लखनऊः शनिवार को लखनऊ में अचानक रेल के कोच पटरी से उतर गए और मेन लाइन ब्लॉक हो गई. अरे, चौंकिए नहीं, हम बात कर रहे हैं लखनऊ में हुई मॉक ड्रिल की. रेल की पटरी अचानक से उतर जाए तो क्या करेंगे, मेन लाइन ब्लॉक होने की स्थिति में हालातों से कैसे निपटा जाएगा, आपदा राहत की इन व्यवस्थाओं का शनिवार को जायजा लिया गया. इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे मंडल ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस मॉकड्रिल का आयोजन किया.
कार्यकुशलता की परख
मॉकड्रिल में पूर्वोत्तर रेलवे मंडल की ओर से रेल कर्मचारियों और अधिकारियों ने सुरक्षा एवं संरक्षा की कार्यकुशलता की परख की. पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने संयुक्त रूप से आपदा प्रबंधन आधारित मॉक ड्रिल का आयोजन किया. यह आयोजन रेल प्रबंधक डॉ. मोनिका अग्निहोत्री के दिशा-निर्देश पर किया गया.
सूचना मिलते ही हरकत में आया रेल प्रशासन
मॉक ड्रिल के अंतर्गत पार्क लखनऊ जंक्शन रेल खंड पर गेट संख्या 02 पर ड्यूटी पर तैनात गेटमैन ने ऐशबाग जंक्शन के स्टेशन मास्टर को एक घटना की सूचना दी. उसने बताया कि ऐशबाग जंक्शन से छूटकर लखनऊ जंक्शन की ओर जाने वाली पूजा स्पेशल गाड़ी संख्या 04408 (प्रतीकात्मक) सुबह स्पेशल क्रॉसिंग गेट संख्या 02 के पास डिरेल हो गई है, जिसके बाद स्पेशल गाड़ी के साधारण कोच संख्या डी1/ डी2 व वातानुकूलित कोच ए/1 रेलवे लाइन से उतर गए हैं. मेन लाइन ब्लॉक हो गई है. सूचना मिलते ही मंडल रेल प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया.
मॉक ड्रिल के दौरान सूचना मिलते ही स्पेशल गाड़ी के रेल यात्रियों के बचाव एवं घायलों की सहायता के लिए रेलवे राहत टीमों और आपदा प्रबंधन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए. इसके साथ ही मंडल नियंत्रण कक्ष में भी अधिकारियों और कंट्रोलरों ने मोर्चा संभाल लिया. मौके पर दुर्घटना के बाद ट्रेन के डिब्बों में फंसे घायल यात्रियों एवं मृतकों (डमी डेड बॉडी) को चिन्हित किया गया. दुर्घटनाग्रस्त कोच को काटकर अंदर फंसे यात्रियों को बिना हानि पहुंचाए बाहर निकाला गया. साथ ही प्राथमिक उपचार कराया गया.
अधिकारी रहे उपस्थित
इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रास्ट्रक्चर) संजय यादव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक संजय श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी अनिल कुमार, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर रणविजय प्रताप, सहायक कमांडेंट, पैरामेडिकल स्टाफ समेत तमाम विभाग के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे.