लखनऊ: प्रदेश की राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. हर दिन यहां संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ रहा है. कोरोना मामलों की निगरानी के लिए जिला प्रशासन ने स्मार्ट सिटी ऑफिस में कोविड केयर कंट्रोल रूम बनाया है. इंटीग्रेटेड कोविड केयर कंट्रोल रूम का रविवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार ने निरीक्षण किया. यहां उन्होंने हाईटेक कंट्रोल रूम की संचालन व्यवस्था का जायजा लिया.
अधिकारियों को दिए निर्देश
निरीक्षण के दौरान आलोक कुमार ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पाॅजिटिव आने वाले कोविड रोगियों की कान्टेक्ट ट्रेसिंग नियमित तौर पर तेज़ी के साथ की जाए. इसके साथ-साथ पाज़िटिव रोगी के सम्पर्क में आए समस्त प्राइमरी कांटेक्ट की टेस्टिंग भी अनिवार्य रूप से कराई जाए.
जिलाधिकारी से ली जानकारी
प्रमुख सचिव ने यहां पर जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के साथ कोविड-19 को लेकर जनपद लखनऊ में उपचार, फॉलोअप, एम्बुलेंस, एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम एवं एल-1, एल-2, एल-3 कोविड हाॅस्पिटल्स में कोविड रोगियों के समुचित उपचार व्यवस्थाओं की भी जानकारी हासिल की.
रेस्पॉन्स टीम का किया गया गठन
निरीक्षण के बाद प्रमुख सचिव और जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक भी की. बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से जनपद में 110 रेपिड रेस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है. जिसमें से 100 फील्ड में सक्रिय रहेंगी और 10 रेपिड रेस्पॉन्स टीम को इमरजेंसी के लिए रिज़र्व रखा गया है. उन्होंने बताया कि 100 RRT में से शहरी क्षेत्रों में 82 और 18 टीमें ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय रहेंगी. जिलाधिकारी ने बताया कि हर RRT में स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट व होमगार्ड की नियुक्ति की गई है. रविवार देर शाम तक सभी RRT सक्रिय हो जाएंगी और सोमवार सुबह 8 बजे से अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य करेंगी.
नामित किए गए अधिकारी
अभिषेक प्रकाश ने बताया कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रों की समस्त CHC में 25 अगस्त तक इंट्रीग्रेटेड कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की स्थापना कर दी जाएगी. इसके प्रभारी अपर नगर मजिस्ट्रेट/उपज़िलाधिकारी नामित किए गए हैं. इसके साथ ही प्रभारी अधिकारियों के साथ एक MOIC की भी ड्यूटी लगाई है. जो कंट्रोल सेंटर और RRT की मॉनिटरिंग करेंगे.
यह अधिकारी भी रहे मौजूद
निरीक्षण में मुख्य विकास अधिकारी ममनीष बंसल, विशेष सचिव राजकमल यादव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर आरपी सिंह सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे. बैठक में निर्देश दिए गए कि जिन क्षेत्रों में सबसे अधिक पाज़िटिव केस आ रहे हैं उनको कंटेटमेंट ज़ोन घोषित करके लॉकडाउन की कार्यवाही की जाए. होम आइसोलेशन वाले रोगियों के स्वास्थ्य पर कड़ी निगरानी रखी जाए, हालत बिगड़ते ही उनको हास्पिटल में भर्ती कराया जाए.
लखनऊः प्रमुख सचिव ने किया इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम का निरीक्षण, दिए निर्देश
राजधानी लखनऊ मेें रविवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार ने स्मार्ट सिटी ऑफिस में बनाए गए इंटीग्रेटेड कोविड केयर कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने एक बैठक की और डीएम को कोरोना से संबंधित आवश्यक निर्देश दिए.
लखनऊ: प्रदेश की राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. हर दिन यहां संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ रहा है. कोरोना मामलों की निगरानी के लिए जिला प्रशासन ने स्मार्ट सिटी ऑफिस में कोविड केयर कंट्रोल रूम बनाया है. इंटीग्रेटेड कोविड केयर कंट्रोल रूम का रविवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य आलोक कुमार ने निरीक्षण किया. यहां उन्होंने हाईटेक कंट्रोल रूम की संचालन व्यवस्था का जायजा लिया.
अधिकारियों को दिए निर्देश
निरीक्षण के दौरान आलोक कुमार ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पाॅजिटिव आने वाले कोविड रोगियों की कान्टेक्ट ट्रेसिंग नियमित तौर पर तेज़ी के साथ की जाए. इसके साथ-साथ पाज़िटिव रोगी के सम्पर्क में आए समस्त प्राइमरी कांटेक्ट की टेस्टिंग भी अनिवार्य रूप से कराई जाए.
जिलाधिकारी से ली जानकारी
प्रमुख सचिव ने यहां पर जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के साथ कोविड-19 को लेकर जनपद लखनऊ में उपचार, फॉलोअप, एम्बुलेंस, एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम एवं एल-1, एल-2, एल-3 कोविड हाॅस्पिटल्स में कोविड रोगियों के समुचित उपचार व्यवस्थाओं की भी जानकारी हासिल की.
रेस्पॉन्स टीम का किया गया गठन
निरीक्षण के बाद प्रमुख सचिव और जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक भी की. बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से जनपद में 110 रेपिड रेस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है. जिसमें से 100 फील्ड में सक्रिय रहेंगी और 10 रेपिड रेस्पॉन्स टीम को इमरजेंसी के लिए रिज़र्व रखा गया है. उन्होंने बताया कि 100 RRT में से शहरी क्षेत्रों में 82 और 18 टीमें ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय रहेंगी. जिलाधिकारी ने बताया कि हर RRT में स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट व होमगार्ड की नियुक्ति की गई है. रविवार देर शाम तक सभी RRT सक्रिय हो जाएंगी और सोमवार सुबह 8 बजे से अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य करेंगी.
नामित किए गए अधिकारी
अभिषेक प्रकाश ने बताया कि शहर और ग्रामीण क्षेत्रों की समस्त CHC में 25 अगस्त तक इंट्रीग्रेटेड कोविड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की स्थापना कर दी जाएगी. इसके प्रभारी अपर नगर मजिस्ट्रेट/उपज़िलाधिकारी नामित किए गए हैं. इसके साथ ही प्रभारी अधिकारियों के साथ एक MOIC की भी ड्यूटी लगाई है. जो कंट्रोल सेंटर और RRT की मॉनिटरिंग करेंगे.
यह अधिकारी भी रहे मौजूद
निरीक्षण में मुख्य विकास अधिकारी ममनीष बंसल, विशेष सचिव राजकमल यादव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर आरपी सिंह सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे. बैठक में निर्देश दिए गए कि जिन क्षेत्रों में सबसे अधिक पाज़िटिव केस आ रहे हैं उनको कंटेटमेंट ज़ोन घोषित करके लॉकडाउन की कार्यवाही की जाए. होम आइसोलेशन वाले रोगियों के स्वास्थ्य पर कड़ी निगरानी रखी जाए, हालत बिगड़ते ही उनको हास्पिटल में भर्ती कराया जाए.