लखनऊः लखनऊ नगर निगम भले ही राजधानी लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाना चाहता है पर राजधानी के वार्ड अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे हैं. राजधानी के राजा बिजली पासी द्वितीय वार्ड में व्याप्त गंदगी व जलभराव के कारण यहां रहने वाले लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
लोगों में आक्रोश
ईटीवी भारत ने जब राजा बिजली पासी द्वितीय वार्ड का निरीक्षण किया तो जमीनी हकीकत खुलकर सामने आ गई. बदहाली को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश दिखा. लोगों का कहना है कि यहां की साफ-सफाई में स्थानीय पार्षद रुचि नहीं लेते हैं. इसके कारण मोहल्ले में जलभराव व गंदगी व्याप्त है. इससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा रहने के साथ ही लोगों को आने-जाने में भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए लोगों ने बताया कि मोहल्ले में अक्सर जलभराव हो जाता है. छोटे-छोटे बच्चों को पानी से होकर गुजरना पड़ता है. पार्षद से शिकायत के बाद 8- 10 दिन में कभी सफाई हो जाती है लेकिन फिर दोबारा जलभराव हो जाता है.
पार्षद जेल में बंद
इस बारे में जब स्थानीय पार्षद से बात करने का प्रयास किया गया तो पता चला कि स्थानीय पार्षद जेल में बंद हैं. उनके प्रतिनिधि ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. बताते चलें की राजधानी को भले ही स्मार्ट बनाने का प्रयास नगर निगम कर रहा है पर लखनऊ नगर निगम के वार्डों में जिस तरह से गंदगी व्याप्त है, ऐसे में स्मार्ट सिटी का सपना पूरा होना मुश्किल लग रहा है.