लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना जांच में तेजी लाने के लिए अब कुल टेस्टिंग में 10 नमूनों के ग्रुप बनाए जाएंगे. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने इसके लिए अनुमति दे दी है. इससे कोरोना संदिग्ध लोगों के नमूनों की जांच की क्षमता बढ़ेगी. अभी तक 5 नमूनों का ही पूल बनाया जा रहा था. कोरोना जांच में तेजी लाने के लिए आईसीएमआर ने अधिकतम 25 नमूनों के फूल बनाने की अनुमति दी है, लेकिन अभी शुरुआत में 10 नमूनों के पूल से जांच की जाएगी.
बीते दिनों 2082 नमूनों के 426 पूल बनाए गए थे. इसमें से 35 पॉजिटिव पाए गए. इनकी फिर से जांच की जा रही है. इसके साथ-साथ L1 के अस्पतालों में भी 10 बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था करने की व्यवस्था की जा रही है. इससे पहले L2 अस्पताल में ही बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गयी थी. प्रवासी कामगारों के थर्मल स्क्रीनिंग में लक्षण रहित होने पर उन्हें 21 दिन के लिए होम क्वारंटाइन किया जा रहा है.
सभी लोग पूरे नियमों से क्वारंटाइन का पालन करें, इसके लिए गांव और मोहल्ला निगरानी समितियां बनाई गई हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों को पूल की व्यवस्था के तहत कोरोना सैंपल जांच की व्यवस्था की जा रही है, जिससे ज्यादा से ज्यादा बाहर से आ रहे हैं प्रवासी और कामगारों की पूल टेस्टिंग के माध्यम से जांच की जा सके. साथ ही L1, L2 अस्पतालों में उनको चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाएं मिल पाए.