लखनऊ: उत्तर रेलवे के आलमबाग स्थित इंडोर अस्पताल को अब कोविड अस्पताल में बदल दिया गया है. वर्तमान में यहां 50 बेड की व्यवस्था की गई है. मरीजों को बेहतर इलाज मिले इसके लिए उत्तर रेलवे लगातार प्रयासरत है, लेकिन ऑक्सीजन की किल्लत यहां के मरीजों पर भारी पड़ रही है.
ऑक्सीजन पर खत्म होगी निर्भरता
वर्तमान में यह अस्पताल ऑक्सीजन के लिए कभी बनारस तो कभी दिल्ली के भरोसे है. लेकिन उत्तर रेलवे ने ये परेशानी भी दूर कर ली है. अब उत्तर रेलवे ने 60 लाख रुपये की लागत से यहीं ऑक्सीजन प्लांट लगाने का फैसला किया है. इसके लिए कंपनी को टेंडर भी दे दिया गया है. जल्द प्लांट लगाने का काम भी शुरू हो जाएगा.
1000 लीटर ऑक्सीजन का होगा उत्पादन
पिछले दिनों उत्तर रेलवे के इंडोर अस्पताल में ऑक्सीजन की किल्लत का मामला सामने आया था. यहां पर हर रोज मरीजों के इलाज के लिए तकरीबन 45 ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन इतनी सप्लाई नहीं हो पाती है. उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी बताते हैं कि ऑक्सीजन जनरेटर लगवाया जा रहा है. इसके लिए कंपनी को ठेका भी दे दिया गया है. इसके लग जाने से रोजाना करीब 1000 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन हो सकेगा, जिससे अस्पताल के 50 बेड पर हमेशा ऑक्सीजन उपलब्ध रहेगी.
मिलेगी वेंटिलेटर की सुविधा
इंडोर अस्पताल में ऑक्सीजन जनरेटर लगने से मरीजों को वेंटिलेटर की भी सुविधा उपलब्ध हो जाएगी. संजय त्रिपाठी बताते हैं कि वेंटिलेटर खरीदने में तो किसी तरह की कोई समस्या ही नहीं है, लेकिन उन्हें ऑपरेट करने के लिए प्रशिक्षित टीम की आवश्यकता होगी. उसकी व्यवस्था की जा रही है. इंतजाम होते ही वेंटिलेटर की खरीद कर ली जाएगी. यह सभी काम जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा.
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मदद के लिए विधायक ने दिए 25 लाख रुपये
इस नेक काम के लिए कैंट विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सुरेश चंद तिवारी ने अपनी विधायक निधि से 25 लाख रुपये रेलवे को दिए हैं. इस धनराशि से 75 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर की खरीद की जाएगी. इससे पहले कैंट विधायक सुरेश चंद तिवारी ने लखनऊ छावनी परिषद के कोविड अस्पताल को भी 25 लाख रुपये की विधायक निधि उपलब्ध कराई थी.