लखनऊः राजधानी में संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान सहित कई बड़े अस्पताल अब कोरोना मुक्त हो चुके हैं. इन अस्पतालों में अब कोविड-19 संक्रमित कोई भी मरीज भर्ती नहीं है. जिन अस्पतालों में अभी संक्रमित मरीज भर्ती हैं. उनमें भी अब संख्या बहुत ही कम हो चुकी है. खाली हो चुके अस्पतालों को अब कोरोना के अगली लहर के लिए तैयार किया जा रहा है. खासतौर पर सरकारी अस्पतालों को बच्चों के इलाज के लिए तैयार किया जा रहा है.
इन अस्पतालों में नहीं है कोई कोविड का मरीज
राजधानी के जिन अस्पतालों में बेड के लिए महीने भर पहले मारा मारी थी. वहां अब कोविड-19 के कोई भी मरीज भर्ती नहीं हैं. इनमें चरक हॉस्पिटल, लोकबंधु राजनारायण अस्पताल, सीएनएस अस्पताल, जीसीआरजी मेमोरियल अस्पताल, डॉक्टटर ओपी चौधरी हॉस्पिटल, आरएसडी समर्पण अस्पताल, सरस्वती अस्पताल, सिप्स हॉस्पिटल, मां चंद्रिका देवी हॉस्पिटल, कोवा हॉस्पिटल, अथर्व हॉस्पिटल, आरआर सिंहा मेमोरियल हॉस्पिटल, ग्रीन सिटी हॉस्पिटल, श्री साईं लाइफ हॉस्पिटल, लखनऊ हॉस्पिटल, सुषमा हॉस्पिटल, बाबा हॉस्पिटल, सन अस्पताल, मेडिकल केयर सेंटर, राकलैंड हॉस्पिटल, जेपी हॉस्पिटल, विनायक ट्रामा सेंटर, लखनऊ मेट्रो हॉस्पिटल, मेयो हॉस्पिटल, विद्या हॉस्पिटल, वत्सला हॉस्पिटल संजीवनी हॉस्पिटल, किंग मेडिकल सेंटर, एपेक्स हॉस्पिटल, प्रसाद इंस्टीट्यूट, औतार हॉस्पिटल, राधाकृष्ण हॉस्पिटल और श्री सांई हास्पिटल शामिल हैं.
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शुरू हुई तीसरी लहर की तैयारी
कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी के लिए बनाई गई कमेटी के अध्यक्ष एसजीपीजीआई के निदेशक डॉक्टर आरके धीमान ने बताया कि एसजीपीजीआई सहित कई अस्पताल अब कोरोना से मुक्त हो चुके हैं. उन्हें अगली लहर की तैयारी करने को कहा गया है. इसके लिए नर्सेज और स्टॉफ को बच्चों के इलाज के लिए ट्रेंड किया जा रहा है. आवश्यक दवाएं भी मंगाई जा रही हैं.