लखनऊ : लखनऊ स्थित भारतीय रेलवे यातायात प्रबंधन संस्थान पहुंचे देश के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव में रेलवे की छवि बेहतर करने के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए. उनके खानपान से लेकर आरामदायक सफर को सुविधाजनक बनाने के प्रयास करने की बात कही. उन्होंने रेलवे में सेवाओं के विलय को लेकर अफसरों के बीच बनी संदेह की स्थिति को भी साफ किया.
सोमवार को देश के रेलमंत्री ने प्रेसवार्ता की. उसके बाद भारतीय रेलवे यातायात प्रबंधन संस्थान (इरिटम) का दौरा किया. ट्रेनिंग ले रहे प्रोबेशनरी रेलवे अफसरों से रेलवे व अन्य मुद्दों पर बातचीत की. उन्होंने रेलवे में सेवाओं का विलय नहीं होने की बात कही. रेलमंत्री ने कोयले, यात्रियों, खाद्यान्न आदि की बाधाओं को दूर करने की जरूरत पर जोर दिया. कहा कि भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, हमें मौलिक रूप से बदलना होगा. रेलवे बजट के आवंटन में समस्याएं नहीं होंगी. उन्होंने रेलवे के नेटवर्क के विस्तार की आवश्यकता भी जताई.
रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे 250 किलोमीटर से हजार किलोमीटर तक यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर प्लानिंग करेगा. कार्गो को मालगाड़ी की परीक्षा नहीं करनी चाहिए, बल्कि मालगाड़ी को कार्गो का इंतजार करना चाहिए. निजीकरण के मुद्दे पर रेलमंत्री ने कहा कि निजीकरण नहीं, निगमीकरण हो रहा है. रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि गुड्स शेड और टर्मिनलों को बेहतर बनाने के लिए बड़े कदम उठाने और निजी भागीदारी के बीच उचित अनुपात रखा जाए. उन्होंने कहा कि कोई शॉर्टकट नहीं, एक समय में दो तीन वस्तुओं पर ही ध्यान दें.
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