ETV Bharat / state

ट्रस्ट के एलान की तारीख पर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने खड़े किए सवाल, दिए ये तर्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के नाम का एलान किया. इस पर लखनऊ में शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास और दारुल उलूम फिरंगी महल के प्रवक्ता सुफियान निजामी ने दिल्ली चुनाव से पहले ट्रस्ट के एलान पर सवाल खड़े किए हैं.

etv bharat
ट्रस्ट के एलान की तारीख पर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने खड़े किए सवाल.
author img

By

Published : Feb 5, 2020, 5:12 PM IST

Updated : Feb 5, 2020, 5:19 PM IST

लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राम मंदिर बनाये जाने के लिए ट्रस्ट के नाम की घोषणा कर दी. इस एलान के बाद देश भर में ट्रस्ट की टाइमिंग पर भी लोग सवाल खड़े कर रहे हैं. असदुद्दीन ओवैसी और विपक्ष के बाद मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी ट्रस्ट के एलान की तारीख पर सवाल उठाया है.

मुस्लिम धर्मगुरुओं ने रखी अपनी राय.

शिया धर्मगुरु ने जाहिर की चिंता
शिया धर्मगुरु और शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने इस मामले पर कहा कि जो वक्त ट्रस्ट के एलान के लिए चुना गया है. वह दिल्ली के चुनाव से ठीक पहले का है. उन्होंने कहा कि मुल्क में चुनाव होते रहते हैं. इसे नकारा नहीं जा सकता है लेकिन पीएम मोदी को इस बात को ध्यान में रखना चाहिए था कि दिल्ली के चुनाव में ध्रुवीकरण की बात सामने न आए.

हालांकि मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि उनको डर है कि ट्रस्ट को लेकर आगे कोई झगड़ा न हो. इस पर भी सभी को ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने पीएम मोदी को संसद में ट्रस्ट के एलान की शुभकामनाएं भी दी.

धार्मिक मुद्दों को लाने की कोशिश
दारुल उलूम फिरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने कहा कि दिल्ली चुनाव से पहले कई धार्मिक मुद्दों को लाने की कोशिश की गई. वहीं देश का सबसे बड़ा मुद्दा राम मंदिर को भी एक बार फिर लाने की कोशिश हुई है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत यह ट्रस्ट बना है और इस मुद्दे पर अब सियासत नहीं होनी चाहिए.

सुफियान निज़ामी ने कहा कि 5 एकड़ जमीन को लेकर मुसलमानों के बीच एक आम राय कायम हुई थी कि जमीन के बदले किसी तरह की कोई जमीन और कोई बदला नहीं लेना चाहिए. हालांकि सुफियान निजामी ने कहा कि अब फैसला सुन्नी वक्फ बोर्ड को करना है कि वह यह जमीन लेता है या नहीं.

ये भी पढ़ें: राम मंदिर ट्रस्ट का इकबाल अंसारी ने किया स्वागत, कहा- मस्जिद के लिए अयोध्या में ही चाहिए जमीन

लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राम मंदिर बनाये जाने के लिए ट्रस्ट के नाम की घोषणा कर दी. इस एलान के बाद देश भर में ट्रस्ट की टाइमिंग पर भी लोग सवाल खड़े कर रहे हैं. असदुद्दीन ओवैसी और विपक्ष के बाद मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी ट्रस्ट के एलान की तारीख पर सवाल उठाया है.

मुस्लिम धर्मगुरुओं ने रखी अपनी राय.

शिया धर्मगुरु ने जाहिर की चिंता
शिया धर्मगुरु और शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने इस मामले पर कहा कि जो वक्त ट्रस्ट के एलान के लिए चुना गया है. वह दिल्ली के चुनाव से ठीक पहले का है. उन्होंने कहा कि मुल्क में चुनाव होते रहते हैं. इसे नकारा नहीं जा सकता है लेकिन पीएम मोदी को इस बात को ध्यान में रखना चाहिए था कि दिल्ली के चुनाव में ध्रुवीकरण की बात सामने न आए.

हालांकि मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि उनको डर है कि ट्रस्ट को लेकर आगे कोई झगड़ा न हो. इस पर भी सभी को ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने पीएम मोदी को संसद में ट्रस्ट के एलान की शुभकामनाएं भी दी.

धार्मिक मुद्दों को लाने की कोशिश
दारुल उलूम फिरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने कहा कि दिल्ली चुनाव से पहले कई धार्मिक मुद्दों को लाने की कोशिश की गई. वहीं देश का सबसे बड़ा मुद्दा राम मंदिर को भी एक बार फिर लाने की कोशिश हुई है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत यह ट्रस्ट बना है और इस मुद्दे पर अब सियासत नहीं होनी चाहिए.

सुफियान निज़ामी ने कहा कि 5 एकड़ जमीन को लेकर मुसलमानों के बीच एक आम राय कायम हुई थी कि जमीन के बदले किसी तरह की कोई जमीन और कोई बदला नहीं लेना चाहिए. हालांकि सुफियान निजामी ने कहा कि अब फैसला सुन्नी वक्फ बोर्ड को करना है कि वह यह जमीन लेता है या नहीं.

ये भी पढ़ें: राम मंदिर ट्रस्ट का इकबाल अंसारी ने किया स्वागत, कहा- मस्जिद के लिए अयोध्या में ही चाहिए जमीन

Intro:सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में राम मंदिर बनाये जाने के लिए ट्रस्ट के नाम की घोषड़ा कर दी है वहीं देश भर से ट्रस्ट के एलान की टाइमिंग पर भी लोग सवाल खड़े कर रहे है। असादुद्दीन ओवैसी और विपक्ष के बाद मुस्लिम धर्मगुरुओ ने भी ट्रस्ट के एलान की तारीख पर सवाल उठाया है। दारुल उलूम फ़िरंगी महल के प्रवक्ता सुफियान निज़ामी और शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास ने दिल्ली चुनाव से पहले ट्रस्ट के एलान की बात पर सवाल खड़े किए है।Body:दारुल उलूम फिरंगी महल के प्रवक्ता मौलाना सुफियान निजामी ने अपने बयान में कहा कि दिल्ली चुनाव से पहले कई धार्मिक मुद्दों को लाने की कोशिश की गई वहीं देश का सबसे बड़ा मुद्दा राम मंदिर को भी एक बार फिर लाने की कोशिश हुई है। मौलाना सुफियान निजामी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत यह ट्रस्ट बना है और इस मुद्दे पर अब सियासत नहीं होना चाहिए। सुफियान निज़ामी ने आगे बोलते हुए कहा कि 5 एकड़ जमीन को लेकर मुसलमानों के बीच एक आम राय काम हुई थी कि ज़मीन के बदले किसी तरह की कोई ज़मीन और कोई बदला नही लेना चाहिए। हालांकि सुफियान निज़ामी ने कहा कि अब फैसला सुन्नी वक्फ बोर्ड को करना है कि वह यह ज़मीन लेता है या नही।

बाइट- सुफियान निज़ामी, प्रवक्ता, दारुल उलूम फ़िरंगी महल

शिया धर्मगुरु और शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने इस मामले पर बोलते हुए कहा कि जो वक्त ट्रस्ट के एलान का लिया गया है वह दिल्ली के चुनाव से ठीक पहले का है और इसे नकारा नही जा सकता लेकिन पीएम मोदी को इस बात को सोचना चाहिए था कि कोई ऐसा वक्त नही चुना जाता जिससे दिल्ली के चुनाव में पोलराइसशन की बात खड़ी होती। हालांकि मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि उनको डर है कि ट्रस्ट को लेकर आगे कोई झगड़ा न हो इसपर भी सभी को ध्यान रखना चाहिए।

बाइट- मौलाना सैफ अब्बास, शिया धर्मगुरु

अर्सलान समदी9026316254Conclusion:
Last Updated : Feb 5, 2020, 5:19 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.