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लखनऊ में सेवानिवृत्त और संविदा अफसरों को लाखों के भुगतान का पत्र वायरल, जानिए क्यों उठ रहे सवाल - Salary of Media Advisor of UPDA

उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) में सेवानिवृत्त और संविदा अफसरों को लाखों के भुगतान का पत्र वायरल हो गया है. इसको लेकर चारों तरफ जमकर चर्चा हो रही है और तरह-तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं.

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Published : Apr 20, 2023, 6:58 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण में एक वायरल लेटर से हड़कंप मचा हुआ है. संविदा पर तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों को भारी भरकम भुगतान पर सवाल उठाए गए हैं. मीडिया सलाहकार दुर्गेश उपाध्याय को हर माह 1.25 लाख का भुगतान पर सवाल उठाया गया है. राज्य के औद्योगिक विकास मंत्री की ओर से मार्च के अंत में या पत्र जारी बताया जा रहा है. इसमें संविदा पर अत्यधिक वेतन दिए जाने और पीडब्ल्यूडी से प्रतिनियुक्ति पर सवाल उठाए गए हैं. जिसमें सबसे बड़ा सवाल मीडिया सलाहकार को लेकर उठाया गया है. मीडिया सलाहकार की वेतन करीब सवा लाख रुपए है. पत्र में उल्लेख किया गया है कि इस संबंध में बाकायदा विज्ञापन निकाल कर नए सिरे से प्रतिस्पर्धा के जरिए मीडिया सलाहकार को तैनात किया जाए.

यूपीडा में सेवानिवृत्त और संविदा अफसरों को लाखों के भुगतान का पत्र वायरल.
यूपीडा में सेवानिवृत्त और संविदा अफसरों को लाखों के भुगतान का पत्र वायरल.
यूपीडा में सेवानिवृत्त और संविदा अफसरों को लाखों के भुगतान का पत्र वायरल.
यूपीडा में सेवानिवृत्त और संविदा अफसरों को लाखों के भुगतान का पत्र वायरल.
इस वर्ष 29 मार्च को यह पत्र औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी के निजी सचिव प्रह्लाद पटेल की ओर से लिखा गया है. पत्र मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा को संबोधित किया गया है. जिसमें 6 बिंदुओं पर सवाल उठाए गए हैं और समय पर जवाब मांगा गया है. कहा गया कि 48 अभियंता और 3 राजस्व सेवा के अधिकारी 5 वर्ष से भी अधिक अवधि से तैनात हैं जो कि शासनादेशों का उल्लंघन है.

लोक निर्माण विभाग से निरंतर प्रतिनियुक्ति पर अतिरिक्त आय के साथ यहां पर तैनात किए गए हैं. आरोप है कि अधिष्ठान जैसे संवेदनशील विभाग में भी सेवानिवृत्त अधिकारियों की संविदा सेवाएं ली जा रही हैं. इसके अलावा कुछ अधिकारियों के वेतन का उल्लेख करते हुए इसका कारण पूछा गया है. खास तौर पर मीडिया सलाहकार दुर्गेश उपाध्याय को सवा लाख रुपये वेतन पर सवाल उठाए गए हैं. यह पत्र अचानक गुरुवार को वायरल हो गया है, जिसको लेकर यूपीडा में जमकर चर्चा की जा रही है और तरह-तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें : लखनऊ नगर निगम : टिकट वितरण से नाखुश भाजपा की कई महिला नेताओं ने खोला मोर्चा

लखनऊ : उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण में एक वायरल लेटर से हड़कंप मचा हुआ है. संविदा पर तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों को भारी भरकम भुगतान पर सवाल उठाए गए हैं. मीडिया सलाहकार दुर्गेश उपाध्याय को हर माह 1.25 लाख का भुगतान पर सवाल उठाया गया है. राज्य के औद्योगिक विकास मंत्री की ओर से मार्च के अंत में या पत्र जारी बताया जा रहा है. इसमें संविदा पर अत्यधिक वेतन दिए जाने और पीडब्ल्यूडी से प्रतिनियुक्ति पर सवाल उठाए गए हैं. जिसमें सबसे बड़ा सवाल मीडिया सलाहकार को लेकर उठाया गया है. मीडिया सलाहकार की वेतन करीब सवा लाख रुपए है. पत्र में उल्लेख किया गया है कि इस संबंध में बाकायदा विज्ञापन निकाल कर नए सिरे से प्रतिस्पर्धा के जरिए मीडिया सलाहकार को तैनात किया जाए.

यूपीडा में सेवानिवृत्त और संविदा अफसरों को लाखों के भुगतान का पत्र वायरल.
यूपीडा में सेवानिवृत्त और संविदा अफसरों को लाखों के भुगतान का पत्र वायरल.
यूपीडा में सेवानिवृत्त और संविदा अफसरों को लाखों के भुगतान का पत्र वायरल.
यूपीडा में सेवानिवृत्त और संविदा अफसरों को लाखों के भुगतान का पत्र वायरल.
इस वर्ष 29 मार्च को यह पत्र औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी के निजी सचिव प्रह्लाद पटेल की ओर से लिखा गया है. पत्र मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा को संबोधित किया गया है. जिसमें 6 बिंदुओं पर सवाल उठाए गए हैं और समय पर जवाब मांगा गया है. कहा गया कि 48 अभियंता और 3 राजस्व सेवा के अधिकारी 5 वर्ष से भी अधिक अवधि से तैनात हैं जो कि शासनादेशों का उल्लंघन है.

लोक निर्माण विभाग से निरंतर प्रतिनियुक्ति पर अतिरिक्त आय के साथ यहां पर तैनात किए गए हैं. आरोप है कि अधिष्ठान जैसे संवेदनशील विभाग में भी सेवानिवृत्त अधिकारियों की संविदा सेवाएं ली जा रही हैं. इसके अलावा कुछ अधिकारियों के वेतन का उल्लेख करते हुए इसका कारण पूछा गया है. खास तौर पर मीडिया सलाहकार दुर्गेश उपाध्याय को सवा लाख रुपये वेतन पर सवाल उठाए गए हैं. यह पत्र अचानक गुरुवार को वायरल हो गया है, जिसको लेकर यूपीडा में जमकर चर्चा की जा रही है और तरह-तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं.

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