लखनऊ: कोरोना के चलते राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बावजूद रेलटेल ने उत्तर रेलवे के लखनऊ डिवीजन में एनआईसी ई-ऑफिस प्रदान करने का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. इसके साथ उत्तर रेलवे क्षेत्रीय मुख्यालय और चारों डिवीजन कार्यालय अब रेलटेल द्वारा लागू एनआईसी ई-ऑफिस सुईट के साथ मैनुअल फाइलों को छोड़कर पेपरलेस वर्क कल्चर को अपना रहे हैं.
रेलटेल ने उत्तर रेलवे के इन पांच (क्षेत्रीय मुख्यालय और चारों डिवीजन) में 7400 उपयोगकर्ता तैयार किये हैं और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम करने के लिए प्रशिक्षित किया है.
रेलटेल ने समय से पहले कार्य किया पूरा एनआईसी ई-ऑफिस उत्तर रेलवे के अधिकारियों के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपने सभी मैनुअल फाइल कार्य को संभालने में सहायक साबित हो रहा है. ई-ऑफिस कार्य के अंतर्गत लखनऊ, मुरादाबाद, दिल्ली मंडलों का कार्य ज्ञापन पर हस्ताक्षर के तीन महीनों के अंदर पूरा कर लिया. एनआईसी ई-ऑफिस राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा विकसित एक क्लाउड सक्षम सॉफ्टवेयर है.
कागज रहित हुआ कामअधिकारियों ने बताया कि एनआईसी ई-ऑफिस के क्रियान्वयन का उद्देश्य कागज रहित, अधिक कुशल, प्रभावी, पारदर्शी अंतर-सरकारी, सरकारी लेनदेन और प्रक्रियाओं की शुरुआत करना है. इस क्रम में उत्तर रेलवे के पांच कार्यालयों (मुख्यालय और चार मंडलों) में क्रियान्वयन के बाद 2602 से अधिक ई-फाइलों और 16098 ई-प्राप्तियों को बनाया गया है. इसमें एक निगरानी तंत्र है, जिससे पता लगाया जा सकता है कि फाइलें कहां रुकी हुई हैं.