लखनऊ: राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में प्रशासन ने एक मरीज की जिंदगी छीन ली. ऐसा इसलिए क्योंकि ट्रॉमा सेंटर में लारी से मरीज को समय पर ऑक्सीजन नहीं मिल पाई, इसकी वजह से उसे अपनी जान गंवानी पड़ी.
- सीतापुर की रहने वाली मरीज मुन्नी (35) जिसको हार्ट में दिक्कत होने की वजह से करीब 2 माह से उनका लारी कार्डियोलॉजी में उपचार चल रहा था.
- सुबह-सुबह महिला को सांस लेने में काफी तकलीफ हुई, इसके बाद मरीज के साथ आए हुए तीमारदारों ने आनन-फानन में मरीज को लारी ले आए.
- जहां पर हार्ट से संबंधित तमाम जांच डॉक्टर ने कराई, सभी जांच रिपोर्ट सामान्य आने पर मरीज को केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भेजा गया.
- पति पप्पू का आरोप है कि कैजुअल्टी में महिला मरीज का उपचार शुरू हुआ, वहां पर मरीज ऑक्सीजन पर था.
- जूनियर डॉक्टर ने मरीज को ट्रॉमा सेंटर से दूसरे तल पर स्थित मेडिसिन विभाग रेफर कर दिया, वहां पहुंचते-पहुंचते महिला मरीज की सांसें थम गईं.
- इसके बाद जब मरीज मेडिसिन विभाग पहुंचा तो जूनियर डॉक्टर ने महिला को सीपीआर देकर सांस वापस लौटाने की कोशिश की.
- तब तक महिला की मौत हो चुकी थी, मौत की वजह तीमारदारों ने कैजुअल्टी से ऑक्सीजन सिलेंडर न दिए जाने की बात कही.
- इस पूरी लापरवाही पर ट्रॉमा प्रशासन ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. मामले की जानकारी भी हो गई है. यदि इस तरह की कोई लापरवाही हुई है तो जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी.