लखनऊ : लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा नई बिल्डिंग में ऊर्जा संरक्षण के प्रावधान किए जाएंगे. इसके लिये ब्यूरो ऑफ एनर्जी इंसफिशिएंसी ने नई गाइड लाइन जारी की है. इसी गाइड लाइन के अनुसार निर्माण होगा. लखनऊ विकास प्राधिकरण एवं यूपी नेडा के बीच बुधवार को एमओयू हस्ताक्षर किया गया. गोमतीनगर स्थित मुख्यालय के द्वितीय तल स्थित मसूद हॉल में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ.
व्यवसायिक भवनों में ECBC की गाइडलाइंस का अनुपालन करना अनिवार्य
नोएडा की कंसल्टेंसी कंपनी पीडब्ल्यूसी की ग्लोरी श्रीवास्तव ने बताया कि व्यवसायिक भवनों में एनर्जी कंजर्वेशन बिल्डिंग कोड उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2018 से लागू किया गया है. इसके अनुसार सभी बिल्डिंगों में ईसीबीसी नार्म्स का पालन किया जाना अनिवार्य है. आवासीय भवनों के लिए ईसीबीसी को लागू किया जाना अनिवार्य नहीं है, लेकिन ऊर्जा के संरक्षण एवं पर्यावरण संतुलन के दृष्टिगत आम जनता एवं प्राइवेट बिल्डर्स को इस बात के लिए जागरूक किया जाएगा कि वह अपने भवनों के निर्माण के लिए ईसीबीसी के मानकों का अनुपालन करें. मानकों के अनुपालन से विद्युत बिलों में करीब 35 फीसद कटौती होगी एवं पर्यावरण के लिए फायदेमंद साबित होगा. संस्था फाइव स्टार रेटिंग के लिए सहयोग प्रदान करेगी.
जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने यह निर्देश दिए गए हैं कि यूपी नेडा एवं प्राधिकरण इस संबंध में एक वर्कशॉप का आयोजन करें, जिसमें सभी बिल्डरों आदि को आमंत्रित करते हुए जागरूकता का अभियान चलाया जाए. स्मार्ट सिटी के लिए स्वच्छता, हरियाली, ऊर्जा एवं जल संरक्षण के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
पीएम आवास को मिली है फाइव स्टार रेटिंग
इस कार्यक्रम में प्रभारी अधीक्षण अभियंता पीएस मिश्रा ने जानकारी दी कि शारदा नगर विस्तार में बनाए जा रहे प्रधानमंत्री आवास योजना के भवनों में ईसीबीसी के मानकों को अपनाया गया है. इसके लिए बीईई ने इन भवनों को फाइव स्टार रेटिंग दी है. बसंत कुंज योजना में निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवास योजना के भवनों व अन्य प्रस्तावित भवनों में भी ईसीबीसी के मानकों का शामिल किया जाएगा.
प्रशिक्षण के लिए सहयोग करेगा नेडा
लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव पवन गंगवार ने कहा कि यूपी नेडा के निदेशक ने इस संबंध में लखनऊ विकास प्राधिकरण के सभी अधिकारियों एवं प्राइवेट बिल्डर्स को प्रशिक्षण के लिए सहयोग का आश्वासन दिया है. इस सेमिनार को ऑनलाइन सौरभ डीडी निदेशक बीईई एवं विकास रंजन जीआईजेड ने भी संबोधित किया.