लखनऊ: राजधानी लखनऊ में दहेज प्रथा को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए प्रतियोगिता 'पैगाम 2019' का आयोजन किया गया. जिसमें नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता की गई. इस नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता का विषय 'दहेज देना भी है हराम' रखा गया.
वी फाउंडेशन द्वारा कार्यक्रम का आयोजन
राजधानी में 'पैगाम 2019' का आयोजन वी संस्था द्वारा किया गया था. संस्था के प्रमुख देश दीपक सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि लखनऊ के तमाम स्कूल कॉलेज के छात्रों ने नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. जिनमें दहेज न देने के विषय पर छात्र-छात्राओं ने बेहद खास अंदाज में नुक्कड़ नाटक पेश किए. अक्टूबर भर चली इस प्रतियोगिता में कुछ छात्र-छात्राओं को शॉर्टलिस्ट किया गया था, जिसके बाद गुरुवार को समापन अवसर पर उन्हें पुरस्कृत भी किया गया.
छात्र-छात्राओं ने दी शानदार प्रस्तुति
वी फाउंडेशन के संस्थापक ने बताया कि खास बात यह भी रही कि इस नुक्कड़ नाटक में कुछ उन बच्चों ने भी अपना प्रदर्शन दिया जो देख नहीं सकते हैं, लेकिन फिर भी उन्होंने इस विषय को महसूस किया और इस पर एक बेहद शानदार प्रस्तुति दी.
नुक्कड़ नाटक के जरिेए दहेज न देने पर दिया गया जोर
कार्यक्रम के समापन आयोजन में शामिल हुए रंगकर्मी सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ ने कहा कि यह बेहद अच्छा विषय है, क्योंकि लोग अक्सर दहेज लेने की बात पर चर्चा करते हैं, लेकिन दहेज न देने की बात पर पहली बार ऐसा कोई आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में बच्चों ने प्रतिभाग किया है. यह देखकर मुझे बेहद खुशी हो रही है कि किसी ने ऐसे मुद्दे को उठाया है, जो लीक से हटकर है और जिस पर बात की जानी बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस संस्था को मेरी शुभकामनाएं हैं कि वह इसी तरह के कुछ मुद्दों को आगे भी उठाएं, जिससे लोग इसके बारे में जागरूक हो सकें.
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छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित
'पैगाम 2019' के समापन अवसर पर कई कॉलेजों के छात्र-छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया, जिसमें आईटी कॉलेज को प्रथम, एलपीसी कॉलेज को द्वितीय और एलयू को तृतीय स्थान मिला. साथ ही कार्यक्रम में दृष्टिहीन बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए नुक्कड़ नाटक के लिए भी उन्हें सम्मानित किया गया. इसके अलावा यहां पर पूरे देश भर से स्लोगन-पोएट्री राइटिंग की प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें बेहतरीन कविताएं और स्लोगन लिखने वाले छात्र-छात्राओं को चयनित कर सम्मानित भी किया गया.