लखनऊ : मोहनलालगंज में पूरे परिवार के साथ धर्मं परिवर्तन के बाद सरकारी जमीन पर कब्जा करने और इस पर अवैध निर्माण करने का मामला सामने आया है. यही नहीं, इस अवैध निर्माण पर धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा था.
पूर्व प्रधान व ग्राम प्रधान के पति समेत ग्राम पंचायत सदस्यों ने पूरे मामले की शिकायत एसडीएम से की. एसडीएम ने राजस्व निरिक्षक को जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं. पूर्व प्रधान का आरोप है कि धार्मिक कार्यक्रम में गरीबों को भ्रमित किया जाता हैं.
मोहनलालगंज के गोविन्पुर पंचायत के पूर्व प्रधान व वर्तमान प्रधान के पति ने बताया कि बाहर से आए महिपाल ने धर्मपरिवर्तन करने के बाद गांव में खेल के मैदान के लिए सुरक्षित भूमि पर अवैध कब्जा कर लिया.
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उस पर इमारत खड़ी कर दी. अब इस इमारत में धार्मिक कार्यक्रम किये जा रहे हैं. कार्यक्रम में गांव व आसपास के लोगों को बुलाकर तरह-तरह के प्रलोभन दिए जाते हैं.
पूर्व प्रधान व पंचायत सदस्यों ने दिए शिकायती पत्र में मांग की हैं कि धर्म परिवर्तन करने वाले परिवार का अनुसूचित जाति का दर्जा समाप्त कर अनुसूचित जाति को मिलने वाले लाभों पर रोक लगाई जाए.
साथ ही जारी अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र को निरस्त किया जाए. एसडीएम ने पूरे मामले की जांच राजस्व निरिक्षक को करने का आदेश दिया है.
मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह जिला कार्यवाह सुदेश यादव ने कहा कि मामले को शासन स्तर पर उठाकर कार्रवाई की मांग की जाएगी. एसडीएम शुभी काकन के मुताबिक मामला संज्ञान में आया है. जांच के आदेश दिए गए हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.