़े दस्तों के साथ लखनऊ के लोगों की सुरक्षा करते हुए मौजूद भी मिली.
रात को पुलिसकर्मी गश्त लगाते हैं. वहीं साथ ही डायल-100 और डायल-112 की जो गाड़ियां है वो धूमती रहती हैं. साथ ही साथ हमारा यह भी प्रयास रहता है कि एक जगह लगातार खड़े न हो क्योंकि हमार मकसद रहता है ज्यादा से ज्यादा एरिये को कवर करना.
राजेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी ट्रान्स