लखनऊ: इंटर कॉलेजों में शिक्षकों की आपूर्ति ठेकेदार से कराए जाने की कोशिशों से नाराज शिक्षक दल के सदस्यों ने शुक्रवार को विधान परिषद में सत्तापक्ष को घेरा. शिक्षकों के आरोप पर असहज दिख रही सरकार ने ठेका व्यवस्था को लागू न करने की बात कहकर शिक्षकों को मनाने की कोशिश की है.
शिक्षक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा ने ठेकेदारों पर शिक्षकों की आपूर्ति की जिम्मेदारी कंपनी और ठेकेदारों को सौंपने पर असंतुष्टि जाहिर की है. उन्होंने कहा कि पहले वस्तुओं का क्रय-विक्रय किया जाता था या पशुओं की आपूर्ति कराई जाती थी. लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब इस सरकार में शिक्षकों की आपूर्ति का जिम्मा किसी ठेकेदार या कंपनी को सौंपने का फैसला किया है. जो संतोषजनक नहीं है. यह फैसला शिक्षकों के लिए अपमानजनक स्थिति है.
दरअसल शुक्रवार को विधान परिषद में शिक्षक दल के सदस्यों ने नियम 105 की सूचना के तहत सदन को बताया कि गाजियाबाद नगर निगम की ओर से पांच इंटर कॉलेजों का संचालन किया जा रहा है. जिसमें नगर निगम बालिका इंटर कॉलेज सिहानी, नगर निगम बालिका इंटर कॉलेज साहिबाबाद,नगर निगम बालिका इंटर कॉलेज कैला भट्टा, नगर निगम इंटर कॉलेज मकनपुर और नगर इंनिगम बालिका टर कॉलेज महरौली शामिल हैं. इन पांचों कालेजों में कार्यरत शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की ठेका व्यवस्था के तहत करने का फैसला किया गया है.
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