लखनऊः 'मिशन शक्ति' के तहत नारी सम्मान को बढ़ावा देते हुए सरकार के आदेशों पर कोतवाली में बेटियों को कोतवाली का प्रभारी बनाया जा रहा है इसी योजना के तहत रविवार को राजधानी लखनऊ की एक बेटी को एक घंटे का कोतवाल बनाया गया. इस दौरान बेटी ने कोतवाली का निरीक्षण किया एवं लोगों की परेशानियां भी सुनीं. ईटीवी भारत ने छात्रा सौम्या से उनके अनुभव और पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में जाना.
12वीं की छात्रा बनीं एक घंटे की कोतवाल
मोहनलालगंज कोतवाली में 'मिशन शक्ति' के तहत 12वीं की छात्रा सौम्या द्विवेदी को एक घंटे का कोतवाल बनाया गया. इस दौरान बेटी ने कोतवाली का निरीक्षण करते हुए पुलिस प्रणाली को समझा. वहीं दूसरी ओर चेकिंग अभियान चलाकर बिना मास्क वाले लोगों के चालान काटे साथ ही लोगों को मास्क भी वितरित किए.
पुलिस की कार्यप्रणाली को समझा
12वीं कक्षा की छात्रा और 1 घंटे की विशेष कोतवाल सौम्या द्विवेदी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली को बारीकी से समझा, कोतवाली का निरीक्षण किया और चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान उन्होंने बिना मास्क जा रहे लोगों के चालान काटे और उन्हें मास्क भी उपलब्ध कराये. साथ ही साथ उन्होंने लोगों को सख्त हिदायत दी कि बिना मास्क के घर से न निकलें. विशेष कोतवाल ने बताया कि इस दौरान लोगों की परेशानियां भी सुनीं और उनकी एफआईआर भी दर्ज करवाई गई.
पुलिस बेहतर ढंग से करती है कामः सौम्या
विशेष कोतवाल सौम्या द्विवेदी ने बताया कि पुलिस बेहतर ढंग से अपना काम करती है. वहीं लोगों के मन में यह भ्रम है कि पुलिस अपना काम नहीं करती. एक घंटे की कोतवाल बनने के साथ-साथ उन्हें यह अनुभव हुआ कि पुलिस किस प्रभावी ढंग से अपना काम कर रही है.
लोगों का पुलिस से होगा जुड़ाव
छात्रा सौम्या ने बताया कि सरकार के द्वारा उठाया गया यह कदम महिला सशक्तिकरण के लिए एक बेहतर विकल्प है. सरकार के इस कदम से जहां एक तरफ लोगों का पुलिस से जुड़ाव होगा वहीं दूसरी तरफ महिलाओं को भी बढ़ावा मिलेगा.