लखनऊ: राजधानी लखनऊ का संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (एसजीपीजीआई) अपने 37 वर्षों को पूरा कर चुका है. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अन्य मंत्री और तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे. वहीं दूसरी ओर एसजीपीजीआई ने पावर ग्रिड कॉरपोरेशन के साथ सात करोड़ का एमओयू साइन किया है. इसके तहत एसजीपीजीआई एक मुख्य केंद्र बनेगा जो प्रदेश के छह अलग-अलग मेडिकल कॉलेजेस के आईसीयू को अपग्रेड करने का काम करेगा.
एसजीपीजीआई के डायरेक्टर प्रोफेसर आरके धीमन ने बताया कि जहां एक ओर उन्हें स्थापना दिवस की खुशी है, तो वहीं दूसरी ओर नेशनल पावर ग्रिड कॉरपोरेशन के साथ साइन हुआ एमओयू भी एसजीपीजीआई के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. डायरेक्टर ने बताया कि हब एंड स्पोक मॉडल के तहत एसजीपीजीआई ने प्रदेश के 6 पेरिफेरल मेडिकल कॉलेज को चुना है, जिसमें आईसीयू की व्यवस्था को अपग्रेड किया जाएगा. इसमें एसजीपीजीआई एक ट्रेनिंग सेंटर के रूप में काम करेगा.
बनेगा एडवांस डायबिटिक सेंटर
एसजीपीजीआई के डायरेक्टर प्रोफेसर आरके धीमन ने बताया कि हम एडवांस डायबिटिक सेंटर की शुरुआत करने जा रहे हैं. इसमें डायबिटीज के पेशेंट को एक ही जगह सारी सुविधाएं मिल जाएंगी. क्योंकि डायबिटीज के पेशेंट में अलग-अलग अंगों की शिकायत होती है. जैसे किसी एक डायबिटिक पेशेंट को आंखों की परेशानी है तो किसी को गुर्दों की. ऐसे में डायबिटीज के पेशेंट को एडवांस डायबिटिक सेंटर में एक ही जगह सारी सुविधाएं उपलब्ध हो जाएंगी.
एसजीपीजीआई के स्थापना दिवस पर जहां एक तरफ पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन के साथ एमओयू साइन हुआ. वहीं दूसरी ओर एसजीपीजीआई में एडवांस डायबिटिक सेंटर की भी शुरुआत की जाएगी. एसजीपीजीआई के डायरेक्टर ने बताया कि एडवांस डायबिटिक सेंटर के शुरू होने से डायबिटिक मरीजों को एक ही जगह सभी सुविधाएं मिल सकेंगी.