लखनऊ: निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉक्टर संजय निषाद ने भारतीय जनता पार्टी को असमंजस में डाल दिया. 17 दिसंबर को अमित शाह के साथ निषाद पार्टी की रैली होगी, जिसको लेकर संजय निषाद ने घोषणा कर दी कि उस दिन अमित शाह मंच से घोषणा करेंगे और निषाद आरक्षण अलग से मिलना शुरू हो जाएगा. चुनावी वक्त में संजय निषाद का यह बयान भाजपा पर भारी पड़ रहा है. गृहमंत्री अमित शाह मंच से ऐसी कोई घोषणा नहीं कर सकते हैं, जबकि सहयोगी दल के नेता ने इस बात की घोषणा सार्वजनिक मंच से कर के भाजपा के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है. भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करने से इंकार कर दिया. ऐसे में इस रैली में आरक्षण की घोषणा होगी या नहीं या एक बड़ा सवाल है.
संजय निषाद की निषाद पार्टी की प्रमुख चुनावी मांग निषादों के लिए नौकरी में अलग से आरक्षण की है. इस बारे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने बताया कि रमाबाई अंबडेकर रैली स्थल पर शुक्रवार को भाजपा के साथ उनकी रैली होगी जहां केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह निषाद आरक्षण की घोषणा करेंगे.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में निषाद पार्टी का मानना है कि कम से कम 70 विधानसभा सीटों पर निषाद समाज निर्णायक भूमिका में है. इसलिये लगभग इतनी ही सीटों की मांग भी निषाद समाज कर रहा है. जिसके साथ ही पार्टी देश में निषाद समाज के लिए आरक्षण भी चाहती है, ताकि समाज को सरकारी नौकरियों में अलग से कोटा मिल सके. जिसको लेकर शुक्रवार की रैली अहम हो सकती है. संजय निषाद इस रैली में आरक्षण की मांग को पूरा हो जाने की उम्मीद कर रहे हैं.
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दूसरी ओर भाजपा ने इस बात से पूरी तरह से इन्कार किया है. मगर भाजपा में इस मुद्दे पर कोई कुछ बोलने को लेकर कोई तैयार नहीं है. निषाद पार्टी और भारतीय जनता पार्टी की यह संयुक्त रैली है. जहां भाजपा और निषाद पार्टी के बड़े नेता शामिल होंगे. निषाद पार्टी का दावा है कि करीब पांच लाख लोग यहां जमा होंगे. राजधनी में रैली को लेकर बड़े बड़े पोस्टर लगाए जा चुके हैं.
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