लखनऊ : नोएडा की एक हाईराइज बिल्डिंग की लिफ्ट अचानक रात में फंस गई. करीब आठ लोग लिफ्ट में आधे घंटे तक फंसे रहे, जिस पर फायर डिपार्टमेंट को सूचना दी गई. जिसके बाद और आधे घंटे फायर विभाग को लगे लिफ्ट खोलने में. लखनऊ के मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों मरीज के साथ चार लोग लिफ्ट में फंस गए. फायर डिपार्टमेंट के कर्मचारियों ने देशी तकनीकी का इस्तेमाल कर करीब पौन घंटे में लिफ्ट खोली और लोगों को बाहर निकाला. वर्षों से फायर डिपार्टमैन देशी तकनीकी से लिफ्ट खोल कर लोगों को रेस्क्यू कर रहा है. इसी देशी तकनीकी से निजात पाने के लिए फायर डिपार्टमेंट ने Rapid Intervention Tools की खरीद की है जो कुछ चंद सेकेंड में लिफ्ट खोल कर फंसे लोगों को बाहर निकाल सकेगा.
![लिफ्ट खोलने के टूल्स.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/24-11-2023/20104187_fire1.jpg)
तीन सेकंड में खुल जाएगी फंसी लिफ्ट : राजधानी के मुख्य अग्निशमन अधिकारी (CFO) मंगेश कुमार का कहना है कि जब किसी बिल्डिंग में कोई लिफ्ट अचानक फंस जाती है तो फायर डिपार्टमेंट की सहायता ली जाती है. ऐसे में जब हमारा राहत दल मौके पर पहुंचता तब लिफ्ट को खोलने के लिए लोहे की रॉड, सरिया या बेलचा जैसे देशी उपकरणों के सहायता से लिफ्ट खोलने का प्रयास किया जाता है. जिसमें काफी वक्त लग जाता है. ऐसे में शासन की मंजूरी के बाद मुख्यालय स्तर से कुल 18 Rapid Intervention Tool खरीदे गए हैं. जिसकी सहायता से 8 टन तक की किसी भी भारी चीज को आसानी से उठाया जा सकता है. इसकी मदद से अब हम लिफ्ट को कुछ तीन से चार सेकेंड में आसानी से खोल सकते हैं.
दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी का दरवाजा खोलने व फांसी गाड़ी को निकालने में देगा मदद : सीएफओ मंगेश कुमार के अनुसार न सिर्फ लिफ्ट खोलने, बल्कि किसी सड़क दुर्घटना के दौरान बुरी तरह क्षतिग्रस्त गाड़ी के दरवाजों को आसानी से खोलने, आपस में भिड़ी दो गाड़ियों को एक दूसरे से अलग करने के लिए Rapid Intervention Tool की सहायता ली जा सकेगी. यह टूल्स कुछ ही सेकंड में गाड़ी का दरवाजा खोल कर अंदर फंसे लोगों को रेस्क्यू किया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति की जान रेस्क्यू में अधिक समय लगने के कारण ही जाती है. ऐसे में ये टूल्स रेस्क्यू में लगने वाले अधिक समय की अवधि को कम और आसान करेगा.
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