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उन्नाव रेप केस: पीड़िता को एयरलिफ्ट करने की तैयारियां पूरी, रोड मैप किया गया तैयार - उत्तर प्रदेश समाचार

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केजीएमयू प्रशासन उन्नाव रेप पीड़िता को एयरलिफ्ट करने की तैयारियों में जुटा हुआ है. एयरलिफ्ट करने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है.

पीड़िता को एयरलिफ्ट करने की तैयारी हुई तेज.
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Published : Aug 5, 2019, 5:33 PM IST

Updated : Aug 5, 2019, 7:38 PM IST

लखनऊ: बीते 28 जुलाई को रायबरेली रोड हादसे में उन्नाव रेप पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गया था. दोनों को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था. मामले में राजनीति तेज होने पर सुप्रीम केर्ट ने संज्ञान लिया. कोर्ट ने उन्नाव रेप पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर लखनऊ से दिल्ली ले जाने का निर्देश दिया है.

उन्नाव रेप केस पीड़िता के वकील को आज केजीएमयू से दिल्ली एम्स ट्रांसफर नहीं किया जाएगा. सिविल एविएशन डिपार्टमेंट ने एक एंबुलेंस की व्यवस्था कराई है. नाइट एयरलिफ्ट के लिए परमिशन मांगी जाएगी, अगर परमिशन मिलती है तो फिर रेप पीड़िता के वकील को भी एम्स के लिए भेजा जाएगा.

पीड़िता को किया जाएगा एयरलिफ्ट.

इसके बाद केजीएमयू प्रशासन एयरलिफ्ट की तैयारियों में जुटा हुआ है. सीएमएस डॉक्टर संखवार ने बताया कि एयरलिफ्ट कराने का आदेश मिल चुका है. एयरलिफ्ट कराने के लिए एंबुलेंस तैयार की जा रही है. डॉक्टरों की भी टीम बनाई गई है. इस प्रक्रिया में तकरीबन एक से डेढ़ घंटा लगने की उम्मीद है.

जिला प्रशासन की ओर से पुलिस को निर्देश जारी करते हुए 5 बजे का समय दिया गया है. 5 बजे से लखनऊ पुलिस अलर्ट मोड में आ जाएगी. केजीएमयू से एंबुलेंस निकलने के बाद 1090 चौराहा होते हुए शहीद पथ के रास्ते एयरपोर्ट पहुंचेगी. एंबुलेंस की सुविधा के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. हालांकि केजीएमयू से एयरपोर्ट जाने के लिए पहले से यह रूट निर्धारित है. रूट पर पुलिस की ड्यूटी लगा दी गई है.

पढ़ें:- उन्नाव रेप केस: सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता को एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाने की दी इजाजत

उन्नाव रेप पीड़िता को एयरलिफ्ट करने की तैयारियां तेज हो गई हैं. इसी कड़ी में अब ट्रॉमा सेंटर के बाहर भारत सरकार सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एंबुलेंस लाकर खड़ी कर दी गई है. बताया जा रहा है इसी एंबुलेंस से पीड़िता को एयरपोर्ट तक ले जाया जाएगा और वहां से एयरलिफ्ट करके पीड़िता को दिल्ली के एम्स अस्पताल में पहुंचाया जाएगा.

इस दौरान वायुयान में चिकित्सक भी मौजूद रहेंगे. जो लगातार पीड़िता की हालत को देखते रहेंगे. ट्रॉमा सेंटर में इस दौरान राजधानी प्रशासन के लोग मौजूद हैं. बताया जा रहा है उनका इस तरह सेंटर में आने की वजह रेप पीड़िता को एयरपोर्ट तक ले जाने वाले रास्ते में किसी भी तरह के व्यवधान न आने पाए.

लखनऊ: बीते 28 जुलाई को रायबरेली रोड हादसे में उन्नाव रेप पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गया था. दोनों को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था. मामले में राजनीति तेज होने पर सुप्रीम केर्ट ने संज्ञान लिया. कोर्ट ने उन्नाव रेप पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर लखनऊ से दिल्ली ले जाने का निर्देश दिया है.

उन्नाव रेप केस पीड़िता के वकील को आज केजीएमयू से दिल्ली एम्स ट्रांसफर नहीं किया जाएगा. सिविल एविएशन डिपार्टमेंट ने एक एंबुलेंस की व्यवस्था कराई है. नाइट एयरलिफ्ट के लिए परमिशन मांगी जाएगी, अगर परमिशन मिलती है तो फिर रेप पीड़िता के वकील को भी एम्स के लिए भेजा जाएगा.

पीड़िता को किया जाएगा एयरलिफ्ट.

इसके बाद केजीएमयू प्रशासन एयरलिफ्ट की तैयारियों में जुटा हुआ है. सीएमएस डॉक्टर संखवार ने बताया कि एयरलिफ्ट कराने का आदेश मिल चुका है. एयरलिफ्ट कराने के लिए एंबुलेंस तैयार की जा रही है. डॉक्टरों की भी टीम बनाई गई है. इस प्रक्रिया में तकरीबन एक से डेढ़ घंटा लगने की उम्मीद है.

जिला प्रशासन की ओर से पुलिस को निर्देश जारी करते हुए 5 बजे का समय दिया गया है. 5 बजे से लखनऊ पुलिस अलर्ट मोड में आ जाएगी. केजीएमयू से एंबुलेंस निकलने के बाद 1090 चौराहा होते हुए शहीद पथ के रास्ते एयरपोर्ट पहुंचेगी. एंबुलेंस की सुविधा के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. हालांकि केजीएमयू से एयरपोर्ट जाने के लिए पहले से यह रूट निर्धारित है. रूट पर पुलिस की ड्यूटी लगा दी गई है.

पढ़ें:- उन्नाव रेप केस: सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता को एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाने की दी इजाजत

उन्नाव रेप पीड़िता को एयरलिफ्ट करने की तैयारियां तेज हो गई हैं. इसी कड़ी में अब ट्रॉमा सेंटर के बाहर भारत सरकार सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एंबुलेंस लाकर खड़ी कर दी गई है. बताया जा रहा है इसी एंबुलेंस से पीड़िता को एयरपोर्ट तक ले जाया जाएगा और वहां से एयरलिफ्ट करके पीड़िता को दिल्ली के एम्स अस्पताल में पहुंचाया जाएगा.

इस दौरान वायुयान में चिकित्सक भी मौजूद रहेंगे. जो लगातार पीड़िता की हालत को देखते रहेंगे. ट्रॉमा सेंटर में इस दौरान राजधानी प्रशासन के लोग मौजूद हैं. बताया जा रहा है उनका इस तरह सेंटर में आने की वजह रेप पीड़िता को एयरपोर्ट तक ले जाने वाले रास्ते में किसी भी तरह के व्यवधान न आने पाए.

Intro:बीती 28 जुलाई को रायबरेली रोड हादसे में उन्नाव रेप पीड़िता व उसके वकील कार एक्सीडेंट हो जाता है इसके बाद उन्नाव रेप पीड़िता वकील को ट्रामा सेंटर के आईसीयू में भर्ती किया जाता है। जहां पर बेहतर इलाज देने के बाद ट्रामा सेंटर द्वारा की जाती है इस दौरान राजनीति तेज हो जाती है। यहां पर लगातार योगी सरकार पर सवाल उठने लगते हैं इसके बाद पीड़िता की हालत पर संज्ञान लेते हुए सर्वोच्च न्यायालय या तय करता है कि अगले आने वाले 45 दिनों दिनों में पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा। इसी कड़ी में पीड़िता की हालत को गंभीरता से लेते हुए सर्वोच्च न्यायालय केजीएमयू के डॉक्टर से चंद सवाल करता है इसी पर यह तय हो जाता है कि केजीएमयू मे अब पीड़ित का इलाज नही होगा और सर्वोच्च न्यायालय आदेश करता है कि आगे आने वाला इलाज दिल्ली के एम्स में होगा जिसके लिए पीड़िता को एअरलिफ्ट करके लखनऊ से दिल्ली ले जाया जाएगा।






Body:वाक थ्रू- ट्रामा से


Conclusion:एन्ड
शुभम पाण्डेय
7054605976
Last Updated : Aug 5, 2019, 7:38 PM IST
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