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लखनऊ: ट्रॉमा सेंटर में ऑक्सीजन न मिलने से मरीज की मौत

राजधानी लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में प्रशासन की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है. ट्रॉमा सेंटर प्रशासन की लापरवाही की वजह से एक मरीज को ऑक्सीजन नहीं मिल पाई, जिसकी वजह से उसकी तड़प-तड़पकर मौत हो गई.

केजीएमयू.
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Published : Jun 28, 2019, 11:56 AM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में प्रशासन ने एक मरीज की जिंदगी छीन ली. ऐसा इसलिए क्योंकि ट्रॉमा सेंटर में लारी से मरीज को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल पाई, इसकी वजह से उसे अपनी जान गंवानी पड़ी.

जानकारी देते ट्रॉमा सेंटर प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी.
  • सीतापुर की रहने वाली मरीज मुन्नी (35) जिसको हार्ट में दिक्कत होने की वजह से करीब 2 माह से उनका लारी कार्डियोलॉजी में उपचार चल रहा था.
  • सुबह-सुबह महिला को सांस लेने में काफी तकलीफ हुई, इसके बाद मरीज के साथ आए हुए तीमारदारों ने आनन-फानन में मरीज को लारी ले आए.
  • जहां पर हार्ट से संबंधित तमाम जांच डॉक्टर ने कराई, सभी जांच रिपोर्ट सामान्य आने पर मरीज को केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भेजा गया.
  • पति पप्पू का आरोप है कि कैजुअल्टी में महिला मरीज का उपचार शुरू हुआ, वहां पर मरीज ऑक्सीजन पर था.
  • जूनियर डॉक्टर ने मरीज को ट्रॉमा सेंटर से दूसरे तल पर स्थित मेडिसिन विभाग रेफर कर दिया, वहां पहुंचते-पहुंचते महिला मरीज की सांसें थम गईं.
  • इसके बाद जब मरीज मेडिसिन विभाग पहुंचा तो जूनियर डॉक्टर ने महिला को सीपीआर देकर सांस वापस लौटाने की कोशिश की.
  • तब तक महिला की मौत हो चुकी थी, मौत की वजह तीमारदारों ने कैजुअल्टी से ऑक्सीजन सिलेंडर न दिए जाने की बात कही.
  • इस पूरी लापरवाही पर ट्रॉमा प्रशासन ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. मामले की जानकारी भी हो गई है. यदि इस तरह की कोई लापरवाही हुई है तो जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी.

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में प्रशासन ने एक मरीज की जिंदगी छीन ली. ऐसा इसलिए क्योंकि ट्रॉमा सेंटर में लारी से मरीज को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल पाई, इसकी वजह से उसे अपनी जान गंवानी पड़ी.

जानकारी देते ट्रॉमा सेंटर प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी.
  • सीतापुर की रहने वाली मरीज मुन्नी (35) जिसको हार्ट में दिक्कत होने की वजह से करीब 2 माह से उनका लारी कार्डियोलॉजी में उपचार चल रहा था.
  • सुबह-सुबह महिला को सांस लेने में काफी तकलीफ हुई, इसके बाद मरीज के साथ आए हुए तीमारदारों ने आनन-फानन में मरीज को लारी ले आए.
  • जहां पर हार्ट से संबंधित तमाम जांच डॉक्टर ने कराई, सभी जांच रिपोर्ट सामान्य आने पर मरीज को केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भेजा गया.
  • पति पप्पू का आरोप है कि कैजुअल्टी में महिला मरीज का उपचार शुरू हुआ, वहां पर मरीज ऑक्सीजन पर था.
  • जूनियर डॉक्टर ने मरीज को ट्रॉमा सेंटर से दूसरे तल पर स्थित मेडिसिन विभाग रेफर कर दिया, वहां पहुंचते-पहुंचते महिला मरीज की सांसें थम गईं.
  • इसके बाद जब मरीज मेडिसिन विभाग पहुंचा तो जूनियर डॉक्टर ने महिला को सीपीआर देकर सांस वापस लौटाने की कोशिश की.
  • तब तक महिला की मौत हो चुकी थी, मौत की वजह तीमारदारों ने कैजुअल्टी से ऑक्सीजन सिलेंडर न दिए जाने की बात कही.
  • इस पूरी लापरवाही पर ट्रॉमा प्रशासन ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. मामले की जानकारी भी हो गई है. यदि इस तरह की कोई लापरवाही हुई है तो जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी.
Intro:राजधानी लखनऊ के ट्रामा सेंटर में प्रशासन की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही आज ट्रामा सेंटर प प्रशासन की लापरवाही की वजह से एक मरीज को ऑक्सीजन नहीं मिल पाई जिसकी वजह से मरीज की तड़प तड़प कर मौत हो गई।


Body:राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में आज ट्रामा सेंटर प्रशासन ने एक मरीज के जीवन को ऑक्सीजन छीन लिया। ऐसा इसलिए क्योंकि ट्रामा सेंटर से लारी से मरीज को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल पाई इसकी वजह से उसने तड़प तड़प कर अपनी जान दे दी।

केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में डॉक्टरों की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। आज दिन में डॉक्टर की लापरवाही की वजह से एक महिला मरीज की जान चली गई। दरअसल महिला के पति का आरोप है की कैजुअल्टी से बिना ऑक्सीजन के सपोर्ट के मरीज को मेडिसिन विभाग भेजा गया। जहां पहुंचने के कुछ देर बाद ही महिला मरीज ने दम तोड़ दिया। जबकि कैजुअल्टी में महिला को ऑक्सीजन पर रखा गया था। लेकिन उसके बावजूद भी बिना ऑक्सीजन के महिला मरीज को मेडिसिन विभाग भेज दिया गया। जिसकी वजह से महिला ने तड़प तड़प कर बिना ऑक्सीजन के ही अपनी जान गवा दी ।

जिसके बाद तीमारदारों ने केजीएमयू स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया। केजीएमयू प्रशासन पर आरोप है कि लापरवाही की वजह से इस मरीज की मौत हो गई है। सीतापुर की रहने वाली मरीज मुन्नी (35) जिनको हार्ट में दिक्कत होने की वजह से करीब 2 माह से उनका लारी कार्डियोलॉजी में उपचार चल रहा था। सुबह-सुबह महिला को सांस लेने में काफी तकलीफ हुई। इसके बाद मरीज के साथ आए हुए तीमारदारों ने आनन-फानन में मरीज को लारी ले आए। जहां पर हार्ट से संबंधित तमाम जांच डॉक्टर ने कराई, सभी जांच रिपोर्ट सामान्य आने पर मरीज को केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में भेजा गया। पति पप्पू का आरोप है कि कैजुअल्टी में महिला मरीज का उपचार शुरू हुआ। वहां पर मरीज ऑक्सीजन पर था जूनियर डॉक्टर ने मरीज को ट्रामा सेंटर से दूसरे तल पर स्थित मेडिसिन विभाग रेफर कर दिया। वहां पहुंचते पहुंचते महिला मरीज की सांसें थम गई। उसके बाद जब मरीज मेडिसिन विभाग पहुंची तो जूनियर डॉक्टर ने महिला को सीपीआर देकर सांस वापस लौटाने की कोशिश की मगर तब तक महिला तड़प तड़प कर अपनी जान दे चुकी थी मौत की वजह तीमारदारों ने कैजुअल्टी से ऑक्सीजन सिलेंडर न दिए जाने की बात कही है ।

इस पूरे लापरवाही पर जब हमने ने ट्रामा प्रशासन से बातचीत करी तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। मामले की जानकारी भी हो गई है यदि इस तरह की कोई लापरवाही हुई है तो जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।

बाइट- परिजन
बाइट- डॉ संदीप तिवारी, प्रवक्ता, ट्रामा सेंटर,केजीएमयू


Conclusion:एन्ड
शुभम पाण्डेय
7054605976
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