लखनऊ: एमपी/एमएलए स्पेशल कोर्ट के जज ने पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, राम अचल राजभर, अतर सिंह राव, मेवा लाल गौतम और नौशाद अली के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. यह वारंट कोर्ट में चल रहे एक मामले में बेल न कराने व हाजिरी माफी की एप्लिकेशन देने के मामले में जारी किया गया है. बता दें कि भाजपा सरकार में मंत्री स्वाति सिंह और उनके परिवार की महिलाओं के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करने को लेकर एमपी/एमएलए कोर्ट में मामला चल रहा है.
स्वाति सिंह की ओर से लगाए गए आरोपों के मामले में कोर्ट से सभी आरोपियों को जमानत करानी थी, लेकिन जमानत किए बगैर यह आरोपी हाजिरी माफी के एप्लिकेशन कोर्ट में लगा रहे थे. कोर्ट ने चल रहे मामले को संज्ञान में लेते हुए मेवालाल, अतर सिंह, नौशाद अली की ओर से दी गई हाजिरी माफी और तारीख बढ़ाने की अर्जी को अस्वीकार करते हुए सभी आरोपियों के खिलाफ वारंट जारी किया है. पांचों आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए अगली सुनवाई के लिए कोर्ट ने 9 अक्टूबर की तारीख तय की है.
क्या है पूरा मामला
प्रदेश में भाजपा सरकार बनने से पहले भाजपा सरकार में मंत्री स्वाति सिंह के पति दयाशंकर सिंह और बसपा सुप्रीमो मायावती के बीच बयानबाजी हुई थी. इस बयानबाजी को लेकर 22 जुलाई 2019 को स्वाति सिंह की सास ने हजरतगंज थाने में पांचों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.
स्वाति सिंह की ओर से आरोप लगाए गए थे कि मंत्री स्वाति सिंह के पति दयाशंकर सिंह के बयान पर जवाब देते हुए मायावती ने सदन में स्वाति सिंह व उनके परिवार की महिलाओं को लेकर गालियां दी हैं. एफआईआर में आरोप लगाए गए हैं कि 21 जुलाई को मायावती के इशारे पर नसीमुद्दीन सिद्दीकी, राम अचल राजभर, मेवालाल, अतर सिंह राव और नौशाद अली ने इकट्ठा होकर परिवार की महिलाओं को लेकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया था.