लखनऊ : राजधानी में स्कूटी और बाइक के बीच हुई टक्कर में युवक की मौत हो गई औऱ स्कूटी सवार बुरी तरह घायल हो गया. मामला थाना तालकटोरा क्षेत्र का है. सड़क हादसे के बाद घायल युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाज़ुक बनी हुई है. लोगों का कहना है कि युवक हेलमेट लगाए होता तो शायद इतना बड़ा हादसा टल जाता. पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई.
मिली जानकारी के अनुसार, बाजारखाला भरतपुरी निवासी रेलवे कर्मी हरिशचंद्र की बहन तालकटोरा में रहती हैं. रात को हरिशचंद्र का बेटा जय (18) बुआ के घर गया था. रात में वापस लौटते वक्त जय की बाइक में स्कूटी सामने से टकरा गई. हादसे में जय व स्कूटी चला रहा आशीष अरोड़ा भी घायल हो गया. हादसे के बाद घायलों को अस्पताल ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान जय को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. पिता हरिशचंद्र के मुताबिक, जय ने हाईस्कूल के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी.
हेलमेट होता तो बच सकती थी जान : इंस्पेक्टर तालकटोरा रिकेश कुमार सिंह के मुताबिक, 'राजाजीपुरम में अपनी बुआ के घर से वापस आ रहे एक युवक जय की सड़क हादसे में मौत हो गई. उन्होंने बताया कि स्कूटी से सड़क पार कर रहा युवक आशीष गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल युवक आशीष अरोड़ा (31) राजाजीपुरम ई ब्लॉक का रहने वाला है. वह बहनोई के साथ रहता है. अगर जय हेलमेट लगाए होता तो उसकी जान बच सकती थी. उन्होंने बताया कि स्कूटी चला रहे आशीष अरोड़ा को गंभीर चोटें आई हैं जिसकी हालात अभी नाजुक बनी हुई है.'
इन बातों का रखें ख्याल : यातायात नियमों का पालन करें, हेलमेट पहनें. रात में गाड़ी चलाते समय स्पीड का खास ख्याल रखें, क्योंकि कम रोशनी के कारण आसपास की सड़क और उसकी स्थिति का ख्याल नहीं रहता है. हमेशा सड़क के बाएं ओर गाड़ी चलानी चाहिए. अगर गाड़ी चलाना सीख रहे हैं तो भीड़ वाली जगह पर न चलाएं. दोनों के लिए नुकसानदेह हो सकता है. सामान्य से कम रफ्तार से अपना वाहन चलाएं. गलत दिशा में गाड़ी न ले जाएं. अगर सड़क पार कर रहे हैं तो सड़क के दोनों ओर देखकर की गाड़ी आगे ले जाएं. गाड़ी चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल न करें. नशे में गाड़ी न चलाएं. गाड़ी चलाते समय म्यूज़िक न सुनें. हॉर्न, इंडिकेटर का जरूरत पड़ने पर प्रयोग करें. जब दो बाइक आमने-सामने आती हैं तो दिशा चुनाव को लेकर अक्सर गाड़ी भिड़ती है तो गाड़ी धीमी रखें और इंडिकेटर से सामने वाले को सूचित करें आप किस ओर गाड़ी मोड़ने वाले हैं.
यह भी पढ़ें : AIMPLB ने महिलाओं के मस्जिद में नमाज़ पढ़ने के मामले पर सुप्रीम कोर्ट में दायर किया हलफनामा