लखनऊ: लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में जूनियर्स की रैगिंग-इमरजेंसी में मारपीट को लेकर शासन खफा है. ऐसे में निदेशक ने दोनों घटनाओं पर रिपोर्ट तलब की है. इस मामले की जांच प्रॉक्टोरियल बोर्ड करेगा.
जानें पूरा मामला
लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एमबीबीएस की 200 सीटें हैं. कोरोना की वजह से 1 फरवरी 2021 से शैक्षणिक सत्र शुरू हुआ. पहले 14 दिन छात्र हॉस्टल में क्वारंटाइन किए गए. इस दौरान कोरोना टेस्ट हुए और ऑनलाइन क्लास चलीं. इस बीच सीनियर्स ने कर्मियों की मिलीभगत से नए एमबीबीएस छात्रों का वेबसाइट से नम्बर निकाला. छात्रों को कॉल पर सीनियर्स ने जीरो प्वॉइंट बाल ट्रिमर से कटवाने के निर्देश दिए. प्रताड़ना का मामला यहीं तक नहीं रुका. सीनियर्स ने वाट्सएप कॉल कर छात्रों से गाली-गलौज किया साथ ही वीडियो कॉलिंग कर उनसे लुंगी डांस कराया. दो छात्रों ने इस मामले की शिकायत मेल से की. मगर, जिम्मेदार मामले पर कुंडली मारे बैठे रहे. ऐसे में ईटीवी भारत ने रैगिंग की घटना को सिलसिलेवार तरीके से उजागर किया. इसके बाद हरकत में आए संस्थान ने मामले की जांच पांच सदस्यीय प्रॉक्टोरियल बोर्ड को सौंप दी है. तीन दिन में कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
इसे भी पढ़ें- लोहिया संस्थान में फिर उठा रैगिंग का जिन्न, जूनियर MBBS छात्रों के कटवाए बाल
मारपीट करने वालों की वीडियो से होगी पहचान
संस्थान की इमरजेंसी में जूनियर डॉक्टरों ने गुरुवार को जमकर हुड़दंग किया था. रात में होली का जश्न मनाने जुटे एमबीबीएस के सीनियर छात्रों में 2 बीमार हो गए. इलाज के लिए इमरजेंसी पहुंचे छात्रों ने जमकर उत्पात मचाया और मारपीट की. आरोप है कि इसमें कई छात्र नशे की हालत में थे. छात्रों ने इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर, स्वीपर और सुरक्षा गार्डों को भी पीट दिया.
इसे भी पढ़ें- लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में नहीं रुक रही रैगिंग, शिकायत पर खानापूर्ति
लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह ने कहा कि रैगिंग और इमरजेंसी में मारपीट की घटना की जांच की जाएगी. दोनों मामले की जांच पांच सदस्यीय प्रॉक्टोरियल बोर्ड करेगा. बोर्ड 3 दिन में इसपर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा. जो भी दोषी होगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.