लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में शुक्रवार को भाजपा छोड़कर सपा में शामिल होने आए मंत्री व विधायकों के साथ उनके समर्थकों को लेकर काफी भीड़ इकट्ठा हुई थी, इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का भी उल्लंघन हुआ था. इसको देखते हुए सपा के 2,000 से अधिक लोगों पर कोरोना बीमारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया था.
वहीं, शनिवार को सपा कार्यालय के बाहर इलेक्शन कमिशन की टीम समेत पुलिस फोर्स ने मुख्यालय के बाहर लगी भीड़ को हटाते हुए नजर आए. इसके साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों पर पालन करने का निर्देश दिया.
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गौरतलब है कि, चुनाव आयोग के निर्देश पर सपा कार्यालय में कार्यक्रम को भीड़ देखते हुए महामारी एक्ट के तहत एफ आईआरदर्ज की गई. तो वहीं, शनिवार को सपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को देखते हुए भीड़ इकट्ठा हो रही थी. इस घटना की सूचना मिलने के बाद एसीएम समेत पुलिस टीम अपने अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची. पुलिस अधिकारी एनाउंस करते हुए लोगों को लगातार दूरी बनाने के साथ है मास्क का इस्तेमाल करने की अपील करते रहे. इस बीच पुलिस ने इन निर्देशों का पालन न करने एवज में लोगों को हिदायत देते हुए वीडियोग्राफी भी की. इसके बाद कार्रवाई का भय दिखाकर कार्यकर्ताओं को भी तितर-बितर भी करने का प्रयास किया.
एसीपी हजरतगंज अखिलेश कुमार सिंह (ACP Hazratganj Akhilesh Kumar Singh) ने बताया कि एसीएम व एडीएम समेत पुलिस फोर्स के साथ लगातार पुलिस क्षेत्र में गश्त कर रही है. सपा कार्यालय के बाहर भीड़ इकट्ठा ना होने के लिए अपील कर रही है. उन्होंने कहा कि भीड़भाड़ को देखते हुए अनावश्यक जो लोग खड़े हैं, उनको दूर रहने की बात कही जा रही है.
धारा 144 को देखते हुए एक साथ 5 लोगों को खड़े ना होने की अपील की गई है. पुलिस की ओर से वीडियोग्राफी के साथ लोगों को दूरी बनाने की बात कही गई है. लेकिन ऐसा न करने पर पुलिस की ओर से वीडियोग्राफी के आधार पर कार्रवाई भी की जाएगी. उन्होंने कहा कि जिस तरह से गाड़ियों की भीड़ लगी हुई है, उसको देखते हुए गाड़ियों का चालान भी किया जा रहा है, जिससे लोगों को हटने में काफी सहायता भी मिलेगी.
वहीं, दूसरी ओर विधानसभा चुनाव को लेकर आज भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रत्याशियों के नाम की सूची जारी की गई. 107 प्रत्याशियों की सूची में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 107 लोगों के नाम शामिल हैं. इस मौके पर बीजेपी मुख्यालय पर कोरोना प्रोटोकॉल का जमकर मजाक उड़ाया गया. नियमों को पूरी तरह से ताक पर रखा गया. बीजेपी समर्थक बिना मास्क और बिना सोशल डिस्टेंसिंग के गुट बनाकर सुबह से ही मुख्यालय पर जमे हुए थे. अब देखने वाली बात है कि इन लोगों पर कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के मामले को लेकर कब कार्रवाई की जाएगी.
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