लखनऊ: राजधानी लखनऊ (Lucknow) के मड़ियाव, अलीगंज, इंदिरा नगर, हसनगंज सहित 1 दर्जन से अधिक थाना क्षेत्रों में धड़ल्ले से खुले तौर पर बिल्डिंग मटेरियल (Building Materials Sales) की बिक्री की जा रही है. वही दूसरी तरफ बिना ढके खुले तौर पर नगर निगम (Municipal Corporation Lucknow) द्वारा कूड़ा को भी जमा किया जा रहा है, जिसके कारण लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता चला जा रहा है. इसको लेकर स्थानीय लोगों में प्रदूषण (Pollution in UP) का भय देखने को मिल रहा है .
जहां एक तरफ प्रदूषण नियंत्रण विभाग (Pollution Control Department) द्वारा नगर निगम को जगह-जगह साफ सफाई रखने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं दूसरी तरफ धूल युक्त क्षेत्रों में छिड़काव करने का भी गाइडलाइन जारी किया है, जिससे बढ़ते हुए प्रदूषण के अवसर पर अंकुश लगाया जा सके.
उधर, लखनऊ की अलग-अलग क्षेत्रों में बिल्डिंग मटेरियल के स्वामियों द्वारा मोरंग, सफेद बालू खुले तौर पर बिक्री किए जा रहे हैं. नगर निगम द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन को बिल्डिंग मटेरियल के दुकानदारों द्वारा अनदेखा किया जा रहा है, साथ ही दूसरी तरफ नगर निगम कूड़ा उठान समय-समय पर ना होने से जगह-जगह कूड़ा जमा हुआ है, जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है.
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फोन से की गई बातचीत
जोन 3 की जोनल अधिकारी अंबे बिष्ट ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि लगातार नगर निगम द्वारा इंदिरा नगर, हसनगंज सहित अलग-अलग क्षेत्रों में बिल्डिंग मटेरियल के दुकानदारों पर कार्रवाई और बिल्डिंग मटेरियल को भी जब्त करने का काम किया जा रहा है.
उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि हाल ही में बीते मंगलवार को करीब ₹50000 के जुर्माने की वसूली की गई है. वहीं अन्य जगहों को संज्ञान में लेकर जुर्माना वसूलने का काम किया जाएगा, जिससे बढ़ते हुए प्रदूषण पर अंकुश लगाया जा सके.