लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पहली बार अवध की संगीत, साहित्य, कला और शिक्षा आदि के क्षेत्र की 57 विभूतियों का एक एल्बम 'अवध की शान' लेकर आ रही है. इसका विमोचन लखनऊ में किया जा रहा है. इस सिलसिलें में 57 विभूतियों को विमोचन के लिए लखनऊ में शामिल होने आ रहे है.
अवध की शान में शामिल होंगे 57 विभूतियां
रमणीक सोसाइटी के अध्यक्ष ने बताया कि ऐसा पहली बार लखनऊ और उत्तर प्रदेश में हो रहा है कि लखनऊ में जन्मी तमाम विभूतियों को एक साथ एक मंच पर लाया जा रहा है. ये वह विभूतियां है जो लखनऊ से किसी न किसी तरह से जुड़ी रही हैं. इनमें कुछ दिवंगत विभूतियों को भी शामिल किया गया है. वहीं कई अन्य विभूतियां एल्बम के विमोचन पर लखनऊ में उपस्थित रहेंगे. इस एल्बम की खास बात यह है कि इसमें संगीत, साहित्य कला और शिक्षा समेत हर तरह के क्षेत्र में अपना नाम कमा चुके महान कलाकार शामिल होंगे. इस एल्बम का नाम 'अवध की शान' रखा गया है. इसका विमोचन 15 सितंबर को किया जाएगा.
इस एल्बम में 19 ऐसी महान विभूतियों को भी शामिल किया गया है जो आज हमारे बीच नहीं हैं. इनमें भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी, अमृतलाल नागर, यशपाल जी, भगवती चरण वर्मा, संगीतकार नौशाद, फिल्म अभिनेता एवं पूर्व सांसद सुनील दत्त, संगीतकार मदन मोहन, व्यंग्यकार केपी सक्सेना और साहित्यकार मुद्राराक्षस आदि शामिल हैं.
इनके अलावा इस एल्बम के विमोचन के दौरान इस कार्यक्रम में पद्म विभूषण पंडित बिरजू जी महाराज, पद्म विभूषण राज बिसारिया, पद्म श्री अनूप जलोटा, पद्मश्री मुजफ्फर अली, पद्मश्री मालिनी अवस्थी, इतिहासकार योगेश प्रवीन और इतिहासकार रवी भट्ट समेत कई अन्य लोग शामिल हो रहे हैं.
इस एल्बम का विमोचन करने का मुख्य उद्देश्य है कि लोग लखनऊ के कलाकारों और महान विभूतियों के बारे में जाने. हमारे आने वाली पीढ़ी को भी पता चले कि लखनऊ ने हर क्षेत्र में तमाम ऐसे महानुभाव दिए हैं जिन पर हम गर्व कर सकते हैं.
सर्वेश कुमार त्रिवेदी, अध्यक्ष, रमणीक सोसाइटी