लखनऊ: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार डिजिटल इंडिया पर जोर दे रहे हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को लखनऊ नगर निगम साकार कर रहा है. यही कारण है कि लखनऊ नगर निगम ने ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से बकाया शुल्क जमा करना शुरू किया और इसमें खासी बढ़ोतरी भी हो रही है. इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया का सपना पूरा होता दिख रहा है.
लखनऊ नगर निगम ने 1 दिसंबर 2020 से लेकर 2 फरवरी 2021 तक 48 करोड़ 38 लाख 92 हजार 617 रुपये का शुल्क जमा किया है. इसमें 36 करोड़ 36 लाख 84 हजार 840 रुपये ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से जमा हुए. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि लखनऊ नगर निगम डिजिटल पेमेंट के माध्यम से टैक्स जमा करने में किस तरह से लगातार तेजी से आगे बढ़ रहा है.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए लखनऊ नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि 3 वर्ष पहले डिजिटल पेमेंट की शुरुआत की गई थी. इसका मुख्य मकसद यह था कि लोगों को अपने टैक्स जमा करने के लिए नगर निगम कार्यालय के दफ्तर के चक्कर न लगाना पड़े और इसका फायदा भी लखनऊ नगर निगम को मिल रहा है.
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ने बताया कि 1 अप्रैल 2020 से 2 फरवरी 2021 तक 1 अरब 87 करोड़ 30 लाख 79 हजार 303 रुपये का शुल्क जमा किया गया है. इसके साथ ही इस शुल्क पर सर्विस चार्ज भी लिया गया. इस अभियान के तहत 43 करोड़ 35 लाख 99 हजार 599 रुपये का शुल्क जमा हुआ, जबकि 81 करोड़ 51 लाख 41 हजार 408 रुपये का शुल्क चेक के माध्यम से जमा हुआ.
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि 1 अप्रैल 2020 से 2 फरवरी 2021 तक 83956 ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हुए, जिसमें बैंक काउंटरों के माध्यम से 311, ई सुविधा के माध्यम से 17545, पेटीएम के माध्यम से 5446, आरटीजीएस के माध्यम से 157, नेफ्ट के से 366 ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हुए हैं. इस अभियान के तहत जहां का एक ओर चेक और कैश के माध्यम से 1अरब 24 करोड़ 87 लाख 41 हजार 7 रुपये जमा हुए, वहीं डिजिटल ट्रांजेक्शन के माध्यम से 62 करोड़ 43 लाख 38 हजार 296 रुपये जमा हुए. मुख्य कर निर्धारण अधिकारी का कहना है कि विगत वर्ष की अपेक्षा यह 4 गुना अधिक है.
नगर निगम द्वारा चलाए गए इस अभियान के अंतर्गत 1 दिसंबर 2020 से लेकर 2 फरवरी 2021 तक 48 करोड़ 38 लाख 92 हजार 617 रुपये का शुल्क जमा किया है. इसमें 36 करोड़ 36 लाख 84 हजार 840 रुपये ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से जमा हुए. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि लखनऊ नगर निगम डिजिटल पेमेंट के माध्यम से टैक्स जमा करने में किस तरह से लगातार तेजी से आगे बढ़ रहा है.
पेटीएम के बाद ऑनलाइन सुविधा हुई और बेहतर
मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि मार्च महीने में पेटीएम का शुभारंभ किया था और अप्रैल महीने के बाद पेटीएम शुरू हो गया. इसके बाद से पेटीएम के माध्यम से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन बढ़ने लगे. इसके पीछे मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ने तर्क देते हुए कहा कि ज्यादातर लोग पेटीएम इस्तेमाल करते हैं और यही कारण है कि पेटीएम से ट्रांजेक्शन की संख्या लगातार बढ़ रही है.
बता दें कि लखनऊ नगर निगम लगातार बकायेदारों के विरुद्ध अभियान चला रहा है. इस अभियान के तहत शुल्क भी जमा कराए जा रहे हैं. जिस तरह से लखनऊ नगर निगम में डिजिटल ट्रांजेक्शन के माध्यम से लोग अपना शुल्क जमा कर रहे हैं. निश्चित रूप से प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के सपने को लखनऊ नगर निगम साकार करता दिख रहा है.