लखनऊः नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कोविड-19 के दृष्टिगत प्रदेश के प्रयागराज, लखनऊ, देवीपाटन मंडल के 14 जिलों की 92 नगर पंचायतों के अध्यक्ष एवं अधिशासी अधिकारियों के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक की. मंत्री ने कहा कि मोहल्ला निगरानी समिति के सदस्य घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करेंगे. कहीं भी संक्रमित मिलने पर होम आइसोलेशन वाले मरीजों को समय से मेडिसिन किट भी निगरानी समिति द्वारा मुहैया करवाई जाएगी. निगरानी समिति के सभी अधिशासी अधिकारी और आशा बहु सीएचसी पीएचसी इंचार्ज के संपर्क में रहें और भरपूर सहयोग दें.
होम आइसोलेशन के मरीजों को न हो मेडिसिन किट की किल्लत
मंत्री टंडन ने कहा कि प्रदेश भर में मोहल्ला निगरानी समितियों द्वारा लोगों की घर-घर जाकर स्क्रीनिंग की जायेगी. कहीं भी संक्रमित मिलने पर होम आइसोलेशन वालों को समय से मेडिसिन किट भी निगरानी समिति द्वारा मुहैया करवाई जाएगी. साथ ही समय-समय पर निगरानी समितियों द्वारा संक्रमितों की जानकारी ली जाएगी. इसके अलावा निगरानी समिति के अधिकारी मेडिसिन किट को लेकर लगातार पीएचसी व सीएचसी के संपर्क में रहेंगे. जिससे होम आइसोलेशन के मरीजों को मेडिसिन किट का अभाव न हो सके. निगरानी समिति नगर निगम, नगर आयुक्त और सभी अधिशासी अधिकारी, सभी सीएचसी पीएचसी इंचार्ज व आशा बहु के संपर्क में रहेंगे और उनका भरपूर सहयोग देंगे.
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मेडिसिन किट व स्क्रीनिंग की करनी होगी प्रतिदिन रिपोर्टिंगः रजनीश दुबे
नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे ने निर्देश दिए कि मोहल्ला निगरानी समिति के द्वारा कितने लोगों की स्क्रीनिंग की गई है. समिति द्वारा कितने संक्रमित चिह्नित हुए, कितनी मेडिसिन किट बांटी गई हैं, इसकी प्रतिदिन की रिपोर्ट बनाकर नगर विकास निदेशालय को भेजनी होगी. जिन नगर पंचायतों में अधिक कंटेनमेंट जोन है उन नगर पंचायत के अध्यक्ष एवं अधिशासी अधिकारी विशेष तौर पर ध्यान दें.
कूड़े निस्तारण की रिपोर्ट भी प्रतिदिन भेजी जाए
साथ ही अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे ने कहा कि कूड़े का निस्तारण करने की रिपोर्ट भी प्रतिदिन मुहैया करवाते रहें. वर्चुअल बैठक में सफाई सैनिटाइजेश एवं निगरानी समितियों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई. वर्चुअल बैठक में अपर मुख्य सचिव नगर विकास विभाग रजनीश दुबे, नगरीय निकाय निदेशालय की निदेशक शकुन्तला गौतम, विशेष सचिव नगर विकास विभाग इंद्रमणि त्रिपाठी समेत तीन मण्डल की 92 नगर पंचायतों के अध्यक्ष एवं आधिशासी अधिकारी (ईओ) जुड़े रहे.