लखनऊ: अगले दो शैक्षणिक सत्रों में सभी माध्यमिक स्कूलों में आईसीटी प्रयोगशाला और स्मार्ट कक्षाएं संचालित की जाएंगी. यह घोषणा बुधवार को माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी ने विभागीय बैठक के दौरान की. उन्होंने ऑनलाइन कार्यशाला में सभी अधिकारियों व अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रोजेक्ट अलंकार के तहत स्कूलों की आधारभूत सुविधाओं को मार्च 2025 तक संतृप्त किया जाना है.
माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी ने कहा कि सीखने के स्तर को पाने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत डाटा आधारित मॉनिटरिंग, डिजिटल और आनलॉइन शिक्षण किया जा रहा है. स्कूलों में साफ-सफाई बनाये रखने के लिए मेरा विद्यालय, स्वच्छ विद्यालय लागू किया गया है. इसका उद्देश्य बच्चों के बीच अनुशासन, जिम्मेदारी और देखभाल की भावना विकसित करना है. मानव संपदा पोर्टल और एम. स्थापना मोबाइल ऐप पर सभी प्रकार के अवकाश आवेदन प्रक्रिया को जनवरी 2023 तक ऑनलाइन किया जाएगा. एससीईआरटी द्वारा फरवरी से मार्च 2023 के बीच सभी जिलों में डायट में उत्कृष्ट शिक्षक प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा. उन्होंने शिक्षकों का आह्वान करते हुए कहा कि शिक्षक अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाएं. परीक्षाओं की तैयारी के लिए तकनीकों का सही इस्तेमाल करें.
यह भी पढ़ें: राजधानी के कई डिग्री कॉलेजों में परास्नातक में प्रवेश का मौका, दो बार चांस देने के बाद भी सीटें खाली
विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा रूपेश कुमार ने कहा कि जनवरी 2023 में प्रधानमंत्री के साथ शिक्षकों व अभिभावकों का परीक्षा पत्र चर्चा कार्यक्रम के लिए 30 दिसम्बर तक कक्षा 9 से 12 तक के अधिक से अधिक विद्यार्थियों का सृजनात्मक लेखन प्रतियोगिता में शामिल होना सुनिश्चित कराया जा रहा है. महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनन्द ने कहा कि सभी विषयों का पाठ्यक्रम 2023 तक पूरा करते हुए बोर्ड परीक्षा की तैयारी सुनिश्चित की जाएगी. स्किल मिशन के लिए छात्रों को प्रेरित किया जाएगा. मिशन निदेशक कौशल विकास आंद्रा वामसी ने कहा कि 150 स्कूलों में कौशलपरक प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सभी छात्रों की साफ्ट स्किल, कम्प्यूटर ट्रेनिंग व कॅरिअर काउंसलिंग भी की जाएगी.